सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Fact Check ›   Old video of tejas plane crash is being shared as recent

Fact Check: प्लेन क्रैश के पुराने वीडियो को हालिया बताकर किया जा रहा है शेयर, पढ़ें पड़ताल

फैक्ट चेक डेस्क, अमर उजाला Published by: संध्या Updated Wed, 22 Jan 2025 02:48 PM IST
सार

Fact Check: सोशल मीडिया पर प्लेन क्रैश का एक वीडियो शेयर करके दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो हालिया है। फैक्ट चेक करने पर इस वीडियो की सच्चाई का पता चला है। 

विज्ञापन
Old video of tejas plane crash is being shared as recent
फैक्ट चेक - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक लड़ाकू विमान क्रैश होता हुआ दिखाई दे रहा है। 
Trending Videos


क्या है दावा  
इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो हालिया है जिसमें एलसीए तेजस क्रैश होता नजर आ रहा है। इस पूरे हादसे में पायलट सुरक्षित बच गया है। 

वॉर एनालिस्ट (@War_Analysts) नाम के एक एक्स यूजर ने लिखा “पहला LCA तेजस क्रैश वीडियो पायलट को क्रैश के लिए तेजस को पीछे छोड़ते हुए देखा जा सकता है” (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
विज्ञापन
विज्ञापन

 


डिफेंस रिसर्च फोरम DRF (@Defres360) नाम के एक और एक्स यूजर ने लिखा “भारतीय LCA तेजस क्रैश वीडियो। पायलट को तेजस को क्रैश के लिए पीछे छोड़ते हुए देखा जा सकता है। कुछ भी होने से बहुत पहले ही वह बाहर निकल गया था। बहुत सतर्क पेशेवर और अच्छी तरह से प्रशिक्षित पायलट।” (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
 

पड़ताल 
इस वीडियो के कीफ्रेम्स को हमने एक्स पर सर्च करने किया। यहां हमें ये वीडियो कई और यूजर के द्वारा शेयर किया हुआ मिला। एक एक्स यूजर ने इस वीडियो को 12 मार्च 2024 को शेयर किया था। इसके साथ कैप्शन लिखा गया था “भारतीय वायुसेना का एक एलसीए तेजस लड़ाकू विमान जैसलमेर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। सौभाग्य से पायलट सुरक्षित बच गया। 23 साल पहले पहली बार उड़ान भरने के बाद से यह स्वदेशी जेट का पहला हादसा है।” 

इस खबर की सच्चाई के बारे में जानने के लिए हमने अमर उजाला के न्यूज डेस्क से संपर्क किया। यहां से हमें पता चला कि ये घटना 12 मार्च 2024 की थी। जिसमें भारतीय वायु सेना का एक हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एक परिचालन प्रशिक्षण उड़ान के दौरान जैसलमेर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हालांकि इस हादसे में पायलट को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। वहीं दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया था। पूरी घटना जवाहर कॉलोनी की बताई गई थी। 

पड़ताल का नतीजा 
हमारी पड़ताल में ये साफ है कि घटना पुरानी है जिसे हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है। 
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed