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महेश भट्ट ने फिल्म इंडस्ट्री को लेकर जताई चिंता, बोले- 'अंधकार से भरा हुआ बुरा दौर...'
एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला
Published by: अंजू बाजपेई
Updated Sun, 16 Nov 2025 02:00 PM IST
सार
Mahesh Bhatt: फिल्म निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट ने हाल ही में एक चर्चा के दौरान फिल्म इंडस्ट्री को लेकर अपनी चिंता जताई। इसके साथ ही उन्होंने एआई को लेकर भी अपनी राय पेश की है।
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महेश भट्ट
- फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
'सारांश', 'सड़क' और 'आशिकी' जैसी फिल्मों के लिए मशहूर निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट ने हाल ही में मनोरंजन व्यवसाय को लेकर अपनी राय पेश की है। उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री हमेशा से ही लोगों का ध्यान खींचती आई है, लेकिन इंडस्ट्री के लिए यह समय सही नहीं है।
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फिल्म इंडस्ट्री को लेकर महेश भट्ट की राय
पीटीआई के अनुसार, हाल ही में कपिल सिब्बल के साथ हुई एक चर्चा में महेश भट्ट ने कहा कि सोशल मीडिया ने सत्ता की ताकत को बढ़ा दिया है, जिससे सच बोलने वालों की आवाज दब जाती है। महेश भट्ट ने कहा कि लोग अब डर के मारे चुप रहते हैं और सच्चाई को दबा दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया और डिजिटल युग के कारण यह और भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने इसे इंडस्ट्री का अंधकारमय समय बताया।
पीटीआई के अनुसार, हाल ही में कपिल सिब्बल के साथ हुई एक चर्चा में महेश भट्ट ने कहा कि सोशल मीडिया ने सत्ता की ताकत को बढ़ा दिया है, जिससे सच बोलने वालों की आवाज दब जाती है। महेश भट्ट ने कहा कि लोग अब डर के मारे चुप रहते हैं और सच्चाई को दबा दिया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया और डिजिटल युग के कारण यह और भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने इसे इंडस्ट्री का अंधकारमय समय बताया।
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एआई से चिंतित हैं महेश
महेश ने एल्गोरिदम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भी चिंता जताई। उनका कहना है कि ये तकनीकें लोगों को सुरक्षित और साधारण चीजें करने के लिए मजबूर करती हैं। पहले कुछ लोग अपने विचारों के लिए जोखिम लेते थे, लेकिन अब सब डरते हैं। महेश ने कहा कि पहले भी कम फिल्में सच बोल पाती थीं। उस समय जो लोग हिम्मत करते थे। उन्हें सलाह दी जाती थी कि अगर कुछ कहना है तो कविता या किताब लिखें।
यह भी पढ़ें: 'दिल भरा हुआ...', शिरडी पहुंचीं ईशा कोप्पिकर; लिया साई बाबा का आशीर्वाद
महेश ने एल्गोरिदम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर भी चिंता जताई। उनका कहना है कि ये तकनीकें लोगों को सुरक्षित और साधारण चीजें करने के लिए मजबूर करती हैं। पहले कुछ लोग अपने विचारों के लिए जोखिम लेते थे, लेकिन अब सब डरते हैं। महेश ने कहा कि पहले भी कम फिल्में सच बोल पाती थीं। उस समय जो लोग हिम्मत करते थे। उन्हें सलाह दी जाती थी कि अगर कुछ कहना है तो कविता या किताब लिखें।
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महेश भट्ट का करियर
महेश भट्ट ने 26 साल की उम्र में निर्देशन की शुरुआत की थी। वह एक सफल निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक हैं। उन्होंने 'मंजिलें और भी हैं' से अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन उन्हें 'अर्थ' जैसी फिल्मों से पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने 'सारांश', 'नाम', 'आशिकी' और 'सड़क' जैसी कई सफल फिल्मों का निर्देशन किया। उन्होंने निर्माता और लेखक के रूप में 'जिस्म' और 'मर्डर' जैसी सुपरहिट फिल्में बनाईं।
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महेश भट्ट ने 26 साल की उम्र में निर्देशन की शुरुआत की थी। वह एक सफल निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक हैं। उन्होंने 'मंजिलें और भी हैं' से अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन उन्हें 'अर्थ' जैसी फिल्मों से पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने 'सारांश', 'नाम', 'आशिकी' और 'सड़क' जैसी कई सफल फिल्मों का निर्देशन किया। उन्होंने निर्माता और लेखक के रूप में 'जिस्म' और 'मर्डर' जैसी सुपरहिट फिल्में बनाईं।
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