{"_id":"686c1887be4ede7507003056","slug":"panch-sitting-on-dharnas-condition-deteriorated-team-of-doctors-examined-him-narnol-news-c-203-1-sroh1011-118327-2025-07-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Mahendragarh-Narnaul News: धरने पर बैठे पंच की बिगड़ी हालत, चिकित्सकों की टीम ने की जांच","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Mahendragarh-Narnaul News: धरने पर बैठे पंच की बिगड़ी हालत, चिकित्सकों की टीम ने की जांच
विज्ञापन

फोटो संख्या:65- लोक निर्माण विश्राम गृह महेंद्रगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते गांव माजरा खुर्
महेंद्रगढ़। गांव माजरा खुर्द ग्राम पंचायत में अनियमितता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पंच द्वारा दिए जा रहे धरने के पांचवें दिन सरपंच ने पत्रकारवार्ता कर आरोपों को बेबुनियाद बताया। वहीं, धरने पर बैठे पंच की सोमवार को तबीयत खराब होने पर चिकित्सकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
सरपंच दीपिका ने पंच सुरेंद्र द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को निराधार बताया। सोमवार को महेंद्रगढ़ लोक निर्माण विश्रामगृह में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि पंच द्वारा लगाए गए सभी आरोप तथ्यहीन, राजनीति से प्रेरित और छवि खराब करने के उद्देश्य से लगाए जा रहे हैं।
पंचायत के सभी काम नियमानुसार ही किए गए हैं। पंचायत ने वन विभाग से अनुमति लेकर ही पेड़ों की कटाई करवाई थी। कुछ पेड़ निर्माण कार्य में बाधा बन रहे थे ताे उनकी बोली लगाई गई। इनकी बिक्री से जो भी आय हुई, उसे पंचायत की कैशबुक में दर्ज किया गया है।
वहीं, सरपंच बनने के बाद शादी को लेकर उठे सवालों पर भी दीपिका ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह गलत हैं। यदि किसी व्यक्ति का गांव में वोट नहीं हो तो वह चुनाव नहीं लड़ सकता। ग्राम पंचायत की वोटर लिस्ट में उनका वोट है और सभी दस्तावेज पूरे होने के बाद ही पंचायत चुनाव लड़ा था।
कबाड़ के सामान की बिक्री में गड़बड़ी के आरोपों पर कहा कि कबाड़ का सामान पंचायत विभाग की निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार बोली लगाकर बेचा गया था और इससे जो भी आमदनी हुई, उसे पंचायत के कैश रजिस्टर में दर्ज किया गया है। गांव की लाइब्रेरी में जिम स्थापित करने के लिए तीन बार प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है।
पंच की ओर से सोलर लाइट की बैटरी बेचे जाने के आरोपों पर कहा कि बैटरियों का रिकॉर्ड पंचायत के स्टॉक रजिस्टर में मौजूद है। बिना तथ्य के लगाए गए ऐसे आरोप जनता को गुमराह करने के लिए हैं। पंच द्वारा इस मामले में आरटीआई लगाई गई थी लेकिन अनेक बार नोटिस भेजने के बावजूद उन्होंने निर्धारित फीस जमा नहीं करवाई।
नियमों के अनुसार फीस जमा करवाने के बाद ही आरटीआई के दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाते हैं। यह पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है।
-- -- -- -- -- -- -- -
मामले में अभी तक जांच शुरू नहीं हुई : पंच सुरेंद्र
