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Una News: लालसिंगी के बंदोबस्त को लेकर ग्रामीणों ने किया रोष प्रदर्शन

संवाद न्यूज एजेंसी, ऊना Updated Tue, 30 Dec 2025 06:55 AM IST
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Villagers stage protest over Lalsingi settlement
ऊना में रोष रैली निकालते हुए सरदार रूड़का सिंह समिति के सदस्य व अन्य ।संवाद
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ऊना। किसान योद्धा सरदार रुड़का सिंह कल्याण समिति के नेतृत्व में गांव लालसिंगी के ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय के एमसी पार्क से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक महाल लालसिंगी के बंदोबस्त को लेकर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने एमसी पार्क से लेकर बाया पुराना अस्पताल तथा आईएसबीटी ऊना होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक रोष रैली निकाली और जमकर नारेबाजी भी की।
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किसान योद्धा सरदार रुड़का सिंह कल्याण समिति के अध्यक्ष इंजीनियर बलबीर चौधरी ने कहा कि लालसिंगी में भूमि विवाद के चलते कोई अप्रिय घटना घटी तो प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी। जमीन चोरी रोकने के लिए महाल लालसिंगी में जमीन खरीदने, बेचने, तबादला करने, निशानदेही तथा तकसीम करने पर रोक लगाई जाए। निजी तथा सरकारी जमीन चोरी करवाने के लिए लालसिंगी वासियों को नया राजस्व रिकार्ड उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा। रोष प्रदर्शन में शामिल संदीप कुमार पुत्र तिलक राज ने कहा कि उसकी जमीन में से जबरन सड़क निकाली जा रही है। उसके दादा बिहारी लाल ने 50 साल पहले 2 कनाल 1 मरला जमीन खरीदी थी। उस जमीन पर बिहारी लाल के परिवार का पिछले 50 साल से कब्जा चला आ रहा है। नियमानुसार बंदोबस्त विभाग को यह जमीन नए राजस्व रिकार्ड में हमारे परिवार को उपलब्ध करवानी थी लेकिन भू व्यवस्था के भ्रष्ट अधिकारियों ने इस जमीन में से कागजात माल में सड़क निकाल दी और जमीन चोरी करने का प्रयास किया।
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प्रेम चंद पुत्र उधम चंद ने कहा कि उसके पिता ने 56 साल पहले चार कनाल जमीन खरीदी तथा यह जमीन एक ही खसरा नंबर में से खरीदी गई। यह चार कनाल जमीन इकट्ठी थी तथा जमीन को रास्ता उपलब्ध था। नियमों को ताक पर रखकर भू व्यवस्था विभाग ने जमीन चार कनाल से घटा कर 15 मरले कर दी जबकि नियम अनुसार यह जमीन भू विक्रेता की कम होनी थी। भू विक्रेता के परिवार ने गैरकानूनी बंदोबस्त का फायदा लेकर उस चार कनाल जमीन में से एक कनाल चार मरले जमीन दोबारा बेच दी।
बलवीर चौधरी ने कहा कि लालसिंगी के किसानों ने बंदोबस्त की जानकारी लेने के लिए महाल लालसिंगी की खतौनी तथा शजरा उपलब्ध करवाने की मांग की। बंदोबस्त विभाग ने जनता को यह रिकार्ड उपलब्ध करवाने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि यह राजस्व रिकार्ड सत्यापित नहीं है। दूसरी ओर लोगों की जमीन चोरी करने के लिए इसी रिकार्ड से भूमि की खरीद फरोख्त जारी है।
बलवीर चौधरी ने कहा कि महाल लालसिंगी में ऐसे अनेक विवाद पैदा किए गए हैं। इसलिए महाल लालसिंगी में भूमि विवाद के चलते कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी। इस अवसर समिति के गगरेट मंडल के अध्यक्ष इंजीनियर दुलंभ सिंह तथा हरोली मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुलजारी लाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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