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Karnal News: धमाके के लिए गैंगस्टर का गुर्गा लाया आरडीएक्स से बनी पौने दो किलो की आईईडी व दो हैंडग्रेनेड
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-पाकिस्तान से लाई गई विस्फोटक सामग्री, पुलिस ने तीन घंटे के आपरेशन में निष्क्रय की
गैंगस्टर नोनी राणा ने रची थी बड़े विस्फोट की साजिश
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल।
करनाल पुलिस ने बड़े विस्फोट की साजिश को बुधवार की दोपहर नाकाम कर दिया । यह साजिश हाल ही में गैंगस्टर नोनी राणा ने रची थी। नोनी के कहने पर ही उसका गुर्गा अमर सिंह पौने दो किलो आरडीएक्स से बना घातक इंप्रोवाइस एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी ) यानी बम , दो हैंड ग्रेनेड और टाइमर लेकर करनाल आया था। उसने इस विस्फोटक सामग्री को कर्ण झील के पास झंझाड़ी के जंगल में जमीन में दबाकर छिपा रखा था। गमीनत रही कि एक सटीक सूचना पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ ) ने अमर सिंह को विदेशी पिस्टल के साथ पकड़ लिया और पूछताछ में विस्फोटक लाए जाने का राज खुल गया।
एसटीएफ, बम निरोधक दस्ते, सीआईए, फोरेंसिक टीम और तीन थानों की पुलिस सुबह पौने दस बजे मेरठ के सलावा गांव निवासी 30 साल के शूटर अमर सिंह को लेकर एनएच-44 से करीब 300 मीटर अंदर की तरफ झंझाड़ी के जंगल में पहुंचीं। उसकी निशानदेही पर खोदाई कराकर विस्फोटक सामग्री निकाली गई। इसके बाद तीन घंटे चले आपरेशन में सामग्री को फिर से गहरे गड्ढे में दबाकर निष्क्रय कर दिया गया। इससे पहले की गई जांच में फोरेंसिक टीम ने बताया कि पौने दो किलो वजन के बम में 1147 ग्राम आरडीएक्स था। बम को और घातक बनाने के लिए इसमें लगभग 160 ग्राम कीलें भरी गई थीं। पूरी विस्फोटक सामग्री कट्टों में पैक करके रखी गई थी। आईईडी और हैंड ग्रेनेड के साथ ही टाइमर भी था। एसटीएफ के आईजी वी सतीश वालन ने बताया कि प्रारंभिक जांच पड़ताल के आधार पर यह लग रहा है कि विस्फोटक सामग्री पाकिस्तान से पंजाब भेजी गई। पंजाब से करनाल लाई गई।
नोनी राणा की बड़े विस्फोट की थी तैयारी
एसटीएफ के एसपी वसीम अकरम ने बताया कि अमर सिंह को 25 नवंबर को इंद्री रोड से गिरफ्तार किया गया था। वह गुजरात नंबर की इंडेवर कार से जा रहा था। उसके पास से विदेशी पिस्टल मिली थी। उसके बारे में पता चला था कि वह गैंगस्टर नोनी राणा के लिए काम करता था। उससे पूछताछ के लिए छह दिन के रिमांड पर लिया गया था। उसने बुधवार की सुबह ही विस्फोटक सामग्री के बारे में बताया था। वह इसे 25 दिन पहले पंजाब से लाया था। उसने बताया कि एक महीने पहले चैटिंग एप पर नोनी राणा ने विस्फोटक सामग्री लाने के लिए कहा था। उसे बताया गया था कि इसका इस्तेमाल बड़े विस्फोट के लिए किया जाना था। विस्फोटक लाने के बाद उसे 25 हजार रुपये आनलाइन मिले। उसने कुछ दिन विस्फोटक सामग्री को अपने घर में रखा। वसीम अकरम का कहना है कि नोनी राणा, उसका भाई काला राणा और गैंगस्टर मोनू राणा गैंगस्टर लारेंस विश्नोई से जुड़े हैं।
गैंगस्टर और गुर्गे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नोनी राणा ने विस्फोट की साजिश रची थी। उसके और अमर सिंह के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम ( यूएपीए ), विस्फोटक अधिनियम और संगठित अपराध की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच पूरी होने पर पता चलेगा कि साजिश किस स्थान पर विस्फोट करने की थी। यह भी पता लगाया जाएगा कि अमर सिंह को विस्फोटक किसने मुहैया कराया। अमर सिंह पर 10 केस दर्ज हैं। - बी सतीश वालन, आईजी एसटीएफ
