सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Fact Check ›   Claims of Pramanand Maharaj's poster on Vande Bharat train being made with AI

Fact Check: फर्जी है वंदे भारत ट्रेन में प्रेमानंद महाराज की तस्वीर लगने का दावा, पड़ताल में पढ़ें सच

फैक्ट चेक डेस्क , अमर उजाला Published by: अस्मिता त्रिपाठी Updated Tue, 16 Dec 2025 08:38 PM IST
सार

Fact Check: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वंदे भारत ट्रेन पर प्रेमानंद महाराज का पोस्टर लगाया गया है। हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है।

विज्ञापन
Claims of Pramanand Maharaj's poster on Vande Bharat train being made with AI
फैक्ट चेक - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में प्रेमानंद महाराज के पोस्टर लगा दिख रहा है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वंदे भारत ट्रेन पर प्रेमानंद महाराज का पोस्टर लगाया गया है।

Trending Videos

अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। हमने पाया कि वायरल तस्वीर एआई से बनी है। 

क्या है दावा 

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वंदे भारत ट्रेन पर प्रेमानंद महाराज का पोस्टर लगा है। 

वत्सला सिंह (@_vatsalasingh) नाम के एक्स यूजर ने लिखा, “वंदे मातरम ट्रेन पर प्रेमानंद महाराज जी का पोस्टर।” पोस्ट का लिंक आप यहां और आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

इसी तरह के अन्य दावों के लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इनके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।

पड़ताल 

हमने इस दावे की पड़ताल करने के लिए पहले कीवर्ड से सर्च किया। इस दौरान हमें इससे संबंधित कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने तस्वीर को ध्यान से देखा। यहां हमें कई विसंगतिया नजर आईं। जैसे की मेट्रो को वंदे भारत ट्रेन होने का दावा करना। इसके साथ ही हमें स्टेशन के डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड पर लिखे गए शब्द भी गलत दिखे। नीचे दी गई तस्वीरों आप देख सकते हैं।

 

यहां से हमें तस्वीर के एआई से बने होने का संदेह हुआ। तस्वीर के पड़ताल के लिए हमने हाइव टूल इस्तेमाल किया। इस टूल ने वायरल तस्वीर को 99.9 फीसदी एआई से बने होने की जानकारी दी।

आगे की पड़ताल के लिए हमने साइट इंजन एआई टूल का इस्तेमाल किया। इस दौरान टूल ने वायरल तस्वीर को 99 फीसदी एआई से बने होने की जानकारी दी। 

पड़ताल का नतीजा 

हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को एआई से बना पाया है।

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed