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Kaithal News: गेटपास और मिलों को अलाॅट धान के स्टॉक की होगी जांच
संवाद न्यूज एजेंसी, कैथल
Updated Mon, 27 Oct 2025 03:12 AM IST
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कैथल। प्रदेश की कई मंडियों में धान खरीद को संबंध में जारी गेटपास में गड़बड़ियां सामने आई है। सरकार ने कैथल में भी राइस मिलों को अलाट धान के स्टाक की जांच करते हुए मिलान और गेटपास की जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासनिक स्तर पर इसकी जांच की जाएगी।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी और केस भी दर्ज कराया जा सकता है।
मंडियों में गेटपास को स्कैन कर फर्जीवाड़ा करने का अंदेशा जताया जा रहा है। गुप्तचर विभाग की ओर से सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजी गई है। हालांकि अधिकारी पारदर्शिता से खरीद प्रक्रिया सुचारु होने के दावे किए जा रहे हैं। बता दें कि मंडियों से धान जब राइस मिल में जाता है तो संबंधित खरीद एजेंसी के निरीक्षक की ओर से गेटपास दिया जाता है। जानकारों की मानें तो निष्पक्ष जांच होने पर कई लपेटे में आ सकते हैं। कैथल जिले की विभिन्न मंडियों में रविवार शाम करीब पांच बजे तक 869147 मीट्रिक टन पीआर धान की आवक हो चुकी है। इसमें से 855038 एमटी की खरीद हुई है। जबकि 136761 गेटपास काटे गए हैं।
इस सबंध में मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र ढुल का कहना है कि मंडी में दूसरे राज्यों से धान आने का कोई मामला सामने नहीं आया है। किसानों की फसल को सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। किसी किसान को कोई परेशानी हो तो कार्यालय में आकर मिल सकता है। संवाद
सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की लापरवाही सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी और केस भी दर्ज कराया जा सकता है।
मंडियों में गेटपास को स्कैन कर फर्जीवाड़ा करने का अंदेशा जताया जा रहा है। गुप्तचर विभाग की ओर से सरकार को इसकी रिपोर्ट भेजी गई है। हालांकि अधिकारी पारदर्शिता से खरीद प्रक्रिया सुचारु होने के दावे किए जा रहे हैं। बता दें कि मंडियों से धान जब राइस मिल में जाता है तो संबंधित खरीद एजेंसी के निरीक्षक की ओर से गेटपास दिया जाता है। जानकारों की मानें तो निष्पक्ष जांच होने पर कई लपेटे में आ सकते हैं। कैथल जिले की विभिन्न मंडियों में रविवार शाम करीब पांच बजे तक 869147 मीट्रिक टन पीआर धान की आवक हो चुकी है। इसमें से 855038 एमटी की खरीद हुई है। जबकि 136761 गेटपास काटे गए हैं।
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इस सबंध में मार्केट कमेटी सचिव नरेंद्र ढुल का कहना है कि मंडी में दूसरे राज्यों से धान आने का कोई मामला सामने नहीं आया है। किसानों की फसल को सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। किसी किसान को कोई परेशानी हो तो कार्यालय में आकर मिल सकता है। संवाद