Fact Check: एडिटेड है पूर्व सेना प्रमुख वीपी मलिक का पाकिस्तान की तारीफ करने का वीडियो, पढ़ें पड़ताल
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करके दावा किया जा रहा है कि पूर्व सेन प्रमुख वीपी मलिक ने पाकिस्तान की तरीफ की है। हमारी पड़ताल में यह दावा गलत निकला है।
विस्तार
पाकिस्तान के द्वारा संचालित सोशल मीडिया अकाउंट से पूर्व सेना प्रमुख वीपी मलिक का एक बयान शेयर किया जा रहा है। इस बयान में वह भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में पाकिस्तान के हथियारों के बेहतर बताते हुए सुनाई दे रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि उन्होंने पाकिस्तान की मजबूत हथियारों की क्षमता को माना और कहा कि राफेल और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को हुए नुकसान की रिपोर्ट एक तकनीकी बढ़त को दिखाती है।
अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया है। हमारी पड़ताल में सामने आया कि यह बयान डिजिटली अलटर्ड है जिसका मतलब है इसे एडिट किया गया है। मूल बयान सुनने में हमें कहीं भी पूर्व आर्मी चीफ के द्वारा पाकिस्तान के हथियारों की प्रशंसा करने की बात सुनाई नहीं दी।
क्या है दावा
इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि भारत के पूर्व आर्मी चीफ ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के हथियारों की तारीफ की है।
पाकिस्तान नैरेटिव (@narrative_pk) नाम के एक एक्स अकाउंट से वीडियो को शेयर करके लिखा गया, “पूर्व भारतीय आर्मी चीफ वेद प्रकाश मलिक ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, न तो भारत और न ही पाकिस्तान ने एक-दूसरे का बॉर्डर पार किया, जो एडवांस्ड मिलिट्री टेक्नोलॉजी की बढ़ती भूमिका की ओर इशारा करता है। उन्होंने पाकिस्तान की मजबूत हथियारों की क्षमता को माना और कहा कि राफेल जेट और S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को हुए नुकसान की रिपोर्ट एक टेक्नोलॉजिकल बढ़त को दिखाती है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को अपने डिफेंस सिस्टम को और मॉडर्न बनाने की जरूरत है।" पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
इस तरह के कई और दावों का लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इसके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
पड़ताल
इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो से कुछ कीवर्ड निकालकर सर्च किया। यहां हमें ऐसी कोई भी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें पूर्व आर्मी चीफ ने पाकिस्तान की तारीफ की गई हो।
इसके बाद हमने वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। यहां हमें यह वीडियो एएनआई पर 13 दिसंबर को शेयर मिला। एएनआई के इस बयान में कहीं भी वी. पी. मलिक पाकिस्तान के हथियारों की तारीफ करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।
एएनआई के पत्रकार ने वीपी मलिक से पूछा कि ऑपरेशन सिंदूर, ऑपरेशन कारगिल और ऑपरेशन विजय में क्या अंतर था।
मूल बयान: इस पर वीपी मलिक ने जवाब दिया, "ऑपरेशन विजय में हिम्यून रिसोर्स ने ज्यादा काम किया। और गुथ्थम गुत्था की लड़ाई हुई। वहीं ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हम लोगों ने एक दूसरे का बॉर्डर भी नहीं क्रॉस किया। तकनीक ने काफी तरक्की कर ली है, स्टैंड ऑफ हथियार दोनो के पास आ गए हैं। हम बॉर्डर के दूर से ही एक दूसरे को मार सकते हैं। So there is a great technological advancement which has been adopted by both countries, pakistan also but definitely in india we have got better weapons and equipment."
वायरल वीडियो: "हम लोगों ने एक दूसरे का बॉर्डर भी नहीं क्रॉस किया। तकनीक ने काफी तरक्की कर ली है, स्टैंड ऑफ हथियार दोनों के पास आ गए हैं। हम बॉर्डर के दूर से ही एक दूसरे को मार सकते हैं। So there is a great technological advancement which has been adopted by both countries, Pakistan also but definitely pakistan have better weapons and equipment. Destruction of rafal and S400 systems is the testamental of there superiority over India. we need to improve our equipment."
वायरल वीडियो में मूल वीडियो वाली चीजें मौजूद नहीं है।
आगे सर्च करने पर हमें मिला कि सरकार की नोडल एजेंसी पीआईबी ने भी इस वीडियो को गलत बताया गया था। पीआईबी ने वीडियो तो शेयर करके लिखा “पाकिस्तानी प्रोपेगैंडा अकाउंट्स, पूर्व भारतीय आर्मी चीफ जनरल वेद प्रकाश मलिक (रिटायर्ड) का एक एडिट किया हुआ, AI से बनाया गया वीडियो फैला रहे हैं, जिसमें झूठा दावा किया गया है कि उन्होंने पाकिस्तान की तारीफ की और राफेल और S-400 सिस्टम को खराब करने की बात मानी। पीआईबी की तरफ से कहा गया कि यह वीडियो #Fake है और AI टूल्स का इस्तेमाल करके डिजिटली बदला गया है। जनरल वेद प्रकाश मलिक (रिटायर्ड) ने ऐसी कोई बात नहीं कही है।
इस तरह का बनाया हुआ कंटेंट लोगों को गुमराह करने और भारत की डिफेंस क्षमताओं पर भरोसा कम करने के लिए है। फैक्ट्स वेरिफाई करें। गलत जानकारी रोकें।
पड़ताल का नतीजा
हमारी पड़ताल में यह साफ है कि वीडियो को एडिट करके झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।