{"_id":"686c199b251b497ada03ba7d","slug":"heavy-rain-in-city-charkhi-dadri-news-c-126-1-cdr1001-140137-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Charkhi Dadri News: 12 घंटे की बारिश से सड़कें, गलियां जलमग्न, 10 घंटे बाद भी निकासी नहीं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Charkhi Dadri News: 12 घंटे की बारिश से सड़कें, गलियां जलमग्न, 10 घंटे बाद भी निकासी नहीं
संवाद न्यूज एजेंसी, चरखी दादरी
Updated Tue, 08 Jul 2025 12:31 AM IST
विज्ञापन

चरखी दादरी की पुरानी सब्जी मंडी के पिछले हिस्से में भरा बारिश का पानी।संवाद
दावा: शहर से तीन घंटे के अंदर होगी बारिश के पानी की निकासी
हकीकत: जलनिकासी न होने से बंद रहीं 300 दुकानें
फोटो 32,33,34 व 35
::::::::::::::::::: - रविवार रात 8 से सोमवार सुबह 8 बजे तक दादरी में 66 तो बाढड़ा में हुई 132 एमएम बारिश, शहर के मुख्य बाजार समेत पुरानी सब्जी मंडी रोड पर भरा रहा पानी
- जलभराव के चलते दुकानदारों और वाहन चालकों ने झेली परेशानी, विभाग और प्रशासन के बेहतर प्रबंधों के दावे हुए फेल
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। मानसून सीजन की दूसरी जोरदार बारिश ने जनस्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के पानी निकासी के पुख्ता प्रबंधों की पोल खोल दी। अधिकारियों की ओर से तीन घंटे में शहर से पानी निकासी कराने के दावे किए गए थे। हकीकत यह कि बारिश थमने के 10 घंटे बाद भी मुख्य बाजार में जलभराव रहा। इससे 300 से अधिक दुकानें बंद रहीं।
रविवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह 8 बजे तक दादरी शहर में 66 व बाढड़ा उपमंडल में सर्वाधिक 132 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे आम जन-जीवन बेहद प्रभावित रहा। बारिश से मकानों और किसानों को नुकसान पहुंचा है।
वहीं, शहर में जलभराव होने से दिल्ली रोड व रेलवे रोड मेन बाजार दिनभर ठप रहा। इसके अलावा, पुरानी सब्जी मंडी रोड पर भी पानी भरा रहा। दुकानों के बाहर पानी भरने से व्यापारी प्रतिष्ठान तक नहीं खोल पाए। वे प्रशासन के अधूरे इंतजामात को कोसते दिखे।
व्यापारियों और दुकानदारों ने बताया कि डूंगरवाला जोहड़ ओवरफ्लो होने से सीवर लाइनें बैक मार गईं। इससे बाजारों में पानी भर गया। रात को हुई बारिश से काफी नुकसान हुआ। इससे लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं। वहीं, बौंदकलां में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई। राजस्व विभाग से सदर कानूनगो राजेश कुमार ने बताया कि बारिश का यह आंकड़ा सोमवार शाम से मंगलवार सुबह आठ बजे तक का है।
- व्यापारियों को याद आया पिछले साल का मंजर
जनस्वास्थ्य विभाग बाजारों का पानी नगर के बीचोंबीच स्थित डूंगरवाला जोहड़ में डालता है। जोहड़ में पानी डालने के लिए विभाग ने गत वर्ष बाजारों से जोहड़ तक पाइपलाइन बिछाई थी। अब यह जोहड़ ओवरफ्लो हो गया है। इससे बाजारों में सीवर व बारिश के पानी की लाइनों में डाला जाने वाला पानी पुन: लाइनों में वापस आने लगा। वहीं, बाजार में पानी भरने से व्यापारियों को पिछले साल का मंजर याद आ गया। उस दौरान करीब एक सप्ताह तक दुकानें बंद रही थीं।
- यहां भी बनी जलभराव की समस्या
दिल्ली रोड, वैश्य स्कूल रोड, लाजपतराय चौक के आसपास बाजारों में पानी भर गया। इससे दिनभर दुकानदारी ठप रही। इसी प्रकार, पुराना बस स्टैंड से रेलवे रोड पर भी बाजारों में पानी भर गया। इस क्षेत्र में भी दुकानदारी ठप रही। वहीं, दोपहर 12 बजे तक रोहतक रोड पर डीसी आवास के सामने भी पानी भरा रहा। इसके अलावा, रावलधी व लोहारू चौक के पास भी जलभराव हुआ। इसी प्रकार, नगर परिषद कार्यालय परिसर, जांगड़ा मार्केट व कृषि विभाग कार्यालय के अलावा, कई कॉलोनियों में भी जलभराव होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
