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Rampur Bushahar News: टापरी में नहीं पार्किंग की सुविधा, एनएच किनारे खड़े करने पड़ते हैं वाहन, जाम से लोग परेशान
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टापरी में पार्किंग के अभाव में एनएच 5 पार्क हो रहे वाहन। संवाद
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पार्किंग का पंगा : उप तहसील का दर्जा मिलने के 35 साल बाद भी टापरी में नहीं पार्किंग की सुविधा
पर्यटन और प्रमुख व्यवसायिक स्थल होने के कारण हर साल हो रही वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी
. लोगों को एनएच के किनारे खड़े करने पड़ते हैं वाहन, सेब सीजन में समस्या हो जाती विकराल
संवाद न्यूज एजेंसी
सांगला(किन्नौर)। किन्नौर जिले के टापरी को उप तहसील का दर्जा मिले हुए 35 साल हो चुके हैं, लेकिन इस नगर में अभी तक पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। यहां एनएच के किनारे लोगों को वाहन खड़े करने पड़ते हैं, जिससे रोजाना जाम लग जाता है और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। पार्किंग के निर्माण के स्थानीय लोगों को केवल आश्वासन मिलते हैं, जबकि इस पर्यटन और प्रमुख व्यवसायिक स्थल पर हर साल वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश के अलावा देशभर से आने वाले पर्यटक तिब्बत सीमा तक जाते समय टापरी में रुकते हैं। टापरी नगर सतलुज नदी के किनारे स्थित होने और प्राकृतिक सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र सेब और अन्य फलों के उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है। पर्यटन और सेब सीजन में यहां पार्किंग समस्या और भी विकराल हो जाती है। पार्किंग न होने के कारण वाहनों को एनएच के किनारे खड़ा करना पड़ता है। इस कारण कई बार जाम जैसी स्थिति बन जाती है। आए दिन वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी होने से टापरी बाजार में यातायात की समस्या बढ़ रही है। स्थानीय लोगों को मजबूरन टापरी के पेट्रोल पंप से लेकर गर्म पानी तक राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच के दोनों और वाहनों को खड़ा करना पड़ रहा हैं। उप तहसील टापरी में रोजाना निचार खंड के रामनी, पूनंग, उरनी, चगांव, यूला और मीरू पंचायतों के ग्रामीणों का आना-जाना रहता हैं। ऐसे में पार्किंग की स्थायी व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को अपने वाहनों को राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच पर ही रखना पड़ता हैं। कई बार ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से चालान का भी सामना करना पड़ता है। उधर, प्रशासन लंबे समय से पार्किंग के निर्माण के लिए जमीन की तलाश ही कर रहा है।
जनप्रतिनिधियों का कहना
पूनंग पंचायत की प्रधान पूर्ण भगवती नेगी, मीरू पंचायत के प्रधान नरेंद्र नेगी, रामनी के उप प्रधान अनिल नेगी और चगांव पंचायत के उप प्रधान तेजिंद्र नेगी ने बताया कि रोजाना सैकड़ों लोगों का गांवों से टापरी में सरकारी कार्यों और जरूरतों का सामान खरीदने के लिए आना-जाना रहता है, लेकिन टापरी नगर में एक भी पार्किंग नहीं है। यहां लोगों को सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ते हैं, जिससे कई बार चालान कट जाता है। आम लोगों को परेशानी का हल नहीं निकल रहा है। जिला प्रशासन और सरकार से मांग है कि समय के रहते पार्किंग के लिए जगह चयनित कर पार्किंग कार्य शुरू किया जाए।
पार्किंग की समस्या जिला प्रशासन और सरकार के ध्यान में हैं। पार्किंग निर्माण के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन के मिलते ही पार्किंग को विकसित किया जाएगा।
-इंदर सिंह नेगी, नायब तहसीलदार, टापरी
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. लोगों को एनएच के किनारे खड़े करने पड़ते हैं वाहन, सेब सीजन में समस्या हो जाती विकराल
संवाद न्यूज एजेंसी
सांगला(किन्नौर)। किन्नौर जिले के टापरी को उप तहसील का दर्जा मिले हुए 35 साल हो चुके हैं, लेकिन इस नगर में अभी तक पार्किंग की कोई सुविधा नहीं है। यहां एनएच के किनारे लोगों को वाहन खड़े करने पड़ते हैं, जिससे रोजाना जाम लग जाता है और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। पार्किंग के निर्माण के स्थानीय लोगों को केवल आश्वासन मिलते हैं, जबकि इस पर्यटन और प्रमुख व्यवसायिक स्थल पर हर साल वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश के अलावा देशभर से आने वाले पर्यटक तिब्बत सीमा तक जाते समय टापरी में रुकते हैं। टापरी नगर सतलुज नदी के किनारे स्थित होने और प्राकृतिक सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र सेब और अन्य फलों के उत्पादन के लिए भी महत्वपूर्ण है। पर्यटन और सेब सीजन में यहां पार्किंग समस्या और भी विकराल हो जाती है। पार्किंग न होने के कारण वाहनों को एनएच के किनारे खड़ा करना पड़ता है। इस कारण कई बार जाम जैसी स्थिति बन जाती है। आए दिन वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी होने से टापरी बाजार में यातायात की समस्या बढ़ रही है। स्थानीय लोगों को मजबूरन टापरी के पेट्रोल पंप से लेकर गर्म पानी तक राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच के दोनों और वाहनों को खड़ा करना पड़ रहा हैं। उप तहसील टापरी में रोजाना निचार खंड के रामनी, पूनंग, उरनी, चगांव, यूला और मीरू पंचायतों के ग्रामीणों का आना-जाना रहता हैं। ऐसे में पार्किंग की स्थायी व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को अपने वाहनों को राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच पर ही रखना पड़ता हैं। कई बार ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से चालान का भी सामना करना पड़ता है। उधर, प्रशासन लंबे समय से पार्किंग के निर्माण के लिए जमीन की तलाश ही कर रहा है।
जनप्रतिनिधियों का कहना
पूनंग पंचायत की प्रधान पूर्ण भगवती नेगी, मीरू पंचायत के प्रधान नरेंद्र नेगी, रामनी के उप प्रधान अनिल नेगी और चगांव पंचायत के उप प्रधान तेजिंद्र नेगी ने बताया कि रोजाना सैकड़ों लोगों का गांवों से टापरी में सरकारी कार्यों और जरूरतों का सामान खरीदने के लिए आना-जाना रहता है, लेकिन टापरी नगर में एक भी पार्किंग नहीं है। यहां लोगों को सड़क किनारे वाहन खड़े करने पड़ते हैं, जिससे कई बार चालान कट जाता है। आम लोगों को परेशानी का हल नहीं निकल रहा है। जिला प्रशासन और सरकार से मांग है कि समय के रहते पार्किंग के लिए जगह चयनित कर पार्किंग कार्य शुरू किया जाए।
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पार्किंग की समस्या जिला प्रशासन और सरकार के ध्यान में हैं। पार्किंग निर्माण के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जमीन के मिलते ही पार्किंग को विकसित किया जाएगा।
-इंदर सिंह नेगी, नायब तहसीलदार, टापरी

टापरी में पार्किंग के अभाव में एनएच 5 पार्क हो रहे वाहन। संवाद