सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Fact Check ›   old photo from 2011 shared with the claim that 12 Indian soldiers were killed

Fact Check: 2011 की तस्वीर को 12 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के दावे से किया जा रहा शेयर, पढ़ें पड़ताल

फैक्ट चेक डेस्क, अमर उजाला Published by: संध्या Updated Tue, 13 May 2025 08:37 PM IST
सार

Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें हरे कपड़े से ढके हुए कुछ शव दिखाई दे रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने भारत के 12 सैनिकों को मार गिराया है। हमारी पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला है।

विज्ञापन
old photo from 2011 shared with the claim that 12 Indian soldiers were killed
फैक्ट चेक - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष से जुड़े कई भ्रामक वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार शेयर हो रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ शवों को जमीन पर एक लाइन से हरे कपड़े से ढक कर रखा गया है। इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने हमले के दौरान 12 भारतीय सैनिकों को मारा है। 

Trending Videos

अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया है। पड़ताल में सामने आया कि यह तस्वीर 2011 में प्रकाशित हुई कई मीडिया रिपोर्ट में मौजूद है। तस्वीर 2011 से इंटरनेट पर मौजूद है जिसे हालिया परिस्थिति से जोड़कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।   

विज्ञापन
विज्ञापन

क्या है दावा 
इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने भारत के 12 सैनिकों को मार गिराया है।
Ahmad (@A_MQQ_) नाम के एक एक्स यूजर ने वीडियो को शेयर करके लिखा “पाकिस्तानी प्रेस ने भारतीय सेना के हताहतों की तस्वीरें प्रकाशित की है” पोस्ट का लिंक और आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। 

 

इसी तरह के कई और दावों का लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इसके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। 

पड़ताल 

इस दावे के पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो को कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। यहां हमें एक ब्लॉग स्पॉट का लिंक मिला। इस ब्लॉग स्पॉट पर वायरल हो रही फोटो को 21 अगस्त 2011 को पोस्ट किया गया था। इस फोटो के साथ बताया दया था कि “शनिवार को उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में नियंत्रण रेखा के पास एक समूह को नदी पार कर भारतीय क्षेत्र में नाव से प्रवेश करने की कोशिश करते हुए देखा गया, जिसके बाद हुई मुठभेड़ में 26 वर्षीय सेना के लेफ्टिनेंट और एक दर्जन भारी हथियारों से लैस पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए। यह इस साल की सबसे बड़ी घुसपैठ की कोशिश थी।”

 

 

यहां से संकेत लेने के बाद हमने इस कीवर्ड के माध्यम से 2011 की खबरें खोजने का कोशिश की। यहां हमें अलजजीरा की एक मीडिया रिपोर्ट देखने को मिली। यहां एक दूसरे एंगल से इस तस्वीर को शेयर किया गया था। यहां 20 अगस्त को इस खबर को प्रकाशित किया गया था। खबर में बताया गया था कि भारतीय सेना ने कहा कि कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित करने वाली वास्तविक सीमा पर हुई झड़प में भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट और एक दर्जन संदिग्ध लड़ाके मारे गए हैं।

 

 

इसी से जुड़ी एक और मीडिया रिपोर्ट हमें द डेली स्टार पर देखने को मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि सेना ने कहा कि कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित करने वाली वास्तविक सीमा पर हुई झड़प में भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट और एक दर्जन संदिग्ध आतंकवादी मारे गए। 

 

 

पड़ताल का नतीजा 
हमारी पड़ताल में यह साफ है कि फोटो 2011 में पाकिस्तान के आतंकियों के मारे जाने का है। इसे हालिया घटना से जोड़कर भ्रामक दावा किया जा रहा है। 

विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed