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Bhiwani News: जिले के 63 हजार किसानों की 3.80 लाख एकड़ फसल बरसाती जलभराव में डूबी, क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज हुआ नुकसान
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Sat, 13 Sep 2025 11:23 PM IST
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गांव बलियाली में जलभराव से खराब बाजरे की फसल।
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भिवानी। जिले के 272 गांवों के 64 हजार किसानों की 380502.998 एकड़ भूमि में खड़ी फसल बरसाती जलभराव में डूब गई है। रबी सीजन में भी किसान इन खेतों में फसल बीजाई नहीं कर पाएंगे। पिछले साल भिवानी जिले में 60 लाख 40 हजार क्विंटल बाजरा सरकारी एजेंसियों ने खरीदा था लेकिन इस बार जलभराव के चलते केवल 30 लाख क्विंटल की खरीद की उम्मीद बची है।
एक अक्तूबर से मंडियों में बाजरा की सरकारी खरीद आरंभ होगी। जिले में नौ मंडियां निर्धारित की गई हैं। पिछले साल किसानों का बाजरा 2625 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर खरीदा गया था जबकि इस बार 2775 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर खरीद होगी। किसानों को 150 रुपये अधिक एमएसपी मिलेगा लेकिन जलभराव में बर्बाद फसलों के कारण इसका कोई लाभ नहीं होगा।
भिवानी जिले के 272 गांवों के 63,001 किसानों ने 380502.998 एकड़ फसल का खराबा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज कराया है। इनमें बहल क्षेत्र के 32 गांव के 7,552 किसानों ने 41,298.271 एकड़, बवानीखेड़ा के 19 गांव के 9,273 किसानों ने 54,007.042 एकड़ का नुकसान दर्ज करवाया था। वहीं भिवानी के 82 गांव के 17,901 किसानों ने 1,05,448.108 एकड़, लोहारू के 46 गांव के 7,922 किसानों ने 45,343.659 एकड़, सिवानी के 33 गांव के 7,991 किसानों ने 51,577.583 एकड़ और तोशाम के 60 गांव के 13,552 किसानों ने 82,830.335 एकड़ फसल का नुकसान बताया है।
खरीद एजेंसियों ने मंडियों में तैयारी शुरू कर दी है लेकिन किसानों के पास बेचने के लिए अब कुछ भी नहीं बचा है। जिले में 593,777.71 एकड़ भूमि पर 1,09,885 किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराया है।
खंड-वार मेरी फसल मेरा ब्योरा का पंजीकरण
खंड
पंजीकृत भूमि (एकड़) किसान संख्या
प्रतिशत पंजीकरण
बहल
60,848.79
11,853
90.17
बवानीखेड़ा 71,963.77
13,056
88.33
लोहारू
70,317.04
12,891
86.39
तोशाम
1,38,387.02
25,689
84.80
भिवानी
1,67,435.08
31,369
77.85
सिवानी
84,825.75
15,027
76.01
कुल: 5,93,777.71 एकड़, 1,09,885 किसान, 82.44 प्रतिशत
प्रदेश का जिला-वार पंजीकरण का विवरण
जिला
पंजीकृत एरिया (एकड़) पंजीकृत किसान
प्रतिशत पंजीकरण
मेवात
2,73,258
45,212
95.98
कुरुक्षेत्र
3,32,493
55,950
93.81
करनाल
4,88,432
66,393
92.61
यमुनानगर
2,80,283
58,942
90.16
कैथल
4,42,068
57,934
89.07
अंबाला
2,59,545
48,504
88.30
महेंद्रगढ़
3,37,142
93,219
88.07
च. दादरी
2,60,432
57,918
87.47
फतेहाबाद
4,73,800
72,378
85.40
भिवानी
5,93,777
1,09,885
82.44
सिरसा
7,81,532
1,10,380
81.80
रेवाड़ी
2,38,915
64,211
79.31
पलवल
2,17,857
39,998
75.67
हिसार
6,60,174
1,17,529
74.29
जींद
4,31,297
64,917
72.68
रोहतक
2,30,978
36,831
67.47
झज्जर
2,59,533
44,555
66.02
पानीपत
1,62,655
18,706
62.99
पंचकूला
49,888
9,762
62.44
सोनीपत
2,56,522
38,005
59.12
गुरुग्राम
1,01,239
22,921
48.59
फरीदाबाद
41,268
6,070
40.04
कुल: 71,73,497 एकड़, 12,40,220 किसान, 79.10 प्रतिशत
खेतों में अब भी जमा है छह से सात फीट बारिश का पानी
जिले के कई गांवों में छह से सात फीट तक जलभराव है। प्रभावित गांवों में धनाना, सागवान, दांगकलां, दांग खुर्द, रामुपुरा, बलियाली, पुर, सिवाड़ा शामिल हैं। इन गांवों की खरीफ फसल बर्बाद हो चुकी है और रबी सीजन की फसल की उम्मीद भी नहीं बची है। खेतों में सेम का स्तर बढ़ जाने के कारण बीज अंकुरित होने की संभावना नहीं है। हर साल जिले में 35 हजार एकड़ से अधिक भूमि सेमग्रस्त हो जाती है।
किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण कराया है। इसके अलावा जलभराव से प्रभावित फसलों का क्षति पूर्ति पोर्टल पर भी पंजीकरण किया जा रहा है। खरीफ सीजन में फसलों पर जलभराव और बारिश से विपरीत प्रभाव पड़ा है, जिससे फसल उत्पादन में कमी की संभावना है। -डाॅ. विनोद फौगाट, कृषि उपनिदेशक, भिवानी
एक अक्तूबर से जिले की नौ मंडियों में बाजरा की सरकारी खरीद आरंभ होगी। इस बार किसानों को 2775 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी मिलेगा। हैफेड और वेयर हाउस के माध्यम से सरकारी खरीद कराई जाएगी। पिछले साल जिले में 60 लाख 40 हजार क्विंटल बाजरा खरीदा गया था, लेकिन इस बार मौसम की मार से कम आवक की संभावना है। -अनिल कालरा, नोडल अधिकारी व जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक, भिवानी

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एक अक्तूबर से मंडियों में बाजरा की सरकारी खरीद आरंभ होगी। जिले में नौ मंडियां निर्धारित की गई हैं। पिछले साल किसानों का बाजरा 2625 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर खरीदा गया था जबकि इस बार 2775 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर खरीद होगी। किसानों को 150 रुपये अधिक एमएसपी मिलेगा लेकिन जलभराव में बर्बाद फसलों के कारण इसका कोई लाभ नहीं होगा।
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भिवानी जिले के 272 गांवों के 63,001 किसानों ने 380502.998 एकड़ फसल का खराबा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज कराया है। इनमें बहल क्षेत्र के 32 गांव के 7,552 किसानों ने 41,298.271 एकड़, बवानीखेड़ा के 19 गांव के 9,273 किसानों ने 54,007.042 एकड़ का नुकसान दर्ज करवाया था। वहीं भिवानी के 82 गांव के 17,901 किसानों ने 1,05,448.108 एकड़, लोहारू के 46 गांव के 7,922 किसानों ने 45,343.659 एकड़, सिवानी के 33 गांव के 7,991 किसानों ने 51,577.583 एकड़ और तोशाम के 60 गांव के 13,552 किसानों ने 82,830.335 एकड़ फसल का नुकसान बताया है।
खरीद एजेंसियों ने मंडियों में तैयारी शुरू कर दी है लेकिन किसानों के पास बेचने के लिए अब कुछ भी नहीं बचा है। जिले में 593,777.71 एकड़ भूमि पर 1,09,885 किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराया है।
खंड-वार मेरी फसल मेरा ब्योरा का पंजीकरण
खंड
पंजीकृत भूमि (एकड़) किसान संख्या
प्रतिशत पंजीकरण
बहल
60,848.79
11,853
90.17
बवानीखेड़ा 71,963.77
13,056
88.33
लोहारू
70,317.04
12,891
86.39
तोशाम
1,38,387.02
25,689
84.80
भिवानी
1,67,435.08
31,369
77.85
सिवानी
84,825.75
15,027
76.01
कुल: 5,93,777.71 एकड़, 1,09,885 किसान, 82.44 प्रतिशत
प्रदेश का जिला-वार पंजीकरण का विवरण
जिला
पंजीकृत एरिया (एकड़) पंजीकृत किसान
प्रतिशत पंजीकरण
मेवात
2,73,258
45,212
95.98
कुरुक्षेत्र
3,32,493
55,950
93.81
करनाल
4,88,432
66,393
92.61
यमुनानगर
2,80,283
58,942
90.16
कैथल
4,42,068
57,934
89.07
अंबाला
2,59,545
48,504
88.30
महेंद्रगढ़
3,37,142
93,219
88.07
च. दादरी
2,60,432
57,918
87.47
फतेहाबाद
4,73,800
72,378
85.40
भिवानी
5,93,777
1,09,885
82.44
सिरसा
7,81,532
1,10,380
81.80
रेवाड़ी
2,38,915
64,211
79.31
पलवल
2,17,857
39,998
75.67
हिसार
6,60,174
1,17,529
74.29
जींद
4,31,297
64,917
72.68
रोहतक
2,30,978
36,831
67.47
झज्जर
2,59,533
44,555
66.02
पानीपत
1,62,655
18,706
62.99
पंचकूला
49,888
9,762
62.44
सोनीपत
2,56,522
38,005
59.12
गुरुग्राम
1,01,239
22,921
48.59
फरीदाबाद
41,268
6,070
40.04
कुल: 71,73,497 एकड़, 12,40,220 किसान, 79.10 प्रतिशत
खेतों में अब भी जमा है छह से सात फीट बारिश का पानी
जिले के कई गांवों में छह से सात फीट तक जलभराव है। प्रभावित गांवों में धनाना, सागवान, दांगकलां, दांग खुर्द, रामुपुरा, बलियाली, पुर, सिवाड़ा शामिल हैं। इन गांवों की खरीफ फसल बर्बाद हो चुकी है और रबी सीजन की फसल की उम्मीद भी नहीं बची है। खेतों में सेम का स्तर बढ़ जाने के कारण बीज अंकुरित होने की संभावना नहीं है। हर साल जिले में 35 हजार एकड़ से अधिक भूमि सेमग्रस्त हो जाती है।
किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण कराया है। इसके अलावा जलभराव से प्रभावित फसलों का क्षति पूर्ति पोर्टल पर भी पंजीकरण किया जा रहा है। खरीफ सीजन में फसलों पर जलभराव और बारिश से विपरीत प्रभाव पड़ा है, जिससे फसल उत्पादन में कमी की संभावना है। -डाॅ. विनोद फौगाट, कृषि उपनिदेशक, भिवानी
एक अक्तूबर से जिले की नौ मंडियों में बाजरा की सरकारी खरीद आरंभ होगी। इस बार किसानों को 2775 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी मिलेगा। हैफेड और वेयर हाउस के माध्यम से सरकारी खरीद कराई जाएगी। पिछले साल जिले में 60 लाख 40 हजार क्विंटल बाजरा खरीदा गया था, लेकिन इस बार मौसम की मार से कम आवक की संभावना है। -अनिल कालरा, नोडल अधिकारी व जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक, भिवानी