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Fact Check: मराठा आंदोलन के वीडियो को पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए भेजा गया राशन बताकर किया जा रहा शेयर

फैक्ट चेक डेस्क , अमर उजाला Published by: अस्मिता त्रिपाठी Updated Thu, 11 Sep 2025 08:24 PM IST
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सार

Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पंजाब में मदद के रूप में अधिक राशन आने के कारण बेकार हो रहा है। हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। 

The video of the Maratha movement is being shared as ration sent for Punjab flood victims
फैक्ट चेक - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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पंजाब में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। पंजाब बाढ़ से जोड़कर सोशल मीडिया पर कई वीडियो और पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रहा है। वीडियो में बड़ी मात्रा में रोटी और खाने पीने के अन्य सामान्य बिखरे पड़े हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो पंजाब का है, जहांं पीड़ितों के लिए अधिक राशन  भेजने  के कारण सामान बेकार हो रहा है।

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अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। हमने पाया कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र का है, जहां मराठा आंदोलन में शामिल होने वाले लोग अपने लिए लेकर आए थे।

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क्या है दावा 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पंजाब में अधिक राशन भेजने के कारण से यह बर्बाद हो रहा है। 
भारत मित्र नाम के इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, “बाढ़ से त्रस्त पंजाब को भेजे गए राशन की हालत देखिए। बाढ़ में भूख से जूझ रहा है पंजाब, लेकिन सड़ रहा भेजा गया राशन।” पोस्ट का लिंक आप यहां और आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं।

इसी तरह के कई अन्य दावों के लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इनके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।

पड़ताल 

हमने दावे के कमेंट में देखा की कई लोगों ने लिखा है कि वीडियो मराठा आंदोलन के दौरान का है। इसके बाद हमने पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इस दौरान हमें मुंबई सिटी शाट्स  नाम के इंस्टाग्राम यूजर के अकांउट पर वायरल वीडियो से मिलता एक वीडियो मिला। यह पोस्ट 2 सितंबर 2025 को साझा की गई। पोस्ट में बताया गया है कि मराठी क्रांति मोर्चा के दौरान मराठा समुदाय के सदस्य अपना खाना साथ लाए थे। यह वीडियो विरोध प्रदर्शन के दौरान भी उनकी आत्मनिर्भरता, एकता और अनुशासन को दर्शाता है।

इसके बाद आगे की पड़ताल में हमें लोकसत्ता लाइव की एक पोस्ट मिली। यह पोस्ट 1 सितंबर 2025 को साझा की गई है। पोस्ट में बताया गया है कि माराठा आंदोलन पिछले चार दिनों से जारी है। यह आंदोलन अभी जारी रहने की उम्मीद है। प्रदर्शनकारियों द्वारा लाया गया राशन खत्म होने की कगार पर है, इसे देखते हुए राज्य भर के गांवों से लोग मदद के लिए राशन भेजने लगे हैं। 

आगे की पड़ताल में हमें हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट 3 सितंबर 2025 को प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बुधवार को बताया कि पांच दिन तक चले मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान आजाद मैदान और उसके आसपास के इलाकों से 125 मीट्रिक टन से अधिक कचरा एकत्र किया गया। उनके विरोध प्रदर्शन में राज्य भर से हजारों मराठा समुदाय के लोग शामिल हुए। पास का छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) और बीएमसी मुख्यालय भवन के आसपास का इलाका प्रदर्शनकारियों का पड़ाव स्थल बन गया, जिनमें से कई फुटपाथों और सड़कों पर खाना बनाते, खाते, सोते और यहीं नहाते भी देखे गए।

पड़ताल का नतीजा 

हमने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र का है। वीडियो का पंजाब बाढ़ से कोई संबंध नहीं है। 

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