- फसलों के लिए फायदेमंद है बारिश
बारिश खेती के लिए बारिश फायदेमंद मानी जा रही है। बाजरा, कपास व अन्य फसलों को फायदा पहुंचा है। जिले में एक लाख 10 हजार एकड़ में बाजरे की फसल खड़ी है। कपास का रकबा करीब 30 हजार एकड़ है। सिंचाई विभाग ने खेतों से पानी निकासी के लिए पहले से ही पंप से व मोटरें लगा रखी हैं। 145 ईवी पंप व 80 पंपसेट विभाग की ओर से लगाए गए हैं।
व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
फोटो 41
दादरी बाजार में पानी में खड़े होकर रोष जताते दुकानदार व व्यापारी। स्रोत : विज्ञप्ति
- व्यापारी और दुकानदार बोले- दादरी विकास से कोसों दूर, एक ही जोरदार बारिश ने खोली व्यवस्थाओं की पोल
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। दादरी शहर का दिल कहे जाने वाला पुराना बस स्टैंड व लाला लाजपतराय चौक इन दिनों प्रशासनिक लापरवाही का शिकार है। रविवार रात हुई बारिश ने प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी। वहीं, बाजार में जलभराव होने पर फैम के जिला अध्यक्ष जयभगवान मस्ताना के नेतृत्व में दुकानदारों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारी दुकानदारों ने कहा कि हर साल प्रशासन को चेतावनी दी जाती है, लेकिन, स्थिति जस की तस बनी रहती है। पंडित महाबीर कौशिक ने कहा कि दादरी में विकास नाम की कोई चीज नहीं बची है। न सड़कों की मरम्मत होती है और न ही पीने के पानी और दूषित पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध हैं। यहां तक कि उपायुक्त आवास के बाहर भी जलभराव की स्थिति बन जाती है।
जयभगवान मस्ताना ने कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो व्यापारी सड़काें पर उतरने के लिए विवश होंगे। प्रदर्शन में सागरमल, नरेश, पंकज, धर्मबीर, पप्पू, रामभगत, अमित, मनोज, बाबा व गजानंद शर्मा आदि शामिल हुए।
करंट से सांड़ की मौत, गोसेवकों का बिजली निगम कार्यालय पर प्रदर्शन
फोटो 29, 30 व 31 ::::::::::::::::::::
- सुबह 6:30 बजे गोसेवकों ने सांड़ को करंट लगने की दी थी सूचना, साढ़े 9 बजे टीम पहुंचने से खफा गोसेवक शिकायत करने पहुंचे कार्यालय
- एक्सईएन पर लगाया धक्के मारकर कार्यालय से बाहर निकालने का आरोप
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। दादरी शहर में रविवार रात झमाझम बारिश हुई। प्रेमनगर कॉलोनी की गली में जलभराव हो गया। इस दौरान करंट लगने से सांड़ की मौत हो गई। गोसेवकों के सूचित करने के बाद भी बिजली निगम की टीम 3 घंटे बाद पहुंची। तब तक गोसेवक मृत सांड़ को मिट्टी दे चुके थे। इसके बाद नाराज गोसेवक बिजली निगम कार्यालय पहुंच गए।
बिजली निगम कार्यालय पहुंचे गोसेवक रिंपी फोगाट ने बताया कि सुबह साढ़े 6 बजे सांड को करंट लगा था। उसी दौरान बिजली निगम को सूचित कर दिया गया था। इसके बाद निगम की टीम तीन घंटे बाद साढ़े 9 बजे मौके पर पहुंची। तब तक गोसेवक मृत सांड़ को मिट्टी दे चुके थे।
रिंपी फोगाट ने बताया कि टीम की लेटलतीफी की शिकायत करने वह रेलवे रोड स्थित कार्यालय पहुंचे। गोसेवक वहां 10 बजे पहुंचे और पौने 11 बजे तक भी वहां एसडीओ मिले न एक्सईएन। गोसेवकों ने एक्सईएन कार्यालय में बैठकर इंतजार किया और बिजली निगम कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर रोष जताया।
