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Sirmour News: हिंदुओं का एक अभिवादन और न ही एक उपासना पद्धति
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राजगढ़ में आयोजित हिन्दू सम्मेलन में उपस्थित लोग। संवाद
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हिंदुओं का एक अभिवादन और न ही एक उपासना पद्धति
राजगढ़ में हिंदू सम्मेलन का आयोजन, वक्ता बोले, हिंदू नहीं पढ़ते धर्मग्रंथ
संवाद न्यूज एजेंसी
राजगढ़। सनातन धर्म मंदिर राजगढ़ में हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें सभी संप्रदाय और दलों के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रमुख वक्ता देशराज अधिवक्ता ने कहा कि वर्ष 2025 कई मायनों में महत्वपूर्ण वर्ष है। जहां यह गुरुतेग बहादुर की शहादत के 350वीं वर्षगांठ का वर्ष है, वहीं वंदे मातरम के 150 वर्ष होने का अवसर भी है। यही नहीं यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने वाला वर्ष भी है।
आर्य समाज के आचार्य प्रदीप ने कहा कि यह विडंबना है कि हिंदुओं का न एक अभिवादन है, न एक उपासना पद्धति है और न ही कोई स्पष्ट उद्देश्य और एक नारा ही है। उन्होंने कहा कि सत्य सनातन वैदिक धर्म को अपनाने, वेद की ऋचाओं का पाठ करने और अपने बच्चों को वैदिक गुरुकुलों में पढ़ाने से ही हिंदुओं में एकता हो सकती है।
सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेंद्र चौहान ने कहा कि हिंदू लोग अपने धर्मग्रंथों का अध्ययन नहीं करते हैं और यदि सामाजिक समरसता लानी है तो स्वयं कुछ करना पड़ेगा। नरेश धवन ने निरंकारी मिशन द्वारा पर्यावरण और सामाजिक समरसता के प्रयासों पर प्रकाश डाला और ऐसे आयोजनों में सहयोग का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर डॉक्टर बृजेश धीमान, अरुण वशिष्ठ आदि वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। जबकि अरुण आर्यन ने बेहतरीन भजन प्रस्तुत किए। इस आयोजन में विधायक रीना कश्यप, रविंद्र कंवर, राजेंद्र ठाकुर, रीना ठाकुर सहित बड़ी संख्या में गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।
-- -- संवाद
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राजगढ़ में हिंदू सम्मेलन का आयोजन, वक्ता बोले, हिंदू नहीं पढ़ते धर्मग्रंथ
संवाद न्यूज एजेंसी
राजगढ़। सनातन धर्म मंदिर राजगढ़ में हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें सभी संप्रदाय और दलों के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रमुख वक्ता देशराज अधिवक्ता ने कहा कि वर्ष 2025 कई मायनों में महत्वपूर्ण वर्ष है। जहां यह गुरुतेग बहादुर की शहादत के 350वीं वर्षगांठ का वर्ष है, वहीं वंदे मातरम के 150 वर्ष होने का अवसर भी है। यही नहीं यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने वाला वर्ष भी है।
आर्य समाज के आचार्य प्रदीप ने कहा कि यह विडंबना है कि हिंदुओं का न एक अभिवादन है, न एक उपासना पद्धति है और न ही कोई स्पष्ट उद्देश्य और एक नारा ही है। उन्होंने कहा कि सत्य सनातन वैदिक धर्म को अपनाने, वेद की ऋचाओं का पाठ करने और अपने बच्चों को वैदिक गुरुकुलों में पढ़ाने से ही हिंदुओं में एकता हो सकती है।
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सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य राजेंद्र चौहान ने कहा कि हिंदू लोग अपने धर्मग्रंथों का अध्ययन नहीं करते हैं और यदि सामाजिक समरसता लानी है तो स्वयं कुछ करना पड़ेगा। नरेश धवन ने निरंकारी मिशन द्वारा पर्यावरण और सामाजिक समरसता के प्रयासों पर प्रकाश डाला और ऐसे आयोजनों में सहयोग का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर डॉक्टर बृजेश धीमान, अरुण वशिष्ठ आदि वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। जबकि अरुण आर्यन ने बेहतरीन भजन प्रस्तुत किए। इस आयोजन में विधायक रीना कश्यप, रविंद्र कंवर, राजेंद्र ठाकुर, रीना ठाकुर सहित बड़ी संख्या में गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।