हरियाणा की छोरी ने गाड़े लठ: छोटी उम्र में पाया बड़ा मुकाम, वंडर गर्ल बनी सबसे युवा पीएचडी स्कॉलर
जाह्नवी को 21 वर्ष की आयु में आईआईटी दिल्ली में पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश मिला है और वह वर्तमान में देश की सबसे कम उम्र की पीएचडी स्कॉलर बन गई हैं। उन्होंने देश भर से चुने गए मात्र पांच चयनित उम्मीदवारों के बीच अपना स्थान बनाया है।

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वंडर गर्ल के नाम से सुप्रसिद्ध समालखा की जाह्नवी पंवार एक बार फिर चर्चा में आई हैं। जाह्नवी को 21 वर्ष की आयु में आईआईटी दिल्ली में पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश मिला है और वह वर्तमान में देश की सबसे कम उम्र की पीएचडी स्कॉलर बन गई हैं। उन्होंने देश भर से चुने गए मात्र पांच चयनित उम्मीदवारों के बीच अपना स्थान बनाया है। जाह्नवी ने बताया कि वह फोक लिटरेचर में रिसर्च करेंगी। उन्होंने पहले प्रयास में ही ग्रेजुएट एटीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग यानि गेट उत्तीर्ण करने के साथ-साथ आईआईटी दिल्ली की लिखित परीक्षा और पांच प्रोफेसर के पैनल द्वारा आयोजित साक्षात्कार में सफलता प्राप्त की।

जाह्नवी ने बताया कि गेट क्वालिफाई होने के बाद उन्होंने पटना, रोपड़ ओर जोधपुर आईआईटी में भी साक्षात्कार दिया। उन्होंने आईआईटी दिल्ली को चुना है। उन्होंने पीएचडी के लिए दो बार वर्ष 2023-24 और 2025 में यूजीसी-नेट 95 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण किया।
19 साल की उम्र में सहायक प्रोफेसर बनकर पढ़ाया
जाह्नवी ने बताया कि उन्होंने 20 साल की आयु में मनोविज्ञान विषय में दूसरी मास्टर डिग्री पूरी की। इसी दौरान उनकी एक पुस्तक (लर्न जनरल इंग्लिश विद जाह्नवी) का प्रकाशन हो हुआ, जबकि दो अन्य पुस्तकें अभी प्रगति पर हैं। जिनका इसी माह प्रकाशन होने की संभावना है। इतना ही नहीं 19 साल की आयु में सबसे कम उम्र की सहायक प्रोफेसर बनकर समालखा के पाइट कॉलेज में बीसीए, एमबीए, बीटैक, एमटैक व एमसीए अंतिम वर्ष के छात्रों को पढ़ाया। जाह्नवी के मुताबिक इसी साल उनके दो शोध पत्र भी प्रकाशित हुए हैं जिनमें नेशनल जर्नल और इंटरनेशनल शामिल हैं। तीसरा शोधपत्र अभी चल रहा है।
11 साल की उम्र में 10वीं की पास
जाह्नवी पंवार ने बताया कि उन्होंने मात्र 11 साल की आयु में हरियाणा बोर्ड से 10वीं कक्षा पास कर ली थी। इसके बाद 13 साल की उम्र में सीबीएसई से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर देश में रिकॉर्ड बनाया। 16 वर्ष की आयु में स्नातक की डिग्री ली और 18 साल की उम्र में अंग्रेजी भाषा में एमए की डिग्री हासिल की। वे इसके साथ देश की सबसे कम आयु की पहली पोस्ट ग्रेजुएट बनी। वे स्पोक्सपर्सन भी रहीं। शिक्षक रहे पिता बृजमोहन ने बताया कि जाह्नवी को नौ देशों की अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है। वह नौ अलग-अलग लहजों में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती हैं। इसके अलावा उसके पास फ्रेंच भाषा का सर्टिफिकेट भी है और वह जापानी में सर्टिफिकेट के लिए परीक्षा दे रही हैं। अब जाह्नवी स्पेनिश सीख रही हैं।
महज 14 साल की आयु में जाह्नवी ने आईईएलटीएस की परीक्षा दी थी और उसमें साढे़ आठ बैंड रैंक हासिल किया। वे आज इसकी ट्रेनर भी हैं। जान्हवी ने बताया कि वह वर्तमान में टीसीएसओएल में भी स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रही हैं। जान्हवी पढ़ाई के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी सक्रिय है। यूट्यूब पर जाह्नवी पंवार के नाम से एक चैनल है जिसके 2.27 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर और नौ लाख से अधिक इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स हैं।
हाल ही में उन्होंने टास्क विद जाह्नवी के नाम से ब्रॉडकास्ट भी शुरू किया है। जिस पर वह प्रेरक वक्ता और पॉडकास्टर, ज्ञान और कहानी के माध्यम से युवाओं से जुड़ती हैं। जाह्नवी ने अपनी भविष्य की योजना के बारे में बताते हुए कहा कि वह पीएचडी करने के बाद जॉब नहीं करेंगी बल्कि देश के बच्चों व युवाओं को अपनी मातृभाषा के साथ अंग्रेजी भाषा का सही से ज्ञान कैसे हो इसके लिए जागरूक करेंगी।
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