- आरोप: पहले एक्सईएन ने धक्के मारे, फिर वार्ता का दिया निमंत्रण
रिंपी फोगाट ने बताया कि एक्सईएन काफी देरी से अपने कार्यालय पहुंचे। उन्होंने धक्के मारकर उन्हें कार्यालय से बाहर निकाल दिया। इसके बाद गोसेवक कार्यालय के आगे धरने पर बैठ गए। फिर एक्सईएन ने उन्हें वार्ता के लिए अंदर आने का निमंत्रण दिया।
विज्ञापन

Trending Videos
हकीकत: जलनिकासी न होने से बंद रहीं 300 दुकानें
फोटो 32,33,34 व 35
::::::::::::::::::: - रविवार रात 8 से सोमवार सुबह 8 बजे तक दादरी में 66 तो बाढड़ा में हुई 132 एमएम बारिश, शहर के मुख्य बाजार समेत पुरानी सब्जी मंडी रोड पर भरा रहा पानी
- जलभराव के चलते दुकानदारों और वाहन चालकों ने झेली परेशानी, विभाग और प्रशासन के बेहतर प्रबंधों के दावे हुए फेल
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। मानसून सीजन की दूसरी जोरदार बारिश ने जनस्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के पानी निकासी के पुख्ता प्रबंधों की पोल खोल दी। अधिकारियों की ओर से तीन घंटे में शहर से पानी निकासी कराने के दावे किए गए थे। हकीकत यह कि बारिश थमने के 10 घंटे बाद भी मुख्य बाजार में जलभराव रहा। इससे 300 से अधिक दुकानें बंद रहीं।
विज्ञापन
विज्ञापन
रविवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह 8 बजे तक दादरी शहर में 66 व बाढड़ा उपमंडल में सर्वाधिक 132 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे आम जन-जीवन बेहद प्रभावित रहा। बारिश से मकानों और किसानों को नुकसान पहुंचा है।
वहीं, शहर में जलभराव होने से दिल्ली रोड व रेलवे रोड मेन बाजार दिनभर ठप रहा। इसके अलावा, पुरानी सब्जी मंडी रोड पर भी पानी भरा रहा। दुकानों के बाहर पानी भरने से व्यापारी प्रतिष्ठान तक नहीं खोल पाए। वे प्रशासन के अधूरे इंतजामात को कोसते दिखे।
व्यापारियों और दुकानदारों ने बताया कि डूंगरवाला जोहड़ ओवरफ्लो होने से सीवर लाइनें बैक मार गईं। इससे बाजारों में पानी भर गया। रात को हुई बारिश से काफी नुकसान हुआ। इससे लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं। वहीं, बौंदकलां में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई। राजस्व विभाग से सदर कानूनगो राजेश कुमार ने बताया कि बारिश का यह आंकड़ा सोमवार शाम से मंगलवार सुबह आठ बजे तक का है।
- व्यापारियों को याद आया पिछले साल का मंजर
जनस्वास्थ्य विभाग बाजारों का पानी नगर के बीचोंबीच स्थित डूंगरवाला जोहड़ में डालता है। जोहड़ में पानी डालने के लिए विभाग ने गत वर्ष बाजारों से जोहड़ तक पाइपलाइन बिछाई थी। अब यह जोहड़ ओवरफ्लो हो गया है। इससे बाजारों में सीवर व बारिश के पानी की लाइनों में डाला जाने वाला पानी पुन: लाइनों में वापस आने लगा। वहीं, बाजार में पानी भरने से व्यापारियों को पिछले साल का मंजर याद आ गया। उस दौरान करीब एक सप्ताह तक दुकानें बंद रही थीं।
- यहां भी बनी जलभराव की समस्या
दिल्ली रोड, वैश्य स्कूल रोड, लाजपतराय चौक के आसपास बाजारों में पानी भर गया। इससे दिनभर दुकानदारी ठप रही। इसी प्रकार, पुराना बस स्टैंड से रेलवे रोड पर भी बाजारों में पानी भर गया। इस क्षेत्र में भी दुकानदारी ठप रही। वहीं, दोपहर 12 बजे तक रोहतक रोड पर डीसी आवास के सामने भी पानी भरा रहा। इसके अलावा, रावलधी व लोहारू चौक के पास भी जलभराव हुआ। इसी प्रकार, नगर परिषद कार्यालय परिसर, जांगड़ा मार्केट व कृषि विभाग कार्यालय के अलावा, कई कॉलोनियों में भी जलभराव होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
- फसलों के लिए फायदेमंद है बारिश
