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खुलासा: पुलिस चौकी से 200...थाने से 700 मी. दूर था अलकायदा के संदिग्धों का ठिकाना, तीन हजार में किराये पर कमरा
अमर उजाला नेटवर्क, रेवाड़ी
Published by: शाहरुख खान
Updated Sun, 25 Aug 2024 09:10 AM IST
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सार
हरियाणा के भिवाड़ी में पुलिस चौकी से 200 और थाने से 700 मीटर दूर अलकायदा के संदिग्धों का ठिकाना दूर था। आरोपियों ने 3,000 रुपये मासिक किराये पर कमरा लिया था। रेवाड़ी के धारूहेड़ा से मात्र 15 किमी की दूरी पर कमरा था।

यहीं रहते थे संदिग्ध
- फोटो : अमर उजाला
विस्तार
22 अगस्त को धारूहेड़ा से सटे राजस्थान के भिवाड़ी में अलकायदा के पकड़े गए 6 संदिग्धों ने चौपानकी थाने से 700 मीटर दूर सारेकलां में दो कमरे किराये पर लिए थे। जिस बिल्डिंग में पुलिस की कार्रवाई हुई थी, उसमें कुल 105 कमरे हैं।
बिल्डिंग के केयरटेकर के मुताबिक, 2 महीने के लिए 3 हजार रुपये में उन्होंने कमरा किराये पर लिया था। कभी ज्यादा ध्यान नहीं दिया। कमरे भी अक्सर बंद ही देखे। वे एक या दो बार ही यहां आए होंगे। सारेकलां गांव के जंगल के दूसरी तरफ वायुसेना का करीब 5 से 7 किलोमीटर का प्रतिबंधित क्षेत्र है। नीचे 200 मीटर पर अजमेरी गेट पुलिस चौकी है।
जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार टांक का कहना है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने वीरवार सुबह चौपानकी थानाक्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। पूरी कार्रवाई दिल्ली स्पेशल पुलिस (एटीएस) ने की थी, जो उन्हें गिरफ्तार कर सीधा दिल्ली ले गई। सभी दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं।
बॉर्डर चुनने का है ये कारण, किराये पर रहने के लिए नहीं होता वेरिफिकेशन
भिवाड़ी, राजस्थान के अलवर जिले का हिस्सा है जो दिल्ली एनसीआर में आता है। इसकी सीमा हरियाणा से लगती है। भिवाड़ी को औद्योगिक दृष्टि से बड़ा इलाका माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में बाहरी लोग काम करने के लिए आते हैं। दो राज्यों को मिलने वाला क्षेत्र होने के चलते दूसरे राज्य के लिए यहां आसानी से आ जा सकते हैं।
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बिल्डिंग के केयरटेकर के मुताबिक, 2 महीने के लिए 3 हजार रुपये में उन्होंने कमरा किराये पर लिया था। कभी ज्यादा ध्यान नहीं दिया। कमरे भी अक्सर बंद ही देखे। वे एक या दो बार ही यहां आए होंगे। सारेकलां गांव के जंगल के दूसरी तरफ वायुसेना का करीब 5 से 7 किलोमीटर का प्रतिबंधित क्षेत्र है। नीचे 200 मीटर पर अजमेरी गेट पुलिस चौकी है।
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जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार टांक का कहना है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने वीरवार सुबह चौपानकी थानाक्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। पूरी कार्रवाई दिल्ली स्पेशल पुलिस (एटीएस) ने की थी, जो उन्हें गिरफ्तार कर सीधा दिल्ली ले गई। सभी दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं।
बॉर्डर चुनने का है ये कारण, किराये पर रहने के लिए नहीं होता वेरिफिकेशन
भिवाड़ी, राजस्थान के अलवर जिले का हिस्सा है जो दिल्ली एनसीआर में आता है। इसकी सीमा हरियाणा से लगती है। भिवाड़ी को औद्योगिक दृष्टि से बड़ा इलाका माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में बाहरी लोग काम करने के लिए आते हैं। दो राज्यों को मिलने वाला क्षेत्र होने के चलते दूसरे राज्य के लिए यहां आसानी से आ जा सकते हैं।
परिवहन की दृष्टि से भी व्यवस्थाएं उचित हैं। बॉर्डर के पास वाला गांव होने के चलते यहां छिपकर रहना और संकट के समय भागना बहुत आसान है इसीलिए अलकायदा ने इस क्षेत्र को हथियारों की ट्रेनिंग के लिए चुना। किराये पर रहने के लिए किसी प्रकार का वेरिफिकेशन भी नहीं होता है।
दिल्ली पुलिस ने 22 अगस्त को की थी कार्रवाई
एटीएस ने 22 अगस्त को राजस्थान सहित तीन राज्यों में कार्रवाई की थी। राजस्थान, झारखंड और उत्तर प्रदेश से 14 लोगों को हिरासत में लिया गया था। इन संदिग्धों का कनेक्शन अलकायदा के आतंकी मॉड्यूल से होने का दावा किया गया था। दिल्ली स्पेशल पुलिस के अफसरों ने बताया था कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद राज्यों के पुलिस बलों के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया गया।
एटीएस ने 22 अगस्त को राजस्थान सहित तीन राज्यों में कार्रवाई की थी। राजस्थान, झारखंड और उत्तर प्रदेश से 14 लोगों को हिरासत में लिया गया था। इन संदिग्धों का कनेक्शन अलकायदा के आतंकी मॉड्यूल से होने का दावा किया गया था। दिल्ली स्पेशल पुलिस के अफसरों ने बताया था कि खुफिया जानकारी मिलने के बाद राज्यों के पुलिस बलों के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया गया।