9 साल बाद 'भाबीजी घर पर हैं' में लौटीं शिल्पा शिंदे, बोलीं- 'सेट पर खुद को कैमरे में देखने की हिम्मत नहीं हुई'
Shilpa Shinde On Bhabiji Ghar Par Hain: करीब 9 साल बाद एक्ट्र्रेस शिल्पा शिंदे मशहूर टीवी शो ‘भाबीजी घर पर हैं’ में वापसी कर रही हैं। यह सिर्फ एक कमबैक नहीं बल्कि शिल्पा के दोबारा उस किरदार से जुड़ने की कहानी है। पढ़िए उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश…
विस्तार
अमर उजाला से बातचीत में शिल्पा ने बताया कि शो पर वापसी करने का उनका फैसला अचानक लिया गया नहीं था। इंटरव्यू में उन्होंने उन वजहों का भी जिक्र किया, जिनके चलते वो कई साल से इस शो से दूर रहीं। बातचीत के दौरान शिल्पा ने शो के लेखक मनोज संतोषी से जुड़ी यादों, अभिनेता आसिफ शेख के फोन कॉल और सेट पर दोबारा कदम रखने के उस भावुक पल से जुड़े कई किस्से साझा किए।
‘भाबीजी घर पर हैं’ में आपकी वापसी अचानक हुई या इसके पीछे कोई और राज है?
दरअसल, ‘बिग बॉस’ के बाद हमारे लेखक मनोज संतोषी जी हर दो महीने में मुझे फोन करते थे और कहते थे कि शो जॉइन कर लो। मैं उनसे साफ कहती थी कि मैं एक दिन के लिए जरूर आ सकती हूं, मुझे इस शो के लिए कैमियो करके अच्छा लगेगा लेकिन हमेशा के लिए शो में लौटना मेरे लिए संभव नहीं है। लेकिन मनोज जी हमेशा एक ही बात कहते थे कि मैं आपको बहुत इज्जत के साथ इस शो पर वापस लाऊंगा। आज मनोज जी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन जब वो बीमार थे तब उनसे कई बार मुलाकात हुई। तमाम समस्याओं के बीच भी वो मुझे शो पर लौटने के लिए मनाते रहे। शायद चैनल और प्रोड्यूसर भी यही चाहते थे लेकिन फिर वक्त बदला, बहुत कुछ बदल गया और मनोज जी हमें छोड़कर चले गए।
मनोज जी के जाने के बाद क्या आपका विचार बदला?
दरअसल, एक दिन प्रोड्यूसर का कॉल आया और उन्होंने कहा कि हम कुछ नया कर रहे हैं, आप जॉइन करेंगे क्या? मैंने कहा कि अभी नहीं हो सकता, काम करने का मन नहीं है। उस दौरान जो ऑफर्स आ रहे थे, वो ज्यादातर वेब सीरीज के थे, जहां गंदे सीन, एक्सपोज और दूसरी चीजें होती हैं। फिर जब भाबीजी में सेट और कॉन्सेप्ट बदलने की बात हुई, तब भी मैंने इंकार ही किया। फिर एक दिन को-एक्टर आसिफ शेख का कॉल आया। उन्होंने बस इतना कहा कि आ जाओ। उस पल मैंने ज्यादा कुछ नहीं सोचा और हामी भर दी। शायद इसलिए, क्योंकि ये पूरा शो मनोज जी का कॉन्सेप्ट था। कई बार ऐसा होता है कि किसी अपने की सोच आपको खींच ले जाती है और आप बिना ज्यादा सोचे बस कह देते हैं चलो।
9 साल बाद जब सेट पर लौटे तो पहला दिन कैसा रहा?
भाबीजी बदली नहीं जा सकतीं। अगर वो बदल गईं तो मजा नहीं आएगा। 9 साल बाद जब सेट पर लौटी तो उस दिन सब कुछ बहुत इमोशनल था। भाबीजी के गेटअप में आने के बाद मैंने खुद को आईने में भी नहीं देखा। वो पल बहुत भारी था, क्योंकि इस शो से बहुत कुछ जुड़ा है, अच्छा भी, बुरा भी और विवाद भी। इस शो को 10 साल हो गए हैं, जिसमें मैंने सिर्फ एक साल काम किया और इतने लंबे वक्त बाद फिर से इससे जुड़ना शायद ये मेरी किस्मत में ही लिखा था।
मैं बस यही चाहती थी कि इस बार सब कुछ पूरे सम्मान के साथ हो। मैं नहीं चाहती थी कि मुझे देखकर किसी के चेहरे पर कोई गलत रिएक्शन आए या फिर से रिश्ते बिगड़ें, क्योंकि पहले भी हमारा रिश्ता गलत तरीके से टूटा था। शुरुआत में इस बात का डर जरूर था कि लोगों का रिएक्शन क्या होगा, लेकिन जब मैं सेट पर गई तो सबने बहुत प्यार से वेलकम किया। लोग मेरे कमरे में आए, मुझे विश किया, बात की और कहा थैंक यू फॉर कमिंग बैक। उस पल मुझे लगा कि शायद इस वापसी का वक्त अब सही था।
नहीं, बिल्कुल नहीं। मैं जैसी थी, आज भी वैसी ही हूं। इतने साल में मुझमें कोई बदलाव नहीं आया है। सेट पर लौटकर ऐसा लग रहा था जैसे वो पल वहीं थम गया हो। मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि हम वहीं खड़े हैं, बस अपने पुराने एपिसोड याद कर रहे हैं। इन 9 वर्षों में शो में बहुत कुछ हुआ, लेकिन आज भी लोग उसी एक साल की बात ज्यादा करते हैं, जो मैंने ‘भाबीजी घर पर हैं’ में किया था। मानो किसी ने उस वक्त पॉज बटन दबा दिया हो और अब इतने साल बाद फिर से प्ले कर दिया गया हो।