दूसरी ओर पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे पंच सुरेंद्र की सोमवार को हालत बिगड़ने पर नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पंच सुरेंद्र ने कहा कि इस मामले में अभी तक जांच शुरू नहीं हुई है। पंचायत में भ्रष्टाचार, पेड़ कटाई, सोलर सिस्टम, 78 हजार रुपये का पुराना कबाड़ बिक्री के पैसे खाते में जमा न करवाना, माजरा चुंगी पर दुकानें बनवाकर अपने चहेताें को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया है। इन मामलों की जांच कर आज तक सरपंच के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस अवसर पर जय भगवान ग्रेवाल, जय सिंह डुलाना, रविकांत माजरा खुर्द, सुनीता यादव रिवासा, सुदेश देवी माजरा खुर्द, कैलाश जांजडियावास, प्रेम यादव माजरा खुर्द, लाली, कौशल्या यादव, सुमन यादव, दौलत उर्फ झब्बू माजरा खुर्द, उदयराय, भूप सिंह ढाणी फोगाट, नवरत्न माजरा खुर्द भी धरने पर पहुंचे।
विज्ञापन

Trending Videos
सरपंच दीपिका ने पंच सुरेंद्र द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को निराधार बताया। सोमवार को महेंद्रगढ़ लोक निर्माण विश्रामगृह में आयोजित प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि पंच द्वारा लगाए गए सभी आरोप तथ्यहीन, राजनीति से प्रेरित और छवि खराब करने के उद्देश्य से लगाए जा रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
पंचायत के सभी काम नियमानुसार ही किए गए हैं। पंचायत ने वन विभाग से अनुमति लेकर ही पेड़ों की कटाई करवाई थी। कुछ पेड़ निर्माण कार्य में बाधा बन रहे थे ताे उनकी बोली लगाई गई। इनकी बिक्री से जो भी आय हुई, उसे पंचायत की कैशबुक में दर्ज किया गया है।
वहीं, सरपंच बनने के बाद शादी को लेकर उठे सवालों पर भी दीपिका ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह गलत हैं। यदि किसी व्यक्ति का गांव में वोट नहीं हो तो वह चुनाव नहीं लड़ सकता। ग्राम पंचायत की वोटर लिस्ट में उनका वोट है और सभी दस्तावेज पूरे होने के बाद ही पंचायत चुनाव लड़ा था।
कबाड़ के सामान की बिक्री में गड़बड़ी के आरोपों पर कहा कि कबाड़ का सामान पंचायत विभाग की निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार बोली लगाकर बेचा गया था और इससे जो भी आमदनी हुई, उसे पंचायत के कैश रजिस्टर में दर्ज किया गया है। गांव की लाइब्रेरी में जिम स्थापित करने के लिए तीन बार प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है।
पंच की ओर से सोलर लाइट की बैटरी बेचे जाने के आरोपों पर कहा कि बैटरियों का रिकॉर्ड पंचायत के स्टॉक रजिस्टर में मौजूद है। बिना तथ्य के लगाए गए ऐसे आरोप जनता को गुमराह करने के लिए हैं। पंच द्वारा इस मामले में आरटीआई लगाई गई थी लेकिन अनेक बार नोटिस भेजने के बावजूद उन्होंने निर्धारित फीस जमा नहीं करवाई।
नियमों के अनुसार फीस जमा करवाने के बाद ही आरटीआई के दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाते हैं। यह पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है।
मामले में अभी तक जांच शुरू नहीं हुई : पंच सुरेंद्र
दूसरी ओर पिछले पांच दिनों से धरने पर बैठे पंच सुरेंद्र की सोमवार को हालत बिगड़ने पर नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पंच सुरेंद्र ने कहा कि इस मामले में अभी तक जांच शुरू नहीं हुई है। पंचायत में भ्रष्टाचार, पेड़ कटाई, सोलर सिस्टम, 78 हजार रुपये का पुराना कबाड़ बिक्री के पैसे खाते में जमा न करवाना, माजरा चुंगी पर दुकानें बनवाकर अपने चहेताें को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया है। इन मामलों की जांच कर आज तक सरपंच के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस अवसर पर जय भगवान ग्रेवाल, जय सिंह डुलाना, रविकांत माजरा खुर्द, सुनीता यादव रिवासा, सुदेश देवी माजरा खुर्द, कैलाश जांजडियावास, प्रेम यादव माजरा खुर्द, लाली, कौशल्या यादव, सुमन यादव, दौलत उर्फ झब्बू माजरा खुर्द, उदयराय, भूप सिंह ढाणी फोगाट, नवरत्न माजरा खुर्द भी धरने पर पहुंचे।