Haryana: लाइसेंस रद्द होने के बाद भी चल रहा था नर्सिंग होम, छापेमारी पर हुआ खुलासा, डिलीवरी के लिए आई थी महिला
बीती 11 अप्रैल को पीसी पीएनडीटी टीम ने इस नर्सिंग होम पर छापा मारा था, जहां गर्भपात की दवाएं (एमटीपी किट) और एक महिला को गलत तरीके से दवा दिए जाने का मामला सामने आया था।


विस्तार
खरखौदा के थाना कलां मार्ग पर स्थित भारद्वाज नर्सिंग होम पर बुधवार को पीसी पीएनडीटी और नगरपालिका की संयुक्त टीम ने छापा मारा। जांच में पाया गया कि लाइसेंस रद्द होने के बावजूद नर्सिंग होम अवैध रूप से संचालित हो रहा था। मौके पर एक महिला की डिलीवरी होने की जानकारी मिली, लेकिन कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। टीम ने महिला को दूसरे अस्पताल में रेफर किया और नर्सिंग होम को सील कर दिया।
छापेमारी और जांच
पीसी पीएनडीटी की नोडल अधिकारी डॉ. प्रवीन ढोचक और नगरपालिका सचिव पंकज जून के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने बुधवार को भारद्वाज नर्सिंग होम पर छापा मारा। जांच में पाया गया कि अस्पताल का लाइसेंस पहले ही रद्द किया जा चुका है, फिर भी इसे अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। टीम को मौके पर एक महिला मिली, जिसकी उसी दिन डिलीवरी हुई थी, लेकिन कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। ओपीडी रजिस्टर की जांच के लिए फोटो लिए गए, और महिला को तुरंत दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया। इसके बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया गया।
पहले भी हो चुका है लाइसेंस रद्द
बीती 11 अप्रैल को पीसी पीएनडीटी टीम ने इस नर्सिंग होम पर छापा मारा था, जहां गर्भपात की दवाएं (एमटीपी किट) और एक महिला को गलत तरीके से दवा दिए जाने का मामला सामने आया था। जांच में इसकी कड़ी उत्तर प्रदेश के बिजनौर से जुड़ी थी, जहां महिला का अल्ट्रासाउंड हुआ था। इसके बाद चिकित्सक डॉ. तमन्ना का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था, और खरखौदा व बिजनौर में उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए थे। इसके बावजूद नर्सिंग होम का संचालन जारी था, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई।
लाइसेंस रद्द होने के बावजूद नर्सिंग होम अवैध रूप से संचालित हो रहा था। जांच में एक महिला की डिलीवरी का मामला सामने आया, लेकिन मौके पर कोई चिकित्सक नहीं था। अस्पताल को सील कर दिया गया है, और आगे की जांच जारी है। -डॉ. प्रवीन ढोचक, नोडल अधिकारी, पीसी पीएनडीटी
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