{"_id":"693b0c9dc4545cf321092f50","slug":"villagers-will-take-out-a-tractor-march-on-december-21-rewari-news-c-198-1-fth1001-230248-2025-12-11","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rewari News: 21 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे ग्रामीण","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rewari News: 21 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे ग्रामीण
विज्ञापन
विज्ञापन
रेवाड़ी। एनएच-71 के नजदीक गांव रामगढ़ भगवानपुर गांव की पंचायती जमीन पर प्रस्तावित 200 बेड के नागरिक अस्पताल को शिफ्ट करने की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना वीरवार को 178वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने अस्पताल निर्माण का आश्वासन देकर उनकी कीमती पंचायत भूमि ले ली, लेकिन बाद में वायदा पूरा नहीं किया गया।
इसी रोष के बीच धरने में शामिल ग्रामीणों की संख्या लगातार बढ़ रही है। धरने की अध्यक्षता राव रोशन लाल ने की। धरनास्थल पर रोजाना की तरह सैकड़ों ग्रामीण, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग एकत्र हुए। रामगढ़ भगवानपुर के अलावा आसपास के दर्जनों गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया।
अस्पताल बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक एवं सरपंच प्रतिनिधि अनिल कुमार ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीणों से धोखाधड़ी हुई है।
उन्होंने बताया कि राव इंद्रजीत के कहने पर ग्रामीणों ने अस्पताल निर्माण के लिए बिना किसी कीमत के जमीन देने का प्रस्ताव दिया था लेकिन बाद में अधिकारियों ने पानी की सुविधा के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री तो करा ली जबकि अस्पताल निर्माण को लेकर अब तक कोई पहल नहीं की गई। इस कथित वादाखिलाफी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
अनिल कुमार ने कहा कि गांव की जनता अब चुप बैठने वाली नहीं। 21 दिसंबर को धरनास्थल से रेवाड़ी शहर और आसपास के गांवों में ट्रैक्टर मार्च निकालकर अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि जब तक अस्पताल निर्माण की स्पष्ट घोषणा नहीं होती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
धरने में महिलाओं ने भी भारी संख्या में भागीदारी दर्ज करवाई। उन्होंने लोकगीतों व रागनियों के माध्यम से अपना आक्रोश व्यक्त किया और सरकार से जल्द अस्पताल निर्माण शुरू करने की मांग की। मंच संचालन हनुमंत उर्फ पिलानी ने किया।
धरना स्थल पर मौजूद ग्रामीणों का कहना है कि पंचायती जमीन गांव के विकास के लिए दी गई थी, न कि सरकार के वादाखिलाफी के लिए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
Trending Videos
इसी रोष के बीच धरने में शामिल ग्रामीणों की संख्या लगातार बढ़ रही है। धरने की अध्यक्षता राव रोशन लाल ने की। धरनास्थल पर रोजाना की तरह सैकड़ों ग्रामीण, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग एकत्र हुए। रामगढ़ भगवानपुर के अलावा आसपास के दर्जनों गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और आंदोलन को समर्थन दिया।
विज्ञापन
विज्ञापन
अस्पताल बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक एवं सरपंच प्रतिनिधि अनिल कुमार ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीणों से धोखाधड़ी हुई है।
उन्होंने बताया कि राव इंद्रजीत के कहने पर ग्रामीणों ने अस्पताल निर्माण के लिए बिना किसी कीमत के जमीन देने का प्रस्ताव दिया था लेकिन बाद में अधिकारियों ने पानी की सुविधा के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री तो करा ली जबकि अस्पताल निर्माण को लेकर अब तक कोई पहल नहीं की गई। इस कथित वादाखिलाफी से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
अनिल कुमार ने कहा कि गांव की जनता अब चुप बैठने वाली नहीं। 21 दिसंबर को धरनास्थल से रेवाड़ी शहर और आसपास के गांवों में ट्रैक्टर मार्च निकालकर अपनी मांगों को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। उन्होंने साफ कहा कि जब तक अस्पताल निर्माण की स्पष्ट घोषणा नहीं होती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
धरने में महिलाओं ने भी भारी संख्या में भागीदारी दर्ज करवाई। उन्होंने लोकगीतों व रागनियों के माध्यम से अपना आक्रोश व्यक्त किया और सरकार से जल्द अस्पताल निर्माण शुरू करने की मांग की। मंच संचालन हनुमंत उर्फ पिलानी ने किया।
धरना स्थल पर मौजूद ग्रामीणों का कहना है कि पंचायती जमीन गांव के विकास के लिए दी गई थी, न कि सरकार के वादाखिलाफी के लिए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।