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Hamirpur (Himachal) News: जानमाल का खतरा बने देवदार के सूखे 90 पेड़ काटे जाएंगे
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर (हि. प्र.)
Updated Thu, 13 Nov 2025 06:07 AM IST
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मनाली। पर्यटन नगरी मनाली की सुंदरता बढ़ाने वाले सैकड़ों साल पुराने देवदार के पेड़ अब मयाद पूरी कर सूखने लगे हैं। इन सूखे हुए पेड़ों से बरसात और बर्फबारी के दौरान जानमाल का खतरा उत्पन्न हो रहा है। इसी खतरे को देखते हुए वन विभाग ने मनाली के वन विहार से ओल्ड मनाली तक और हिडिंबा मंदिर के पीछे वाले जंगल में लगभग 90 सूखे पेड़ों को चिह्नित कर काटने के आदेश दिए हैं।
पिछले साल हुई बर्फबारी और बरसात में आई आपदा के दौरान सैकड़ों पेड़ गिरे और टूट गए थे। इससे कई भवनों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था। अब वन विभाग ने खतरा बने इन पेड़ों को चिन्हित कर कटान का कार्य शुरू कर दिया है। चूंकि यह क्षेत्र वन्य प्राणी विभाग के अधीन आता है इसलिए विभाग ने पेड़ों को चिह्नित कर वन निगम को इन्हें काटने के आदेश दिए हैं।
वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ राजेश ने बताया कि सूखे हुए लगभग 90 पेड़ काटे जा रहे हैं। इसके अलावा बरसात और तूफान से गिरे हुए 190 से अधिक पेड़ों को भी काटकर अब स्लीपर तैयार किए जा रहे हैं।
इस वजह से सूखे देवदार पेड़
पेड़ों के सूखने की कोई वैज्ञानिक वजह सामने नहीं आई है, लेकिन अनुभव के आधार पर वन अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर पेड़ अपनी आयु सीमा पूरी होने के कारण सूख गए हैं। कुछ स्थानों पर पानी या नमी की कमी भी पेड़ों के सूखने का कारण बनी है। डीएफओ राजेश ने कहा कि जिन स्थानों पर ये पेड़ सूखे हैं, वहां पर अब पौधरोपण पर जोर दिया जाएगा ताकि भविष्य में मनाली का सौंदर्य बना रहे।
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पिछले साल हुई बर्फबारी और बरसात में आई आपदा के दौरान सैकड़ों पेड़ गिरे और टूट गए थे। इससे कई भवनों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचा था। अब वन विभाग ने खतरा बने इन पेड़ों को चिन्हित कर कटान का कार्य शुरू कर दिया है। चूंकि यह क्षेत्र वन्य प्राणी विभाग के अधीन आता है इसलिए विभाग ने पेड़ों को चिह्नित कर वन निगम को इन्हें काटने के आदेश दिए हैं।
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वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ राजेश ने बताया कि सूखे हुए लगभग 90 पेड़ काटे जा रहे हैं। इसके अलावा बरसात और तूफान से गिरे हुए 190 से अधिक पेड़ों को भी काटकर अब स्लीपर तैयार किए जा रहे हैं।
इस वजह से सूखे देवदार पेड़
पेड़ों के सूखने की कोई वैज्ञानिक वजह सामने नहीं आई है, लेकिन अनुभव के आधार पर वन अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर पेड़ अपनी आयु सीमा पूरी होने के कारण सूख गए हैं। कुछ स्थानों पर पानी या नमी की कमी भी पेड़ों के सूखने का कारण बनी है। डीएफओ राजेश ने कहा कि जिन स्थानों पर ये पेड़ सूखे हैं, वहां पर अब पौधरोपण पर जोर दिया जाएगा ताकि भविष्य में मनाली का सौंदर्य बना रहे।