{"_id":"68c5d2619875baa75f036c96","slug":"hindi-is-mother-tongue-and-plays-an-important-role-in-life-dr-jagjit-narnol-news-c-196-1-nnl1004-129654-2025-09-14","type":"story","status":"publish","title_hn":"हिंदी मातृभाषा है और जीवन में अहम भूमिका निभाती है : डॉ. जगजीत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
हिंदी मातृभाषा है और जीवन में अहम भूमिका निभाती है : डॉ. जगजीत
संवाद न्यूज एजेंसी, महेंद्रगढ़/नारनौल
Updated Sun, 14 Sep 2025 01:51 AM IST
विज्ञापन

फोटो नंबर- 10डॉ. गीता रानी।
विज्ञापन
नारनौल। राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को अमर उजाला और हिंदी विभाग के तत्वावधान में संवाद कार्यक्रम जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी डॉ. पूर्ण प्रभा व प्राचार्य डॉ. जगजीत सिंह मोर की अध्यक्षता में किया गया। शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जगजीत सिंह मोर ने दीप जलाकर किया।
प्राचार्य डॉ. जगजीत सिंह मोर ने कहा कि हिंदी मातृभाषा है और यह जीवन में अहम भूमिका निभाती है। हमें हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए अधिक प्रयास करने चाहिए ताकि यह नई पीढ़ी का रुझान हिंदी की ओर बढ़े। हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मीना कुमारी ने कहा कि हिंदी इतिहास, संस्कृति और साहित्य का अभिन्न अंग है।
डॉ. मनप्रीत कौर ने कहा की हिंदी ने देश की अखंडता को बनाए रखा है। हिंदी भाषा के कारण ही आज हम एकता के सूत्र में बंधे हुए हैं। डॉ. अजय तंवर ने कहा कि इसकी क्षेत्र में युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है। हिंदी मातृभाषा है जो संपूर्ण देश को एकता की सूत्र के बांधी रखी है।
डॉ. सत्यपाल सुलोदिया ने कहा कि यदि हमें स्वराज्य के लिए जीना है तो हमें हिंदी के लिए जीना होगा। हिंदी जीवन का आधार जो व्यक्तित्व तथा राष्ट्रीयता की परिचायक है। इसके अलावा अनिकेत, अजय तंवर तथा सुशील कुमार ने भी हिंदी पर विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन कॉलेज के प्रेस प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने किया
-- -- -- --
हिंदी दिवस एक अवसर है अपनी भाषा पर गर्व करने का। भाषा की विरासत को आने वाली पीढि़यों को सौंपने का। हिंदी हमारी संस्कृति की पहचान है। हिंदी का अपना एक गौरवशाली इतिहास है। उम्मीद है मातृभाषा का गौरव व सम्मान हमेशा बना रहेगा।
डॉ. बैनिका शर्मा
-- -- -- -- -- --
हिंदी मातृभाषा है लेकिन कई विषय ऐसे है जिनमें हिंदी का प्रयोग नहीं किया जाता। यदि सभी विषय को हिंदी भाषा में पढ़ाया जाए तो छात्र बेहतर तरीके से विषय को समझ सकते हैं।
डॉ. गीता रानी
-- -- -- -- -- -
-- -- -- -- -- -

Trending Videos
प्राचार्य डॉ. जगजीत सिंह मोर ने कहा कि हिंदी मातृभाषा है और यह जीवन में अहम भूमिका निभाती है। हमें हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए अधिक प्रयास करने चाहिए ताकि यह नई पीढ़ी का रुझान हिंदी की ओर बढ़े। हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मीना कुमारी ने कहा कि हिंदी इतिहास, संस्कृति और साहित्य का अभिन्न अंग है।
विज्ञापन
विज्ञापन
डॉ. मनप्रीत कौर ने कहा की हिंदी ने देश की अखंडता को बनाए रखा है। हिंदी भाषा के कारण ही आज हम एकता के सूत्र में बंधे हुए हैं। डॉ. अजय तंवर ने कहा कि इसकी क्षेत्र में युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है। हिंदी मातृभाषा है जो संपूर्ण देश को एकता की सूत्र के बांधी रखी है।
डॉ. सत्यपाल सुलोदिया ने कहा कि यदि हमें स्वराज्य के लिए जीना है तो हमें हिंदी के लिए जीना होगा। हिंदी जीवन का आधार जो व्यक्तित्व तथा राष्ट्रीयता की परिचायक है। इसके अलावा अनिकेत, अजय तंवर तथा सुशील कुमार ने भी हिंदी पर विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन कॉलेज के प्रेस प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने किया
हिंदी दिवस एक अवसर है अपनी भाषा पर गर्व करने का। भाषा की विरासत को आने वाली पीढि़यों को सौंपने का। हिंदी हमारी संस्कृति की पहचान है। हिंदी का अपना एक गौरवशाली इतिहास है। उम्मीद है मातृभाषा का गौरव व सम्मान हमेशा बना रहेगा।
डॉ. बैनिका शर्मा
हिंदी मातृभाषा है लेकिन कई विषय ऐसे है जिनमें हिंदी का प्रयोग नहीं किया जाता। यदि सभी विषय को हिंदी भाषा में पढ़ाया जाए तो छात्र बेहतर तरीके से विषय को समझ सकते हैं।
डॉ. गीता रानी