Farmers Protest: लघु सचिवालय घेरने निकले किसानों को नाकों पर रोका, 5 घंटे तक तीन हाईवे रहे जाम, देखें तस्वीरें
हिसार में किसानों के अल्टीमेटम के चलते पुलिस ने शहर के मुख्य मार्गों पर बैरिकेड लगा दिए। वहीं, पुलिस ने कुछ किसानों को हिरासत में भी लिया है, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
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बीमा कंपनी क्लेम के करीब 400 करोड़ रुपये जारी कराने सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार को महापड़ाव के तहत ट्रैक्टरों से लघु सचिवालय का घेराव करने के लिए जिलेभर के गांवों से रवाना हुए किसानों को पुलिस ने नाकों पर ही रोक दिया, जिससे तीन हाईवे जाम हो गए। घेराव का आह्वान बुधवार को पगड़ी संभाल जट्टा मोर्चा संघर्ष समिति ने किया था।
करीब पांच घंटे तक तीन हाइवे पर यातायात बाधित रहा। पुलिस प्रशासन को वाहनों का रूट डायवर्जन करना पड़ा। शाम करीब पांच बजे समिति की प्रशासन के साथ वार्ता के बाद किसान लौट गए। किसानों ने प्रशासन को दस दिन का समय दिया है। लघु सचिवालय के घेराव के चलते शहर में दस डीएसपी सहित 700 पुलिसकर्मी लगाए गए थे।
बीमा कंपनी से क्लेम दिलाने की मांग को लेकर पगड़ी संभाल जट्टा मोर्चा एक जून से लघु सचिवालय के बाहर महापड़ाव डाले हैं। 70 दिन में 8 बार वार्ता के बाद भी मांग पूरी नहीं होने से नाराज किसानों ने दस अगस्त को जिलेभर के किसानों से लघु सचिवालय के घेराव का आह्वान किया था।
गुरुवार की सुबह 11 बजे से किसानों के ट्रैक्टर आना शुरू हो गए। प्रशासन ने किसानों के ट्रैक्टरों को शहर से बाहर रोकने के लिए नाकों पर ही बेरिकेड्स लगा दिए। जिसके चलते तीन हाइवे जाम हो गए। नाकों पर रोके जाने के कारण किसानों ने हिसार-भादरा रोड, सिरसा-दिल्ली रोड, हिसार-राजगढ़ रोड, साउथ बाईपास पर अपने ट्रैक्टर खड़े कर दिए।
दिनभर शहर की यातायात व्यवस्था चरमराई रही। किसानों के साथ नाकों पर पुलिस की हल्की झड़प भी हुई। प्रशासन ने किसानों को कई बार बातचीत के लिए बुलाया। किसान संगठनों ने बातचीत से पहले बुधवार की रात धरना स्थल पर किसानों के साथ गाली गलौज करने वाले पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की।
शाम करीब 4 बजे बाद पुलिस अधिकारियों ने आरोपी पुलिसकर्मी जितेंद्र कुमार को निलंबित करने की जानकारी दी। इसके बाद किसान संगठनों की प्रशासन की कमेटी के साथ बातचीत हुई। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि अब तक 400 करोड़ क्लेम दिया जा चुका है।
22 गांवों का बचा हुआ क्लेम भी पांच दिन में जारी कर दिया जाएगा। किसान संगठनों ने प्रशासन को 5 के बजाय 10 दिन का समय दिया। डीसी उत्तम सिंह ने बताया कि रिजेक्ट किए गए 27 हजार आवेदनों में 3 हजार को क्लेम दिया जा चुका है। अन्य को भी क्लेम देने की प्रक्रिया चल रही है।
चंडीगढ़ जाने वाली चार व ग्रामीण रूटों पर 50 बसें रही रद्द
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर जिला प्रशासन ने शहर के अंदर आने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया। इसी प्रकार लोकल रूट पर 50 बसें रद्द रहीं। भादरा से हिसार आने वाली कुछ बसें बाईपास होकर आई। वहीं, हिसार से सिरसा जाने वाली बसों को सेक्टर-14 के अंदर से निकाला गया। मगर, सुबह 11.30 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक बसें पूरी तरह बंद हो गई। इस कारण यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी। जगह-जगह जाम में यात्री फंसे रहे।
शाम पांच बजे के बाद यातायात सुचारु हुआ तो यात्रियों ने राहत की सांस ली। हालांकि बाद में लोकल से लेकर लंबे रूट पर बसों की सर्विस शुरू हो गई। जाम लगा होने के कारण हिसार से चंडीगढ़ जाने वाली तीन बसें रद्द रही। वहीं, चंडीगढ़ जाने वाली एक बस बरवाला से ही लौटी। इसी प्रकार लोकल रूट पर 50 बसें रद्द रही। मगर यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए शाम को पांच बजे के बाद बसें भेजी गई।
जगह-जगह रास्ते बंद होने के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। लंबे रूट की चंडीगढ़ जाने वाली चार बसें रद्द रही। ग्रामीण रूट पर भी 50 बसें नहीं गई। शाम को सभी बसें सुचारु रूप से चलाई गई। - प्रेम सागर, डीआई, रोडवेज।