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नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि देने वाले बनें : अनुराग
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बोले, कांग्रेस मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले को हजम नहीं कर पा रही
कांग्रेस ने हमेशा राम में विश्वास करने वालों का किया विरोध
2009 से पहले कांग्रेस को क्यों याद नहीं आया महात्मा गांधी का नाम
संवाद न्यूज एजेंसी
बसाल (ऊना)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अमृतकाल में उपलब्ध अपार अवसरों का लाभ उठाएं। विकसित भारत के निर्माण व राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय योगदान दें। अच्छा प्रदर्शन करने के बाद युवा नौकरी लेने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें, ताकि दुनिया में उनकी पहचान बने।
सांसद अनुराग ठाकुर ऊना जिले के बसाल में स्थित रुद्रा इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मनरेगा को लेकर कांग्रेस की बयानबाजी पर भी पलटवार किया। कहा कि कांग्रेस इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही है कि मोदी सरकार ने गरीबों और मजदूरों के हित में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। दावा किया कि अब देश के करोड़ों जरूरतमंदों को मनरेगा के तहत 100 दिन के बजाय 125 दिन का रोजगार मिलेगा। सरकार ने न केवल रोजगार के दिनों में बढ़ोतरी की है, बल्कि मजदूरी दर भी बढ़ाई गई है। साथ ही पहले जहां भुगतान 15 दिन बाद मिलता था, अब वह एक सप्ताह के भीतर सीधे श्रमिकों के ऑनलाइन खातों में पहुंच रहा है। कांग्रेस पर नाम बदलने की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सांसद ने कहा कि रोजगार गारंटी योजनाएं कोई नई नहीं हैं। वर्ष 1960 में रोजगार गारंटी योजना शुरू की गई थी। इसके बाद 1989 में इसका नाम जवाहर रोजगार योजना रखा गया, जिसे दस वर्ष बाद जवाहर स्वर्णिम योजना कर दिया गया। इसके बाद यह संपूर्ण रोजगार योजना बनी और वर्ष 2004 में इसे नरेगा नाम दिया गया। पांच वर्ष बाद इसका नाम बदलकर महात्मा गांधी नरेगा कर दिया गया। कांग्रेस महात्मा गांधी के नाम की बात करती है, लेकिन वर्ष 2009 से पहले उसे महात्मा गांधी का नाम क्यों याद नहीं आया। आरोप लगाया कि आज यदि मोदी सरकार कोई नई योजना लेकर आती है और उसका नाम विकसित भारत से जुड़ा होता है तो कांग्रेस को आपत्ति होती है। कांग्रेस ने हमेशा राम में विश्वास करने वालों का विरोध किया है।
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कांग्रेस ने हमेशा राम में विश्वास करने वालों का किया विरोध
2009 से पहले कांग्रेस को क्यों याद नहीं आया महात्मा गांधी का नाम
संवाद न्यूज एजेंसी
बसाल (ऊना)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अमृतकाल में उपलब्ध अपार अवसरों का लाभ उठाएं। विकसित भारत के निर्माण व राष्ट्रनिर्माण में सक्रिय योगदान दें। अच्छा प्रदर्शन करने के बाद युवा नौकरी लेने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें, ताकि दुनिया में उनकी पहचान बने।
सांसद अनुराग ठाकुर ऊना जिले के बसाल में स्थित रुद्रा इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मनरेगा को लेकर कांग्रेस की बयानबाजी पर भी पलटवार किया। कहा कि कांग्रेस इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही है कि मोदी सरकार ने गरीबों और मजदूरों के हित में ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। दावा किया कि अब देश के करोड़ों जरूरतमंदों को मनरेगा के तहत 100 दिन के बजाय 125 दिन का रोजगार मिलेगा। सरकार ने न केवल रोजगार के दिनों में बढ़ोतरी की है, बल्कि मजदूरी दर भी बढ़ाई गई है। साथ ही पहले जहां भुगतान 15 दिन बाद मिलता था, अब वह एक सप्ताह के भीतर सीधे श्रमिकों के ऑनलाइन खातों में पहुंच रहा है। कांग्रेस पर नाम बदलने की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सांसद ने कहा कि रोजगार गारंटी योजनाएं कोई नई नहीं हैं। वर्ष 1960 में रोजगार गारंटी योजना शुरू की गई थी। इसके बाद 1989 में इसका नाम जवाहर रोजगार योजना रखा गया, जिसे दस वर्ष बाद जवाहर स्वर्णिम योजना कर दिया गया। इसके बाद यह संपूर्ण रोजगार योजना बनी और वर्ष 2004 में इसे नरेगा नाम दिया गया। पांच वर्ष बाद इसका नाम बदलकर महात्मा गांधी नरेगा कर दिया गया। कांग्रेस महात्मा गांधी के नाम की बात करती है, लेकिन वर्ष 2009 से पहले उसे महात्मा गांधी का नाम क्यों याद नहीं आया। आरोप लगाया कि आज यदि मोदी सरकार कोई नई योजना लेकर आती है और उसका नाम विकसित भारत से जुड़ा होता है तो कांग्रेस को आपत्ति होती है। कांग्रेस ने हमेशा राम में विश्वास करने वालों का विरोध किया है।
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