{"_id":"68d5a4419d428742ca0bb483","slug":"ward-10-declared-zero-waste-garbage-heaps-in-colonies-karnal-news-c-18-knl1008-746383-2025-09-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Karnal News: वार्ड 10 जीरो वेस्ट घोषित, कॉलोनियों में लगे कूड़े ढेर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Karnal News: वार्ड 10 जीरो वेस्ट घोषित, कॉलोनियों में लगे कूड़े ढेर
सार
करनाल के वार्ड-10 को नगर निगम ने जीरो वेस्ट घोषित किया, लेकिन अगले ही दिन सड़कों व कॉलोनियों में कूड़े के ढेर नजर आए। स्थानीय लोगों ने दिखावे पर सवाल उठाए। निगम की घोषणा फिलहाल कागजी साबित हो रही है।
विज्ञापन
52....वार्ड में बने श्री राधा वाटिका के बार जता कुड़ा। संवाद
विज्ञापन
विस्तार
माई सिटी रिपोर्टर
करनाल। नगर निगम ने वार्ड-10 को जीरो वेस्ट घोषित कर नई उपलब्धि का ढिंढोरा तो पीट दिया लेकिन हकीकत अलग तस्वीर दिखा रही है। घोषणा के महज एक दिन बाद ही कॉलोनियों और सड़कों पर कूड़े के ढेर नजर आए। हालात यह रहे कि जगह-जगह बदबू फैलती रही और लोग गंदगी से परेशान दिखे। वार्ड में किए गए निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि तकरीबन हर फास्ट फूड की दुकान पर सिंगल यूज प्लास्टिक का खुलेआम प्रयोग जारी है। जबकि निगम की ओर से जीरो वेस्ट वार्ड की घोषणा में सबसे अहम बिंदु प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक लगाना बताया गया था।
नगर निगम का दावा था कि वार्ड-10 में कचरा पृथक्करण की व्यवस्था की गई है, जहां गीले कचरे से कम्पोस्ट पिट के जरिये खाद बनाई जाएगी। इसके अलावा, सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध और ठोस कचरे के निस्तारण की आधुनिक व्यवस्था लागू करने की बात कही गई थी। लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट में यह दावे केवल कागजों तक सीमित नजर आए।
इससे पहले भी वार्ड-10 को आत्मनिर्भर वार्ड और स्वच्छ वार्ड घोषित किया जा चुका है। हर बार की तरह इस बार भी हकीकत में हालात कुछ और ही दिखे। वार्ड के लोगों का कहना है कि निगम सिर्फ नाम और प्रचार के लिए ऐसे टैग दे देता है लेकिन असल काम धरातल पर नहीं होता।
कचरे ने खोली पोल
वार्ड की लाइव रिपोर्ट के दौरान सेक्टरों और मुख्य सड़कों पर फैले कचरे ने जीरो वेस्ट की घोषणा की पोल खोल दी। स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि जब वार्ड में सिंगल यूज प्लास्टिक पर ही रोक नहीं लग पा रही और कचरा प्रबंधन की व्यवस्था ठीक से लागू नहीं हो रही, तो जीरो वेस्ट का तमगा किस आधार पर दे दिया गया। दूसरी ओर निगम अधिकारियों का कहना है कि वार्ड-10 को मॉडल वार्ड बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं और जल्द ही हालात सुधार दिए जाएंगे। लेकिन जमीनी हालात बताते हैं कि फिलहाल निगम की घोषणा सिर्फ कागजी उपलब्धि साबित हो रही है।
Trending Videos
करनाल। नगर निगम ने वार्ड-10 को जीरो वेस्ट घोषित कर नई उपलब्धि का ढिंढोरा तो पीट दिया लेकिन हकीकत अलग तस्वीर दिखा रही है। घोषणा के महज एक दिन बाद ही कॉलोनियों और सड़कों पर कूड़े के ढेर नजर आए। हालात यह रहे कि जगह-जगह बदबू फैलती रही और लोग गंदगी से परेशान दिखे। वार्ड में किए गए निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि तकरीबन हर फास्ट फूड की दुकान पर सिंगल यूज प्लास्टिक का खुलेआम प्रयोग जारी है। जबकि निगम की ओर से जीरो वेस्ट वार्ड की घोषणा में सबसे अहम बिंदु प्लास्टिक पर पूरी तरह रोक लगाना बताया गया था।
नगर निगम का दावा था कि वार्ड-10 में कचरा पृथक्करण की व्यवस्था की गई है, जहां गीले कचरे से कम्पोस्ट पिट के जरिये खाद बनाई जाएगी। इसके अलावा, सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध और ठोस कचरे के निस्तारण की आधुनिक व्यवस्था लागू करने की बात कही गई थी। लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट में यह दावे केवल कागजों तक सीमित नजर आए।
विज्ञापन
विज्ञापन
इससे पहले भी वार्ड-10 को आत्मनिर्भर वार्ड और स्वच्छ वार्ड घोषित किया जा चुका है। हर बार की तरह इस बार भी हकीकत में हालात कुछ और ही दिखे। वार्ड के लोगों का कहना है कि निगम सिर्फ नाम और प्रचार के लिए ऐसे टैग दे देता है लेकिन असल काम धरातल पर नहीं होता।
कचरे ने खोली पोल
वार्ड की लाइव रिपोर्ट के दौरान सेक्टरों और मुख्य सड़कों पर फैले कचरे ने जीरो वेस्ट की घोषणा की पोल खोल दी। स्थानीय लोगों ने सवाल उठाया कि जब वार्ड में सिंगल यूज प्लास्टिक पर ही रोक नहीं लग पा रही और कचरा प्रबंधन की व्यवस्था ठीक से लागू नहीं हो रही, तो जीरो वेस्ट का तमगा किस आधार पर दे दिया गया। दूसरी ओर निगम अधिकारियों का कहना है कि वार्ड-10 को मॉडल वार्ड बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं और जल्द ही हालात सुधार दिए जाएंगे। लेकिन जमीनी हालात बताते हैं कि फिलहाल निगम की घोषणा सिर्फ कागजी उपलब्धि साबित हो रही है।

52....वार्ड में बने श्री राधा वाटिका के बार जता कुड़ा। संवाद