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Rewari News: गढ़ गंगा पहुंचकर लावारिस शवों की अस्थियों का विसर्जन किया
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गढ़ गंगा में लावारिस शवों की अस्थियों का गढ़ गंगा में विसर्जन करती श्रीराम सेवा समिति। स्रोत :
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भिवाड़ी। श्रीराम सेवा समिति ने रविवार को मानवता और सेवा की मिसाल पेश करते हुए लावारिस शवों की अस्थियों का गढ़ गंगा में विसर्जन किया। समिति के सदस्य सुबह ही भिवाड़ी से रवाना होकर गढ़ गंगा पहुंचे और मंत्रोच्चार के बीच अनजान लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
अस्थि विसर्जन के दौरान समिति के सदस्यों ने फूल-मालाओं और पवित्र जल के साथ धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए विधिवत विसर्जन प्रक्रिया पूरी की। समिति के प्रधान विनीत सिसौदिया ने बताया कि श्रीराम सेवा समिति पिछले लंबे समय से भिवाड़ी में उन लोगों का अंतिम संस्कार करवाती आ रही है जिनकी मृत्यु के बाद उनके परिजनों का पता नहीं लगता।
इस स्थिति में पुलिस द्वारा समिति को सूचना दी जाती है और समिति के सदस्य सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार करवाते हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए चाहे उसके जीवन में कोई परिवार साथ रहा हो या नहीं।
विनीत सिसौदिया ने बताया कि समिति की ओर से अंतिम संस्कार करवाने के बाद अस्थियों को सुरक्षित रखा जाता है और समय आने पर गढ़ गंगा में विसर्जन किया जाता है ताकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आत्मा को शांति प्राप्त हो सके।
उन्होंने कहा कि यह सेवा केवल धार्मिक कार्य नहीं बल्कि मानवता की जिम्मेदारी है। अस्थि विसर्जन के दौरान विनीत सिसौदिया के साथ कुलदीप मावर, महावीर मेहरा सहित कई सदस्य मौजूद रहे।
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अस्थि विसर्जन के दौरान समिति के सदस्यों ने फूल-मालाओं और पवित्र जल के साथ धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए विधिवत विसर्जन प्रक्रिया पूरी की। समिति के प्रधान विनीत सिसौदिया ने बताया कि श्रीराम सेवा समिति पिछले लंबे समय से भिवाड़ी में उन लोगों का अंतिम संस्कार करवाती आ रही है जिनकी मृत्यु के बाद उनके परिजनों का पता नहीं लगता।
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इस स्थिति में पुलिस द्वारा समिति को सूचना दी जाती है और समिति के सदस्य सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार करवाते हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए चाहे उसके जीवन में कोई परिवार साथ रहा हो या नहीं।
विनीत सिसौदिया ने बताया कि समिति की ओर से अंतिम संस्कार करवाने के बाद अस्थियों को सुरक्षित रखा जाता है और समय आने पर गढ़ गंगा में विसर्जन किया जाता है ताकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आत्मा को शांति प्राप्त हो सके।
उन्होंने कहा कि यह सेवा केवल धार्मिक कार्य नहीं बल्कि मानवता की जिम्मेदारी है। अस्थि विसर्जन के दौरान विनीत सिसौदिया के साथ कुलदीप मावर, महावीर मेहरा सहित कई सदस्य मौजूद रहे।