Book: नमस्ते हिंदी किताब का पहला भाग लॉन्च; लर्निंग मैनुअल के जरिए विदेशी भी बोलेंगे फर्राटेदार हिंदी
Namaste Hindi Part-1 Book: दिल्ली स्थित इंस्टिट्यूटो सर्वेंटेस में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए हिंदी सीखने की किताब नमस्ते हिंदी भाग-1 का विमोचन किया गया। लेखक शालू चोपड़ा की इस पुस्तक के जरिए विदेशी भी आसानी से हिंदी सीख और बोल सकेंगे।
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Namaste Hindi Part-1 Book Launch: दिल्ली स्थित इंस्टिट्यूटो सर्वेंटेस में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए हिंदी सीखने की किताब नमस्ते हिंदी भाग-1 लॉन्च की गई। इस अवसर पर कोलंबिया के राजदूत विक्टर मार्टिनेज भी उपस्थित रहे। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा, "आज से पहले मैंने हिंदी भाषा को सीखने-समझने के लिए ऐसा संसाधन नहीं देखा। ये अत्यंत जीवंत और हिंदी एवं भारतीय सांस्कृतिक विरासत के प्रति रुचि पैदा करने वाला है।"
मार्टिनेज ने शैक्षणिक संस्थानों और प्रवासी समुदायों से इस किताब को पढ़ने और पाठ्यक्रम में शामिल करने की अपील की। उन्होंने कहा, "मैं विश्व के सभी शैक्षणिक संस्थानों और प्रवासी समुदायों से आग्रह करता हूं कि वे नमस्ते हिंदी भाग-1 को अपने मूल पाठ्यक्रम के रूप में अपनाएं।"
इस मौके पर इंस्टिट्यूटो सर्वेंटेस दिल्ली की निदेशक मारिया गिल बुरमैन ने कहा कि आज हम किसी विदेशी भाषा को सीखने की बात नहीं कर रहे। आज हिंदी सीखने की बात कर रहे हैं। लेखक शालू चोपड़ा की इस पुस्तक की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे भी इस पुस्तक के जरिये हिंदी सीखेंगी।
भारत के दक्षिणी राज्यों और पूर्वोत्तर राज्यों में भी होगा हिंदी का प्रचार
कार्यक्रम में जामिया मिलिया इस्लामिया के सेंटर फॉर स्पेनिश एंड लैटिन अमेरिकन स्टडीज, के पूर्व निदेशक प्रो. (डॉ.) सोन्या गुप्ता ने इस विमोचन को हिंदी को वैश्विक मंच पर ले जाने वाला अभूतपूर्व क्षण बताते हुए कहा कि यह पुस्तक भारत के दक्षिणी राज्यों और पूर्वोत्तर क्षेत्रों जैसे गैर-हिंदी भाषी क्षेत्रों में भी हिंदी के प्रचार-प्रसार का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।
लेखिका शालू चोपड़ा को उनके मौलिक कंटेंट और अभिनव शिक्षण पद्धति के लिए भारत सरकार के कॉपीराइट रजिस्ट्रार द्वारा आईपीआर प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। शालू पिछले छह वर्षों से हिंदी शिक्षण के क्षेत्र में अनुसंधान कर रही हैं।
नमस्ते हिंदी भाग-1 के विमोचन अवसर पर लेखिका शालू चोपड़ा ने अपनी उपलब्धि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विश्व पटल पर हिंदी को लोकप्रिय बनाने’ के दृष्टिकोण को समर्पित करते हुए कहा कि विश्व हिंदी स्कूल इस पुस्तक के मुद्रित संस्करण और ऑनलाइन पाठ्यक्रम दोनों को बढ़ावा देगा, जिससे दुनिया के किसी भी हिस्से में शिक्षार्थी एक मानकीकृत और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पाठ्यक्रम तक पहुंच सकेंगे।
कार्यक्रम का संचालन एक्सलरेट मीडिया के सह-संस्थापक सुनील चोपड़ा (योर विन कोच) ने किया। उन्होंने बताया कि विश्व के सबसे बड़े पुस्तक मेले फ्रैंकफर्ट बुक फेयर में नमस्ते हिंदी भाग -1 का प्रदर्शन किया जा रहा है। जो किसी हिंदी भाषा शिक्षण पुस्तक के लिए सम्मान की बात है। पुस्तक के प्रकाशक गोयल पब्लिशर्स से अश्विनी गोयल ने कहा कि हमें गर्व है कि हमें नमस्ते हिंदी भाग-1 के प्रकाशक के रूप में चुना गया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने इंब्रेस हिंदी-डिस्कवर भारत के नारे को आत्मसात किया। जिससे ये संदेश गया कि नमस्ते हिंदी भाग-1 और विश्व हिंदी स्कूल प्रधानमंत्री के “वसुधैव कुटुंबकम् आदर्श वाक्य के अनुरूप हिंदी शिक्षण के वैश्विक परिदृश्य को नई दिशा देने के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम में राजनयिक व शिक्षाविदों ने भी लिया भाग
पुस्तक को विश्व में हिंदी भाषा और भारतीय सांस्कृति विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्पेन के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले इंस्तितूतो सर्वांतेस और विश्व हिंदी स्कूल के सहयोग से लॉन्च किया गया है। कार्यक्रम में लैटिन अमेरिका, यूरोप और एशिया के दर्जनभर से अधिक देशों के प्रतिनिधि, लैटिन अमेरिकी क्षेत्र के वरिष्ठ राजनयिक व शिक्षाविदों ने भाग लिया।