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Sirmour News: रानीताल तालाब में मछलियां मरने का सिलसिला जारी
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रानीताल तालाब में मरी हुई मछलियां। संवाद
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सचित्र--
नाहन के तालाबों में फैली गंदगी को लेकर नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
संवाद न्यूज एजेंसी
नाहन (सिरमौर)। शहर के तालाबों में मछलियां मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर के रानीताल तालाब में तो कई दिन से मछलियां मरने का सिलसिला जारी है। इससे पहले अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में भी रानीताल में मछलियां मर चुकी हैं। अब फिर से यहां पर मछलियां मरने का मामला सामने आया है। मछलियां मरने के कारण क्षेत्र में जहां दुर्गंध फैल रही है, वहीं जलीय जीव की लगातार हो रही मौत पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
बता दें कि लंबे समय से रानीताल तालाब में मछलियों के मरने का सिलसिला जारी है। यहां चंद महीनों के भीतर काफी बड़ी संख्या में मछलियां मर चुकी हैं। नगर परिषद तालाब से मरी हुई मछलियों को हटवाती है तो चंद रोज बार फिर से मछलियां मर जाती हैं।
गौरतलब रहे कि इससे पहले अमर उजाला सात अक्तूबर को भी मछलियों के मरने के मामले को प्रमुखता से उठा चुका है। अब, छोटी दिवाली पर रविवार को फिर से रानीताल तालाब में कई मछलियां मरी हुईं नजर आईं हैं।
इससे पहले शहर के पक्का तालाब और कालीस्थान तालाब में भी मछलियां मरने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में तालाबों में फैली गंदगी को लेकर भी नगर परिषद की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
पूनम चौहान, पंकज, प्रमोद शर्मा, कांता, जावेद ने बताया कि शहर के तालाबों में लगातार मछलियां मर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि तालाबों में गंदगी भी काफी है। ऐसे में ऑक्सीजन की कमी के कारण ये सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद को समय-समय पर तालाबों की सफाई करवानी चाहिए ताकि मछलियां मरने के मामले फिर से सामने न आएं। उन्होंने कहा कि जलीय जीवों की यूं मौत होना सही नहीं है।
बता दें कि रानीताल तालाब समेत पूरे पार्क का रखरखाव सही ढंग से नगर परिषद नहीं कर पा रही है। यहां पर क्यारियों के चारों ओर लाखों रुपये से फेंसिंग की गई थी। इसकी जाली चंद ही रोज में खराब हो गई। संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने में नगर परिषद नाकाम ही रही है। टूटी फेंसिंग यहां रोज आने-जाने वालों को मुंह चिढ़ा रही है। इसके अलावा क्यारियों में भी आकर्षक पौधे नहीं लग पाए हैं। लाखों रुपये से लगाया गया फव्वारा भी शोपीस ही बना हुआ है। पार्क की कई लाइटें भी बंद ही हैं, जिससे पार्क के एक बड़े हिस्से में रात को अंधेरा ही पसरा रहता है। अब, यहां तालाब में लगातार मछलियां मरने से नगर परिषद की कार्यप्रणाली फिर से सवालों के घेरे में हैं।
-- -- -- -बाक्स
-रानीताल तालाब में हाल ही में मछलियां मर गई थीं, जिन्हें साफ करवा दिया गया है। अब फिर से मछलियां मरने की जानकारी मिली है। मछलियों को साफ करवाया जाएगा।
-अविनाश गुप्ता, उपाध्यक्ष, नगर परिषद नाहन
-- -संवाद

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नाहन के तालाबों में फैली गंदगी को लेकर नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
संवाद न्यूज एजेंसी
नाहन (सिरमौर)। शहर के तालाबों में मछलियां मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर के रानीताल तालाब में तो कई दिन से मछलियां मरने का सिलसिला जारी है। इससे पहले अक्तूबर माह के पहले सप्ताह में भी रानीताल में मछलियां मर चुकी हैं। अब फिर से यहां पर मछलियां मरने का मामला सामने आया है। मछलियां मरने के कारण क्षेत्र में जहां दुर्गंध फैल रही है, वहीं जलीय जीव की लगातार हो रही मौत पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
बता दें कि लंबे समय से रानीताल तालाब में मछलियों के मरने का सिलसिला जारी है। यहां चंद महीनों के भीतर काफी बड़ी संख्या में मछलियां मर चुकी हैं। नगर परिषद तालाब से मरी हुई मछलियों को हटवाती है तो चंद रोज बार फिर से मछलियां मर जाती हैं।
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गौरतलब रहे कि इससे पहले अमर उजाला सात अक्तूबर को भी मछलियों के मरने के मामले को प्रमुखता से उठा चुका है। अब, छोटी दिवाली पर रविवार को फिर से रानीताल तालाब में कई मछलियां मरी हुईं नजर आईं हैं।
इससे पहले शहर के पक्का तालाब और कालीस्थान तालाब में भी मछलियां मरने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ऐसे में तालाबों में फैली गंदगी को लेकर भी नगर परिषद की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
पूनम चौहान, पंकज, प्रमोद शर्मा, कांता, जावेद ने बताया कि शहर के तालाबों में लगातार मछलियां मर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि तालाबों में गंदगी भी काफी है। ऐसे में ऑक्सीजन की कमी के कारण ये सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद को समय-समय पर तालाबों की सफाई करवानी चाहिए ताकि मछलियां मरने के मामले फिर से सामने न आएं। उन्होंने कहा कि जलीय जीवों की यूं मौत होना सही नहीं है।
बता दें कि रानीताल तालाब समेत पूरे पार्क का रखरखाव सही ढंग से नगर परिषद नहीं कर पा रही है। यहां पर क्यारियों के चारों ओर लाखों रुपये से फेंसिंग की गई थी। इसकी जाली चंद ही रोज में खराब हो गई। संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने में नगर परिषद नाकाम ही रही है। टूटी फेंसिंग यहां रोज आने-जाने वालों को मुंह चिढ़ा रही है। इसके अलावा क्यारियों में भी आकर्षक पौधे नहीं लग पाए हैं। लाखों रुपये से लगाया गया फव्वारा भी शोपीस ही बना हुआ है। पार्क की कई लाइटें भी बंद ही हैं, जिससे पार्क के एक बड़े हिस्से में रात को अंधेरा ही पसरा रहता है। अब, यहां तालाब में लगातार मछलियां मरने से नगर परिषद की कार्यप्रणाली फिर से सवालों के घेरे में हैं।
-रानीताल तालाब में हाल ही में मछलियां मर गई थीं, जिन्हें साफ करवा दिया गया है। अब फिर से मछलियां मरने की जानकारी मिली है। मछलियों को साफ करवाया जाएगा।
-अविनाश गुप्ता, उपाध्यक्ष, नगर परिषद नाहन