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Hamirpur (Himachal) News: भीषण आग में उजड़े अपने आशियाने पहले देवताओं के लिए बनाए ठिकाने
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर (हि. प्र.)
Updated Thu, 13 Nov 2025 07:13 AM IST
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कुल्लू के झनियार गांव में राख के ढेर में तबदील अपने आशियानों को देखते ग्रामीण।-संवाद
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कुल्लू। उपमंडल बंजार की नोहांडा पंचायत के झनियार गांव में आग से तबाही के बाद भी लोगों ने हिम्मत नहीं हारी है। अपने घर और सामान सब कुछ खोने के बावजूद ग्रामीण एकजुट होकर एक-दूसरे की मदद में जुट गए हैं। सबसे पहले उन्होंने मिलकर दो देवताओं वीमू नाग और जोगणी माता के लिए अस्थायी शेड तैयार किए हैं।
आग की इस भीषण घटना में दोनों देवताओं के मंदिर और भंडार जलकर राख हो गए थे। अब देवताओं को अस्थायी शेड में विराजमान कर पूजा-अर्चना की जा रही है। देवता के शेड बनने के बाद अब ग्रामीण अपने रहने के लिए टेंट तैयार करने में जुट गए हैं।
एसडीएम बंजार की ओर से नौ टेंट गांव को उपलब्ध करवाए गए हैं, जिन्हें अगले एक-दो दिनों में लगाकर प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय बनाया जाएगा। प्रभावित दीनानाथ, कैलाश, विजय और नीचू राणा ने बताया कि देवता को शेड में विराजमान कर दिया गया है और अब सब मिलकर लोगों के रहने की व्यवस्था कर रहे हैं।
आग की इस घटना से प्रभावित परिवारों के लिए गांव में धाम लगाई गई है, जहां उन्हें भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। प्रभावित फिलहाल गांव के किनारे बचे छह घरों में शरण लिए हुए हैं। उनका कहना है कि दो रातों से नींद नहीं आई क्योंकि जिंदगी भर की कमाई पलभर में राख में बदल गई।
राहत कार्यों को व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए गांव में 10 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इसमें अध्यक्ष दीनानाथ, सचिव यज्ञा चंद और कोषाध्यक्ष हरीश कुमार हैं, जबकि टेक चंद, गोपाल, कौशल देव, झावे राम, खेम चंद, अमर सिंह और यशपाल सदस्य बनाए गए हैं।
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आग की इस भीषण घटना में दोनों देवताओं के मंदिर और भंडार जलकर राख हो गए थे। अब देवताओं को अस्थायी शेड में विराजमान कर पूजा-अर्चना की जा रही है। देवता के शेड बनने के बाद अब ग्रामीण अपने रहने के लिए टेंट तैयार करने में जुट गए हैं।
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एसडीएम बंजार की ओर से नौ टेंट गांव को उपलब्ध करवाए गए हैं, जिन्हें अगले एक-दो दिनों में लगाकर प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय बनाया जाएगा। प्रभावित दीनानाथ, कैलाश, विजय और नीचू राणा ने बताया कि देवता को शेड में विराजमान कर दिया गया है और अब सब मिलकर लोगों के रहने की व्यवस्था कर रहे हैं।
आग की इस घटना से प्रभावित परिवारों के लिए गांव में धाम लगाई गई है, जहां उन्हें भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। प्रभावित फिलहाल गांव के किनारे बचे छह घरों में शरण लिए हुए हैं। उनका कहना है कि दो रातों से नींद नहीं आई क्योंकि जिंदगी भर की कमाई पलभर में राख में बदल गई।
राहत कार्यों को व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए गांव में 10 सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। इसमें अध्यक्ष दीनानाथ, सचिव यज्ञा चंद और कोषाध्यक्ष हरीश कुमार हैं, जबकि टेक चंद, गोपाल, कौशल देव, झावे राम, खेम चंद, अमर सिंह और यशपाल सदस्य बनाए गए हैं।

कुल्लू के झनियार गांव में राख के ढेर में तबदील अपने आशियानों को देखते ग्रामीण।-संवाद