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Panchkula News: खाद्य पदार्थों की जांच में 11 फीसदी सैंपल फेल, अब एक महीने बाद आएगी रिपोर्ट
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पंचकूला। त्योहारी सीजन में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। बेशक पंचकूला खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से दावा किया जा रहा कि लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है लेकिन खाद्य पदार्थों की जांच में 11 फीसदी सैंपल रिपोर्ट में फेल पाए गए हैं। इस तरह के हालात में लोगों में खाद्य पदार्थों को खाने में डर बना है। वहीं, छापेमारी के एक से दो महीने बाद रिपोर्ट आती है। लोग का कहना है कि खाद्य सुरक्षा विभाग लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि एक माह बाद आने वाली रिपोर्ट किस काम की। अक्तूबर माह में अब तक 36 सैंपल लिए गए हैं। इसकी रिपोर्ट भी एक महीने बाद आएगी। सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़, दिल्ली सहित भोपाल भी भेजे जाते हैं।
सेक्टर-3 मेंं फूड एंड ड्रग की बिल्डिंग बनाई जानी थी। पांच साल बाद भी बिल्डिंग का काम पूरा नहीं हो पाया है। इस कारण यहां पर लैब नहीं बन पाई है। इस लैब मेंं तीन दिन के अंदर रिपोर्ट आने के दावे किए गए थे लेकिन लैब नहीं बनने के कारण एक महीने के बाद रिपोर्ट आती है। पंचकूला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. आजाद ने बताया कि पिछले साल अक्तूबर से इस साल अक्तूबर तक 124 सैंपल लिए गए। इनमेंं से 88 सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। इसमें अधिकतर सैंपल दूध, खोया, रसगुल्ला सहित अन्य मिठाइयों के सैंपल खराब मिले हैं। उन्होंने बताया कि खराब मिठाइयां न बने इसके लिए चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए लगातार जांच की जा रही है। वहीं, हरियाणा के 22 जिलोंं में अब तक 2193 सैंपल लिए गए हैं। इसमें 407 सैंपल खराब पाए गए हैं। करीब 18 फीसदी सैंपल फेल हैं।
खाद्य विभाग की ओर से टीम बनाकर पंचकूला सहित अन्य जिलोंं में सभी जगह जांच की जा रही है। जहां के भी सैंपल फेल पाए जाएंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी। सैंपल की रिपोर्ट की जांच दूसरी लैब में होने और आने-जाने में समय लगता है। सैंपल कई बार करनाल सहित दिल्ली की लैब में भी जाते हैं। -आरके शर्मा, फूड कमिश्नर, हरियाणा खाद्य विभाग

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सेक्टर-3 मेंं फूड एंड ड्रग की बिल्डिंग बनाई जानी थी। पांच साल बाद भी बिल्डिंग का काम पूरा नहीं हो पाया है। इस कारण यहां पर लैब नहीं बन पाई है। इस लैब मेंं तीन दिन के अंदर रिपोर्ट आने के दावे किए गए थे लेकिन लैब नहीं बनने के कारण एक महीने के बाद रिपोर्ट आती है। पंचकूला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. आजाद ने बताया कि पिछले साल अक्तूबर से इस साल अक्तूबर तक 124 सैंपल लिए गए। इनमेंं से 88 सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। इसमें अधिकतर सैंपल दूध, खोया, रसगुल्ला सहित अन्य मिठाइयों के सैंपल खराब मिले हैं। उन्होंने बताया कि खराब मिठाइयां न बने इसके लिए चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए लगातार जांच की जा रही है। वहीं, हरियाणा के 22 जिलोंं में अब तक 2193 सैंपल लिए गए हैं। इसमें 407 सैंपल खराब पाए गए हैं। करीब 18 फीसदी सैंपल फेल हैं।
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खाद्य विभाग की ओर से टीम बनाकर पंचकूला सहित अन्य जिलोंं में सभी जगह जांच की जा रही है। जहां के भी सैंपल फेल पाए जाएंगे, सख्त कार्रवाई की जाएगी। सैंपल की रिपोर्ट की जांच दूसरी लैब में होने और आने-जाने में समय लगता है। सैंपल कई बार करनाल सहित दिल्ली की लैब में भी जाते हैं। -आरके शर्मा, फूड कमिश्नर, हरियाणा खाद्य विभाग