{"_id":"686ac7984459722cad0e0a07","slug":"in-seven-years-the-fencer-has-won-90-medals-at-the-state-and-national-level-rewari-news-c-198-1-rew1001-222140-2025-07-07","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rewari News: सात वर्षों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 90 पदक जीत चुके हैं तलवारबाज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rewari News: सात वर्षों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 90 पदक जीत चुके हैं तलवारबाज
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Mon, 07 Jul 2025 12:29 AM IST
विज्ञापन

फोटो : 1खिलाड़ियों के साथ तलरबाजी कोच राजपाल। स्रोत : कोच
संवाद न्यूज एजेंसी
रेवाड़ी। राव तुलाराम स्टेडियम में सात वर्ष पहले शुरू हुए तलवारबाजी सेंटर के तलवारबाज अबतक 90 पदक जीत चुके हैं। खिलाड़ियों ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में 60 और राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में 30 पदक जीते हैं।
सेंटर के खिलाड़ियों की सफलता को देखते हुए राज्य सरकार ने सेंटर की जगह आवासीय अकादमी शुरू की है। अकादमी के खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में सफलता पाई है।
खेल कोटे से कई खिलाड़ियों को नौकरी मिल चुकी है। यहां अलग-अलग राज्यों से आए 10 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। 30 से ज्यादा खिलाड़ियों ने लाखों रुपये का कैश अवॉर्ड भी जीता है।
प्रशिक्षक राजपाल यादव ने बताया कि तलवारबाजी अकादमी में प्रशिक्षण लेने के लिए दूसरे राज्यों के खिलाड़ी आ रहे हैं। वर्तमान में झारखंड के 2, महाराष्ट्र के 1, छत्तीसगढ़ के एक, यूपी के दो और राजस्थान के दो खिलाड़ी यहां प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें से कोई खिलाड़ी एक साल तो कोई दो साल से कोचिंग ले रहे हैं।
एक जम्मू और एक चंडीगढ़ से खिलाड़ी आने वाला है। अकादमी के खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी कई पदक जीते थे। खेलो इंडिया में जिले के 7 खिलाड़ी पहुंचे थे।
खेल कोटे से नौकरी पाने वाले खिलाड़ी
प्रशिक्षक राजपाल यादव ने बताया कि 4 सीनियर खिलाड़ियों ने खेल कोटे से नौकरी प्राप्त की है। इनमें तीन ने आर्मी व एक की नियुक्ति ग्रुप डी में हुई है। इन खिलाड़ियों में सोनू यादव, मनीष चौहान, दीपांशु सैनी व प्रेमपाल शामिल हैं। भविष्य में और भी खिलाड़ी खेल कोटे से नौकरी हासिल कर सकेंगे। इस समय उनके पास 55 से ज्यादा खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। तलवारबाजी का क्रेज लगातार बढ़ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी
अकादमी के कई खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है। इन खिलाड़ियों में सचिन शर्मा, यशराज, ध्रुव त्यागी, विश्वजीत सांगवान, तेजस्विनी, गजेंद्र चौधरी, सचिन गुर्जर, ईशा कलकल, आर्यन यादव, अनुप्रिया व अंकित शामिल हैं।
विज्ञापन

Trending Videos
रेवाड़ी। राव तुलाराम स्टेडियम में सात वर्ष पहले शुरू हुए तलवारबाजी सेंटर के तलवारबाज अबतक 90 पदक जीत चुके हैं। खिलाड़ियों ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में 60 और राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में 30 पदक जीते हैं।
सेंटर के खिलाड़ियों की सफलता को देखते हुए राज्य सरकार ने सेंटर की जगह आवासीय अकादमी शुरू की है। अकादमी के खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में सफलता पाई है।
विज्ञापन
विज्ञापन
खेल कोटे से कई खिलाड़ियों को नौकरी मिल चुकी है। यहां अलग-अलग राज्यों से आए 10 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। 30 से ज्यादा खिलाड़ियों ने लाखों रुपये का कैश अवॉर्ड भी जीता है।
प्रशिक्षक राजपाल यादव ने बताया कि तलवारबाजी अकादमी में प्रशिक्षण लेने के लिए दूसरे राज्यों के खिलाड़ी आ रहे हैं। वर्तमान में झारखंड के 2, महाराष्ट्र के 1, छत्तीसगढ़ के एक, यूपी के दो और राजस्थान के दो खिलाड़ी यहां प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें से कोई खिलाड़ी एक साल तो कोई दो साल से कोचिंग ले रहे हैं।
एक जम्मू और एक चंडीगढ़ से खिलाड़ी आने वाला है। अकादमी के खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी कई पदक जीते थे। खेलो इंडिया में जिले के 7 खिलाड़ी पहुंचे थे।
खेल कोटे से नौकरी पाने वाले खिलाड़ी
प्रशिक्षक राजपाल यादव ने बताया कि 4 सीनियर खिलाड़ियों ने खेल कोटे से नौकरी प्राप्त की है। इनमें तीन ने आर्मी व एक की नियुक्ति ग्रुप डी में हुई है। इन खिलाड़ियों में सोनू यादव, मनीष चौहान, दीपांशु सैनी व प्रेमपाल शामिल हैं। भविष्य में और भी खिलाड़ी खेल कोटे से नौकरी हासिल कर सकेंगे। इस समय उनके पास 55 से ज्यादा खिलाड़ी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। तलवारबाजी का क्रेज लगातार बढ़ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी
अकादमी के कई खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है। इन खिलाड़ियों में सचिन शर्मा, यशराज, ध्रुव त्यागी, विश्वजीत सांगवान, तेजस्विनी, गजेंद्र चौधरी, सचिन गुर्जर, ईशा कलकल, आर्यन यादव, अनुप्रिया व अंकित शामिल हैं।