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गैंगस्टर नोनी राणा ने रची थी बड़े विस्फोट की साजिश
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल।
करनाल पुलिस ने बड़े विस्फोट की साजिश को बुधवार की दोपहर नाकाम कर दिया । यह साजिश हाल ही में गैंगस्टर नोनी राणा ने रची थी। नोनी के कहने पर ही उसका गुर्गा अमर सिंह पौने दो किलो आरडीएक्स से बना घातक इंप्रोवाइस एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी ) यानी बम , दो हैंड ग्रेनेड और टाइमर लेकर करनाल आया था। उसने इस विस्फोटक सामग्री को कर्ण झील के पास झंझाड़ी के जंगल में जमीन में दबाकर छिपा रखा था। गमीनत रही कि एक सटीक सूचना पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ ) ने अमर सिंह को विदेशी पिस्टल के साथ पकड़ लिया और पूछताछ में विस्फोटक लाए जाने का राज खुल गया।
एसटीएफ, बम निरोधक दस्ते, सीआईए, फोरेंसिक टीम और तीन थानों की पुलिस सुबह पौने दस बजे मेरठ के सलावा गांव निवासी 30 साल के शूटर अमर सिंह को लेकर एनएच-44 से करीब 300 मीटर अंदर की तरफ झंझाड़ी के जंगल में पहुंचीं। उसकी निशानदेही पर खोदाई कराकर विस्फोटक सामग्री निकाली गई। इसके बाद तीन घंटे चले आपरेशन में सामग्री को फिर से गहरे गड्ढे में दबाकर निष्क्रय कर दिया गया। इससे पहले की गई जांच में फोरेंसिक टीम ने बताया कि पौने दो किलो वजन के बम में 1147 ग्राम आरडीएक्स था। बम को और घातक बनाने के लिए इसमें लगभग 160 ग्राम कीलें भरी गई थीं। पूरी विस्फोटक सामग्री कट्टों में पैक करके रखी गई थी। आईईडी और हैंड ग्रेनेड के साथ ही टाइमर भी था। एसटीएफ के आईजी वी सतीश वालन ने बताया कि प्रारंभिक जांच पड़ताल के आधार पर यह लग रहा है कि विस्फोटक सामग्री पाकिस्तान से पंजाब भेजी गई। पंजाब से करनाल लाई गई।
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नोनी राणा की बड़े विस्फोट की थी तैयारी
एसटीएफ के एसपी वसीम अकरम ने बताया कि अमर सिंह को 25 नवंबर को इंद्री रोड से गिरफ्तार किया गया था। वह गुजरात नंबर की इंडेवर कार से जा रहा था। उसके पास से विदेशी पिस्टल मिली थी। उसके बारे में पता चला था कि वह गैंगस्टर नोनी राणा के लिए काम करता था। उससे पूछताछ के लिए छह दिन के रिमांड पर लिया गया था। उसने बुधवार की सुबह ही विस्फोटक सामग्री के बारे में बताया था। वह इसे 25 दिन पहले पंजाब से लाया था। उसने बताया कि एक महीने पहले चैटिंग एप पर नोनी राणा ने विस्फोटक सामग्री लाने के लिए कहा था। उसे बताया गया था कि इसका इस्तेमाल बड़े विस्फोट के लिए किया जाना था। विस्फोटक लाने के बाद उसे 25 हजार रुपये आनलाइन मिले। उसने कुछ दिन विस्फोटक सामग्री को अपने घर में रखा। वसीम अकरम का कहना है कि नोनी राणा, उसका भाई काला राणा और गैंगस्टर मोनू राणा गैंगस्टर लारेंस विश्नोई से जुड़े हैं।
गैंगस्टर और गुर्गे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नोनी राणा ने विस्फोट की साजिश रची थी। उसके और अमर सिंह के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम ( यूएपीए ), विस्फोटक अधिनियम और संगठित अपराध की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच पूरी होने पर पता चलेगा कि साजिश किस स्थान पर विस्फोट करने की थी। यह भी पता लगाया जाएगा कि अमर सिंह को विस्फोटक किसने मुहैया कराया। अमर सिंह पर 10 केस दर्ज हैं। - बी सतीश वालन, आईजी एसटीएफ