बारिश खेती के लिए बारिश फायदेमंद मानी जा रही है। बाजरा, कपास व अन्य फसलों को फायदा पहुंचा है। जिले में एक लाख 10 हजार एकड़ में बाजरे की फसल खड़ी है। कपास का रकबा करीब 30 हजार एकड़ है। सिंचाई विभाग ने खेतों से पानी निकासी के लिए पहले से ही पंप से व मोटरें लगा रखी हैं। 145 ईवी पंप व 80 पंपसेट विभाग की ओर से लगाए गए हैं।
व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी
फोटो 41
दादरी बाजार में पानी में खड़े होकर रोष जताते दुकानदार व व्यापारी। स्रोत : विज्ञप्ति
- व्यापारी और दुकानदार बोले- दादरी विकास से कोसों दूर, एक ही जोरदार बारिश ने खोली व्यवस्थाओं की पोल
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। दादरी शहर का दिल कहे जाने वाला पुराना बस स्टैंड व लाला लाजपतराय चौक इन दिनों प्रशासनिक लापरवाही का शिकार है। रविवार रात हुई बारिश ने प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी। वहीं, बाजार में जलभराव होने पर फैम के जिला अध्यक्ष जयभगवान मस्ताना के नेतृत्व में दुकानदारों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारी दुकानदारों ने कहा कि हर साल प्रशासन को चेतावनी दी जाती है, लेकिन, स्थिति जस की तस बनी रहती है। पंडित महाबीर कौशिक ने कहा कि दादरी में विकास नाम की कोई चीज नहीं बची है। न सड़कों की मरम्मत होती है और न ही पीने के पानी और दूषित पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध हैं। यहां तक कि उपायुक्त आवास के बाहर भी जलभराव की स्थिति बन जाती है।
जयभगवान मस्ताना ने कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो व्यापारी सड़काें पर उतरने के लिए विवश होंगे। प्रदर्शन में सागरमल, नरेश, पंकज, धर्मबीर, पप्पू, रामभगत, अमित, मनोज, बाबा व गजानंद शर्मा आदि शामिल हुए।
करंट से सांड़ की मौत, गोसेवकों का बिजली निगम कार्यालय पर प्रदर्शन
फोटो 29, 30 व 31 ::::::::::::::::::::
- सुबह 6:30 बजे गोसेवकों ने सांड़ को करंट लगने की दी थी सूचना, साढ़े 9 बजे टीम पहुंचने से खफा गोसेवक शिकायत करने पहुंचे कार्यालय
- एक्सईएन पर लगाया धक्के मारकर कार्यालय से बाहर निकालने का आरोप
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। दादरी शहर में रविवार रात झमाझम बारिश हुई। प्रेमनगर कॉलोनी की गली में जलभराव हो गया। इस दौरान करंट लगने से सांड़ की मौत हो गई। गोसेवकों के सूचित करने के बाद भी बिजली निगम की टीम 3 घंटे बाद पहुंची। तब तक गोसेवक मृत सांड़ को मिट्टी दे चुके थे। इसके बाद नाराज गोसेवक बिजली निगम कार्यालय पहुंच गए।
बिजली निगम कार्यालय पहुंचे गोसेवक रिंपी फोगाट ने बताया कि सुबह साढ़े 6 बजे सांड को करंट लगा था। उसी दौरान बिजली निगम को सूचित कर दिया गया था। इसके बाद निगम की टीम तीन घंटे बाद साढ़े 9 बजे मौके पर पहुंची। तब तक गोसेवक मृत सांड़ को मिट्टी दे चुके थे।
रिंपी फोगाट ने बताया कि टीम की लेटलतीफी की शिकायत करने वह रेलवे रोड स्थित कार्यालय पहुंचे। गोसेवक वहां 10 बजे पहुंचे और पौने 11 बजे तक भी वहां एसडीओ मिले न एक्सईएन। गोसेवकों ने एक्सईएन कार्यालय में बैठकर इंतजार किया और बिजली निगम कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर रोष जताया।
- आरोप: पहले एक्सईएन ने धक्के मारे, फिर वार्ता का दिया निमंत्रण
रिंपी फोगाट ने बताया कि एक्सईएन काफी देरी से अपने कार्यालय पहुंचे। उन्होंने धक्के मारकर उन्हें कार्यालय से बाहर निकाल दिया। इसके बाद गोसेवक कार्यालय के आगे धरने पर बैठ गए। फिर एक्सईएन ने उन्हें वार्ता के लिए अंदर आने का निमंत्रण दिया।