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Kurukshetra News: आरसीआई ने विशेष शिक्षा कार्यक्रमों को घोषित किया उत्कृष्टता केंद्र
संवाद न्यूज एजेंसी, कुरुक्षेत्र
Updated Wed, 17 Dec 2025 03:56 AM IST
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कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सशक्त पहचान बनाई है। विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित विशेष शिक्षा (स्पेशल एजुकेशन) कार्यक्रमों को केंद्र सरकार की भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) नई दिल्ली द्वारा उत्कृष्टता केंद्र (सेंटर ऑफ एक्सिलैंस) घोषित किया गया है। य
ह घोषणा आरसीआई की ओर से 14 अक्टूबर को जारी कार्यालय ज्ञापन के माध्यम से की गई है। इस उपलब्धि की सूचना पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने शिक्षा विभाग के संकाय सदस्यों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, पूर्व छात्रों एवं सभी संबंधित हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मान्यता आरसीआई के उच्च मानकों के अनुरूप क्षमता निर्माण, नवाचार, संकाय विकास तथा सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक प्रथाओं को अपनाने की दिशा में विभाग की भूमिका को और अधिक सुदृढ़ करेगी। विश्वविद्यालय का लक्ष्य अब केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षण तक सीमित न रहकर विशेष शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय नीतियों को दिशा देना और वैश्विक मानक स्थापित करना है। संवाद
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विशेष शिक्षा कार्यक्रमों के सफल संचालन पर मिला सम्मान
शिक्षा विभाग की अध्यक्षा प्रो. ज्योति खजूरिया ने बताया कि यह मान्यता आरसीआई द्वारा अधिसूचित नवीन रिकोगनिशन फ्रेमवर्क के अंतर्गत प्रदान की गई है, जिसका उद्देश्य देशभर में पुनर्वास शिक्षा में गुणवत्ता, नवाचार और उच्च शैक्षणिक मानकों को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग वर्ष 1990 से एमएड विशेष शिक्षा (दृष्टिबाधित) तथा वर्ष 1991 से बीएड विशेष शिक्षा (दृष्टिबाधित) कार्यक्रमों का सफल संचालन कर रहा है। आरसीआई द्वारा निर्धारित सभी आवश्यक मानदंडों को पूरा करने के उपरांत विभाग को यह प्रतिष्ठित दर्जा प्रदान किया गया है। यह उपलब्धि विशेष शिक्षा एवं दिव्यांग पुनर्वास के क्षेत्र में विभाग की अकादमिक उत्कृष्टता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, व्यावसायिक प्रशिक्षण, अनुसंधान और सेवा कार्यों के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
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ह घोषणा आरसीआई की ओर से 14 अक्टूबर को जारी कार्यालय ज्ञापन के माध्यम से की गई है। इस उपलब्धि की सूचना पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने शिक्षा विभाग के संकाय सदस्यों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों, पूर्व छात्रों एवं सभी संबंधित हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मान्यता आरसीआई के उच्च मानकों के अनुरूप क्षमता निर्माण, नवाचार, संकाय विकास तथा सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक प्रथाओं को अपनाने की दिशा में विभाग की भूमिका को और अधिक सुदृढ़ करेगी। विश्वविद्यालय का लक्ष्य अब केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षण तक सीमित न रहकर विशेष शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय नीतियों को दिशा देना और वैश्विक मानक स्थापित करना है। संवाद
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विशेष शिक्षा कार्यक्रमों के सफल संचालन पर मिला सम्मान
शिक्षा विभाग की अध्यक्षा प्रो. ज्योति खजूरिया ने बताया कि यह मान्यता आरसीआई द्वारा अधिसूचित नवीन रिकोगनिशन फ्रेमवर्क के अंतर्गत प्रदान की गई है, जिसका उद्देश्य देशभर में पुनर्वास शिक्षा में गुणवत्ता, नवाचार और उच्च शैक्षणिक मानकों को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग वर्ष 1990 से एमएड विशेष शिक्षा (दृष्टिबाधित) तथा वर्ष 1991 से बीएड विशेष शिक्षा (दृष्टिबाधित) कार्यक्रमों का सफल संचालन कर रहा है। आरसीआई द्वारा निर्धारित सभी आवश्यक मानदंडों को पूरा करने के उपरांत विभाग को यह प्रतिष्ठित दर्जा प्रदान किया गया है। यह उपलब्धि विशेष शिक्षा एवं दिव्यांग पुनर्वास के क्षेत्र में विभाग की अकादमिक उत्कृष्टता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, व्यावसायिक प्रशिक्षण, अनुसंधान और सेवा कार्यों के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।