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Karnal News: चिप कार्ड खत्म, जिले में डेढ़ माह से 10 हजार आरसी और डीएल अटके, लोग काट रहे चक्कर
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आरसी कार्ड प्रिंट करती मशीन।
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माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। नए वाहन पंजीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस के लिए फाइलें तो जमा हो रही हैं लेकिन पिछले करीब डेढ़ माह से सभी आवेदकों को ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) और वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) नहीं मिल पा रहे हैं। सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) और क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) कार्यालयों में दोनों दस्तावेजों के बनाने में इस्तेमाल होने वाले चिप लगे कार्ड खत्म हो गए हैं। लोग चक्कर काट रहे हैं। करनाल जिले की चार उपमंडल और आरटीए कार्यालय पर करीब 10 हजार फाइलें जमा हो चुकी हैं, जिनकी आरसी और डीएल जारी होना शेष है।
करनाल सहित प्रदेश के सभी 98 एसडीएम कार्यालय और आरटीए कार्यालयों में अक्तूबर माह से दो-तीन बार को छोड़कर आरसी और डीएल के कार्ड की आपूर्ति नहीं हुई है। करनाल जैसी स्थिति ही कैथल, पानीपत, अंबाला, फतेहाबाद, सोनीपत, रोहतक, फरीदाबाद और अन्य जिलों के एसडीएम कार्यालयों की है। इन जिलों में करीब डेढ़ लाख फाइलें लंबित हैं। आरटीए सचिव विजय देसवाल ने बताया कि गुरुग्राम की रोजमेरटा एजेंसी पूरे प्रदेश में डीएल और आरसी के कार्ड की आपूर्ति करती है। वहीं से कार्ड जारी नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी के प्रतिनिधियों का कहना है कि पुणे से उनके पास आपूर्ति आती है। वहां से ही कार्ड नहीं आ रहे हैं।
जरूरत दो हजार की और भेजे महज 500
करनाल सरल केंद्र पर नवंबर माह में 11, 17 और 28 तारीख को कार्ड आए थे। एजेंसी ने महज 250 से 700 कार्ड हर बार भेजे गए, जबकि हर बार दो हजार से ज्यादा कार्डों की आपूर्ति की जरूरत है। करनाल सरल केंद्र पर 2800 आरसी और 900 के करीब डीएल जारी होने शेष हैं। ऐसी ही स्थिति आरटीए कार्यालय सहित अन्य उपमंडल में है। जिले में करनाल सरल केंद्र पर रोजाना 200 आवेदन वाहन पंजीकरण और इतने ही डीएल के लिए आते हैं। इंद्री, असंध और घरौंडा एसडीएम कार्यालय पर भी कुल इतनी ही संख्या है। 50 से ज्यादा फाइलें आरटीए कार्यालय में रोजाना जमा हो रही हैं।
आवेदक परेशान, सरल केंद्र के चक्कर काट रहे लोग
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले और टेस्ट पास कर चुके लोग अब सरल केंद्र के लगातार चक्कर काट रहे हैं। बिना कार्ड के उनका लाइसेंस केवल एक डिजिटल रिकॉर्ड बनकर रह गया है, जिसे हर जगह वैध दस्तावेज के तौर पर इस्तेमाल करने में दिक्कतें आ रही हैं। चूंकि स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस चिप आधारित होते हैं, इसलिए उन्हें प्रिंट करने के लिए खास तरह के कार्ड की जरूरत होती है। पुलिस जांच के दौरान लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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डीएल और आरसी के कार्ड के लिए संबंधित एजेंसी को पत्र लिख चुके हैं। उम्मीद है जल्द कार्ड की आपूर्ति होगी। पिछले दिनों कुछ कार्ड आए थे लेकिन वे कम हैं। - अनुभव मेहता, एसडीएम करनाल
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करनाल सहित प्रदेश के सभी 98 एसडीएम कार्यालय और आरटीए कार्यालयों में अक्तूबर माह से दो-तीन बार को छोड़कर आरसी और डीएल के कार्ड की आपूर्ति नहीं हुई है। करनाल जैसी स्थिति ही कैथल, पानीपत, अंबाला, फतेहाबाद, सोनीपत, रोहतक, फरीदाबाद और अन्य जिलों के एसडीएम कार्यालयों की है। इन जिलों में करीब डेढ़ लाख फाइलें लंबित हैं। आरटीए सचिव विजय देसवाल ने बताया कि गुरुग्राम की रोजमेरटा एजेंसी पूरे प्रदेश में डीएल और आरसी के कार्ड की आपूर्ति करती है। वहीं से कार्ड जारी नहीं हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी के प्रतिनिधियों का कहना है कि पुणे से उनके पास आपूर्ति आती है। वहां से ही कार्ड नहीं आ रहे हैं।
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जरूरत दो हजार की और भेजे महज 500
करनाल सरल केंद्र पर नवंबर माह में 11, 17 और 28 तारीख को कार्ड आए थे। एजेंसी ने महज 250 से 700 कार्ड हर बार भेजे गए, जबकि हर बार दो हजार से ज्यादा कार्डों की आपूर्ति की जरूरत है। करनाल सरल केंद्र पर 2800 आरसी और 900 के करीब डीएल जारी होने शेष हैं। ऐसी ही स्थिति आरटीए कार्यालय सहित अन्य उपमंडल में है। जिले में करनाल सरल केंद्र पर रोजाना 200 आवेदन वाहन पंजीकरण और इतने ही डीएल के लिए आते हैं। इंद्री, असंध और घरौंडा एसडीएम कार्यालय पर भी कुल इतनी ही संख्या है। 50 से ज्यादा फाइलें आरटीए कार्यालय में रोजाना जमा हो रही हैं।
आवेदक परेशान, सरल केंद्र के चक्कर काट रहे लोग
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले और टेस्ट पास कर चुके लोग अब सरल केंद्र के लगातार चक्कर काट रहे हैं। बिना कार्ड के उनका लाइसेंस केवल एक डिजिटल रिकॉर्ड बनकर रह गया है, जिसे हर जगह वैध दस्तावेज के तौर पर इस्तेमाल करने में दिक्कतें आ रही हैं। चूंकि स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस चिप आधारित होते हैं, इसलिए उन्हें प्रिंट करने के लिए खास तरह के कार्ड की जरूरत होती है। पुलिस जांच के दौरान लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
डीएल और आरसी के कार्ड के लिए संबंधित एजेंसी को पत्र लिख चुके हैं। उम्मीद है जल्द कार्ड की आपूर्ति होगी। पिछले दिनों कुछ कार्ड आए थे लेकिन वे कम हैं। - अनुभव मेहता, एसडीएम करनाल