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भ्रष्टाचार : पांच सरकारी अधिकारियों के खिलाफ होगी विभागीय कार्रवाई
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चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर राज्य विजिलेंस ब्यूरो ने राजपत्रित और अराजपत्रित अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ने में तेजी लाई है। जुलाई 2022 के दौरान ब्यूरो ने दो नई जांच दर्ज की और 18 जांच को पूरा कर अंतिम रिपोर्ट सरकार को भेजी।
ब्यूरो ने दो जांच में दो राजपत्रित व तीन अराजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने का सुझाव दिया है। एक जांच में एक अराजपत्रित अधिकारी के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की गई है। एक जांच में प्लाट को रदद करने के साथ ही प्लाट मालिक के विरुद्ध पंचायती राज विभाग के नियमानुसार कार्रवाई करने का सुझाव दिया गया है। जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है, वे विभिन्न जिलों में तैनात हैं। वर्तमान में ये अधिकारी शहरी संपदा, राजस्व और पुलिस विभाग में कार्यरत हैं।
ब्यूरो ने भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 13 अलग-अलग मामलों में 15 प्रथम श्रेणी अधिकारियों,10 द्वितीय श्रेणी अधिकारियों, 23 तृतीय श्रेणी कर्मचारियों व 12 निजी व्यक्तियों सहित 48 सरकारी अधिकारियों के विरुद्ध मुकद्दमे भी जुलाई में दर्ज किए हैं।
विजिलेंस ब्यूरो के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी अधिकारी-कर्मचारी को नहीं बख्शा जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पीड़ितों की शिकायत के आधार पर ब्यूरो पूरे सुबूत जुटाकर कार्रवाई कर रहा है।
13 अधिकारी-कर्मचारी, 8 निजी व्यक्ति गिरफ्तार
विजिलेंस ने जुलाई में 13 सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों और 8 निजी व्यक्तियों को 4,000 रुपये से 65,000 रुपये तक की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इनमें विद्यानगर भिवानी के सुभाष अरोड़ा 65,000 रुपये ऑनलाइन व नकद लेते हुए गिरफ्तार किए गए। शहरी स्थानीय निकाय विभाग नरवाना, जींद के राजेंद्र सोनी 40,000 रुपये, डीसी कार्यालय सोनीपत के अधीक्षक वेद प्रकाश 20,000 रुपये, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता सुनील मेहला व उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम मुरथल, सोनीपत के लाइनमैन-लिपिक सुमेर सिंह को 50,000-50,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया है। हरियाणा खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के इंचार्ज और कंप्यूटर ऑपरेटर विनय कुमार 20,000 रुपये, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एलए दिनेश कुमार की ओर से ओल्ड हाउसिंग बोर्ड भिवानी के रमन पंवार को 10,000 रुपये, पुलिस स्टेशन फर्रूखनगर, गुरुग्राम के सहायक उप-निरीक्षक बिजेंद्र व गांव खेड़ा खर्रमपुर के लाल चंद को 20,000 रुपये, शिव कॉलोनी साहापुरा बल्लभगढ़, फरीदाबाद के सोम प्रकाश को 14,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया।

ब्यूरो ने दो जांच में दो राजपत्रित व तीन अराजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने का सुझाव दिया है। एक जांच में एक अराजपत्रित अधिकारी के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की गई है। एक जांच में प्लाट को रदद करने के साथ ही प्लाट मालिक के विरुद्ध पंचायती राज विभाग के नियमानुसार कार्रवाई करने का सुझाव दिया गया है। जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है, वे विभिन्न जिलों में तैनात हैं। वर्तमान में ये अधिकारी शहरी संपदा, राजस्व और पुलिस विभाग में कार्यरत हैं।
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ब्यूरो ने भ्रष्टाचार उन्मूलन अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत 13 अलग-अलग मामलों में 15 प्रथम श्रेणी अधिकारियों,10 द्वितीय श्रेणी अधिकारियों, 23 तृतीय श्रेणी कर्मचारियों व 12 निजी व्यक्तियों सहित 48 सरकारी अधिकारियों के विरुद्ध मुकद्दमे भी जुलाई में दर्ज किए हैं।
विजिलेंस ब्यूरो के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी अधिकारी-कर्मचारी को नहीं बख्शा जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पीड़ितों की शिकायत के आधार पर ब्यूरो पूरे सुबूत जुटाकर कार्रवाई कर रहा है।
13 अधिकारी-कर्मचारी, 8 निजी व्यक्ति गिरफ्तार
विजिलेंस ने जुलाई में 13 सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों और 8 निजी व्यक्तियों को 4,000 रुपये से 65,000 रुपये तक की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इनमें विद्यानगर भिवानी के सुभाष अरोड़ा 65,000 रुपये ऑनलाइन व नकद लेते हुए गिरफ्तार किए गए। शहरी स्थानीय निकाय विभाग नरवाना, जींद के राजेंद्र सोनी 40,000 रुपये, डीसी कार्यालय सोनीपत के अधीक्षक वेद प्रकाश 20,000 रुपये, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता सुनील मेहला व उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम मुरथल, सोनीपत के लाइनमैन-लिपिक सुमेर सिंह को 50,000-50,000 रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया है। हरियाणा खादी ग्राम उद्योग बोर्ड के इंचार्ज और कंप्यूटर ऑपरेटर विनय कुमार 20,000 रुपये, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एलए दिनेश कुमार की ओर से ओल्ड हाउसिंग बोर्ड भिवानी के रमन पंवार को 10,000 रुपये, पुलिस स्टेशन फर्रूखनगर, गुरुग्राम के सहायक उप-निरीक्षक बिजेंद्र व गांव खेड़ा खर्रमपुर के लाल चंद को 20,000 रुपये, शिव कॉलोनी साहापुरा बल्लभगढ़, फरीदाबाद के सोम प्रकाश को 14,000 रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया।