{"_id":"693ea4cb0f67e4eb7b05dd21","slug":"no-bridge-on-jalalkhad-nahan-news-c-177-1-ssml1028-166950-2025-12-14","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sirmour News: जलालखड्ड पर पुल न होने से चार पंचायतों के लोग परेशान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sirmour News: जलालखड्ड पर पुल न होने से चार पंचायतों के लोग परेशान
विज्ञापन
विज्ञापन
किसान, बागवान और पशुपालक सप्लाई नहीं कर पाते अपने उत्पाद
देवराज शर्मा
सराहां (सिरमौर)। पच्छाद क्षेत्र की चार पंचायतों को लाभान्वित करने वाली सराहां-कोट-डढोल सड़क पर चढ़याणा गांव के पास जलालखड्ड पर पुल न होने के कारण क्षेत्र की चार पंचायतों के लोगों को आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। खासकर बरसात के दिनों में समस्या काफी बढ़ जाती है।
बता दें कि इस सड़क पर सरकारी और निजी बस सेवा चलती है, लेकिन जलाल खड्ड के चढ़याणा गांव के पास पुल न होने के कारण बरसात में अक्सर सड़क बंद हो जाती है। इस कारण जहां किसानों, बागवानों और दूध उत्पादकों को अपने उत्पाद बेचने के लिए घंटों तक चलना पड़ता है, वहीं स्कूली बच्चों को भी स्कूल जाने के लिए परेशानी होती है।
यदि इस सड़क के चढ़याणा गांव में पुल निर्माण होता है तो सीधे-सीधे करीब दस हजार लोगों को इससे फायदा पहुंचेगा। इस सड़क के माध्यम से धार टिक्करी, डिंगर किन्नर, जयहर, लाना बांका व बागथन पंचायतों के लोग सीधे तौर पर जुड़ते हैं। बरसात और दूसरे मौसम में जब भी अधिक बारिश से नदी उफान पर होती है, यहां हादसों का खतरा भी बढ़ता है। लोगों को जान हथेली पर रखकर नदी पार करनी पड़ती है या फिर नदी में जल स्तर घटने का इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान ज्यादा पानी आने के कारण मजबूरन बस सेवा रुक जाती है। नकदी फसलों की ढुलाई के लिए आने वाले वाहन भी रुक जाते हैं। इस कारण परेशानी और अधिक बढ़ जाती है।
क्षेत्रवासी जितेंद्र, दलीप सिंह, धार टिकरी पंचायत की प्रधान अरुणा ठाकुर, उपप्रधान संदीप कुमार, जीत सिंह, अर्जुन सिंह और सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सराहां-कोट सड़क के बीचों बीच आने वाले चढ़याणा गांव के पास जलाल खड्ड पर पुल निर्माण न होने के कारण बारिश के बाद खड्ड में भारी मात्रा में पानी आने से इस सड़क पर यातायात प्रभावित हो जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग को चाहिए कि हजारों लोगों को लाभान्वित करने वाली इस सड़क पर शीघ्र अतिशीघ्र पुल निर्माण किया जाए ताकि हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सके।
-इस सड़क को नाबार्ड के तहत बनाने को लेकर मूल्यांकन कर दिया गया है। चढ़याणा गांव के पास जो पुल निर्माण होना है उसका भी प्राक्कलन बनाकर उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया है। जैसे ही स्वीकृति मिलती है पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा।
-दलीप सिंह कोंडल, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग पच्छाद
-- -संवाद
Trending Videos
देवराज शर्मा
सराहां (सिरमौर)। पच्छाद क्षेत्र की चार पंचायतों को लाभान्वित करने वाली सराहां-कोट-डढोल सड़क पर चढ़याणा गांव के पास जलालखड्ड पर पुल न होने के कारण क्षेत्र की चार पंचायतों के लोगों को आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है। खासकर बरसात के दिनों में समस्या काफी बढ़ जाती है।
बता दें कि इस सड़क पर सरकारी और निजी बस सेवा चलती है, लेकिन जलाल खड्ड के चढ़याणा गांव के पास पुल न होने के कारण बरसात में अक्सर सड़क बंद हो जाती है। इस कारण जहां किसानों, बागवानों और दूध उत्पादकों को अपने उत्पाद बेचने के लिए घंटों तक चलना पड़ता है, वहीं स्कूली बच्चों को भी स्कूल जाने के लिए परेशानी होती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
यदि इस सड़क के चढ़याणा गांव में पुल निर्माण होता है तो सीधे-सीधे करीब दस हजार लोगों को इससे फायदा पहुंचेगा। इस सड़क के माध्यम से धार टिक्करी, डिंगर किन्नर, जयहर, लाना बांका व बागथन पंचायतों के लोग सीधे तौर पर जुड़ते हैं। बरसात और दूसरे मौसम में जब भी अधिक बारिश से नदी उफान पर होती है, यहां हादसों का खतरा भी बढ़ता है। लोगों को जान हथेली पर रखकर नदी पार करनी पड़ती है या फिर नदी में जल स्तर घटने का इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान ज्यादा पानी आने के कारण मजबूरन बस सेवा रुक जाती है। नकदी फसलों की ढुलाई के लिए आने वाले वाहन भी रुक जाते हैं। इस कारण परेशानी और अधिक बढ़ जाती है।
क्षेत्रवासी जितेंद्र, दलीप सिंह, धार टिकरी पंचायत की प्रधान अरुणा ठाकुर, उपप्रधान संदीप कुमार, जीत सिंह, अर्जुन सिंह और सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सराहां-कोट सड़क के बीचों बीच आने वाले चढ़याणा गांव के पास जलाल खड्ड पर पुल निर्माण न होने के कारण बारिश के बाद खड्ड में भारी मात्रा में पानी आने से इस सड़क पर यातायात प्रभावित हो जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग को चाहिए कि हजारों लोगों को लाभान्वित करने वाली इस सड़क पर शीघ्र अतिशीघ्र पुल निर्माण किया जाए ताकि हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सके।
-इस सड़क को नाबार्ड के तहत बनाने को लेकर मूल्यांकन कर दिया गया है। चढ़याणा गांव के पास जो पुल निर्माण होना है उसका भी प्राक्कलन बनाकर उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया है। जैसे ही स्वीकृति मिलती है पुल का निर्माण कार्य शुरू होगा।
-दलीप सिंह कोंडल, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग पच्छाद