NCERT: अब मातृभाषा में होगी पढ़ाई, एनसीईआरटी और आईआईटी मद्रास मिलकर तैयार करेंगे 22 भाषाओं में किताबें
IIT Madras: अब देशभर के स्कूली छात्रों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाई का मौका मिलेगा। एनसीईआरटी ने आईआईटी मद्रास के साथ एक अहम समझौता किया है, जिसके तहत एनसीईआरटी की किताबें 22 भारतीय भाषाओं में तैयार की जाएंगी।
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NCERT Textbooks: अब देशभर के स्कूली छात्रों को पाठयपुस्तकें उनकी मातृभाषा में उपलब्ध होंगी। मातृभाषा में पढ़ाई के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास किताब तैयार करने में मदद करेगा। इसके लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने आईआईटी मद्रास के साथ समझौता किया है।
इसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से छात्रों के सीखने, शिक्षक प्रशिक्षण, डिजिटल पाठ्य सामग्री तैयार होगी। केंद्रीय स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने कहा, इससे शिक्षा में तकनीकी नवाचार और सहयोगात्मक अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा।
इस सहयोग का उद्देश्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) सहित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र में पहुंच, समावेशिता और गुणवत्ता में सुधार करना है।
उन्होंने कहा, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा के दृष्टिकोण और लक्ष्यों को साकार करने के लिए यह सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण है। बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा देने के मद्देनजर सभी पुस्तकों को डिजिटल बनाने और 22 अनुसूचित भाषाओं में उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, व्यक्तिगत रूप से अनुकूल शिक्षण (पीएएल) को विकसित करने की जरूरत है और एआई टूल का उपयोग करके भविष्य के कौशल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अच्छे शैक्षणिक और तकनीकी उपकरणों को विकसित करने की भी जरूरत है।