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Kullu News: आपदा में फंसी जिंदगी... इलाज के लिए चाहिए रास्ता
संवाद न्यूज एजेंसी, कुल्लू
Updated Sat, 13 Sep 2025 10:49 PM IST
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स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन मिलकर कर रहे मरीजों के उपचार और दवाओं की व्यवस्था
अस्पताल से दूर संकट में फंसे लोगों तक बनाएंगे पहुंच, जिले की ग्रामीण सड़कें पड़ी हैं बंद
संवाद न्यूज एजेंसी
कुल्लू। जब किसी गांव की सड़क बंद हो और वहां एक गर्भवती महिला को दर्द शुरू हो जाए तो इलाज से पहले रास्ता चाहिए होता है। कुल्लू जिले के दुर्गम इलाकों में यही हो रहा है।
अब स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन मिलकर उस हर जिंदगी तक पहुंचने की कोशिश में हैं जो अस्पताल से दूर और संकट के बीच फंसी है।
जिले के पांचों उपमंडलों में अभी अधिकतर संपर्क सड़कें बंद हैं। संपर्क सड़कें बंद होने से मरीजों को दवाओं और उपचार संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नेटवर्क न होने से मरीजों की स्थिति का पता नहीं लग रहा है। अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गंभीर बीमारियों के मरीजों के उपचार को प्राथमिकता देते हुए उन्हें अस्पताल तक लाने और दवाओं की व्यवस्था करने की योजना बनाई है।
गौरतलब है कि जिले के स्वास्थ्य खंड जरी, नग्गर, बंजार, आनी और निरमंड में अधिकतर ग्रामीण सड़कें बंद हैं। ऐसे में प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को जहां गर्भवती महिलाओं को नागरिक अस्पताल तेगूबेहड़ में बर्थ वेटिंग रूम में प्रसव के लिए एक से डेढ़ माह पहले भर्ती करने के निर्देश जारी किए हैं। ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को उपचार के लिए अस्पताल तक लाने और दवाओं की व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि हर स्वास्थ्य खंड में आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं।
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अस्पताल से दूर संकट में फंसे लोगों तक बनाएंगे पहुंच, जिले की ग्रामीण सड़कें पड़ी हैं बंद
संवाद न्यूज एजेंसी
कुल्लू। जब किसी गांव की सड़क बंद हो और वहां एक गर्भवती महिला को दर्द शुरू हो जाए तो इलाज से पहले रास्ता चाहिए होता है। कुल्लू जिले के दुर्गम इलाकों में यही हो रहा है।
अब स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन मिलकर उस हर जिंदगी तक पहुंचने की कोशिश में हैं जो अस्पताल से दूर और संकट के बीच फंसी है।
जिले के पांचों उपमंडलों में अभी अधिकतर संपर्क सड़कें बंद हैं। संपर्क सड़कें बंद होने से मरीजों को दवाओं और उपचार संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नेटवर्क न होने से मरीजों की स्थिति का पता नहीं लग रहा है। अब प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने गंभीर बीमारियों के मरीजों के उपचार को प्राथमिकता देते हुए उन्हें अस्पताल तक लाने और दवाओं की व्यवस्था करने की योजना बनाई है।
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गौरतलब है कि जिले के स्वास्थ्य खंड जरी, नग्गर, बंजार, आनी और निरमंड में अधिकतर ग्रामीण सड़कें बंद हैं। ऐसे में प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को जहां गर्भवती महिलाओं को नागरिक अस्पताल तेगूबेहड़ में बर्थ वेटिंग रूम में प्रसव के लिए एक से डेढ़ माह पहले भर्ती करने के निर्देश जारी किए हैं। ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को उपचार के लिए अस्पताल तक लाने और दवाओं की व्यवस्था करने के लिए भी निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि हर स्वास्थ्य खंड में आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएं।