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LS Polls 2024: अखिलेश यादव से हुई मुलायम वाली 'गलती'! स्वाति मालीवाल मामले में टिप्पणी कर फंसे सपा अध्यक्ष
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Thu, 16 May 2024 03:07 PM IST
सार
भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अमर उजाला से कहा कि अखिलेश यादव का बयान महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की एक महिला सांसद के साथ एक मुख्यमंत्री के आवास के अंदर मारपीट की घटना होती है और इसके बाद भी यदि अखिलेश यादव इसे गंभीर मुद्दा नहीं मानते, तो यह शर्मनाक है।
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सपा अध्यक्ष पर सवाल
- फोटो : Amar Ujala
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विस्तार
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एक नए विवाद में फंस गए हैं। लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वाति मालीवाल हिंसा मामले से 'ज्यादा जरूरी दूसरी बातों' के होने की बात कहकर अखिलेश यादव भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव की टिप्पणी समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन की वह मानसिकता दिखाती है, जिसमें वे महिलाओं को 'कमतर' समझते हैं। पार्टी का आरोप है कि महिलाओं के साथ हिंसा होना समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी सहित इंडिया गठबंधन के नेताओं के लिए कोई 'बड़ा मुद्दा नहीं' है। पार्टी ने अखिलेश यादव से उनके बयान के लिए खेद प्रकट करने की मांग की है।
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भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अमर उजाला से कहा कि अखिलेश यादव का बयान महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की एक महिला सांसद के साथ एक मुख्यमंत्री के आवास के अंदर मारपीट की घटना होती है और इसके बाद भी यदि अखिलेश यादव इसे गंभीर मुद्दा नहीं मानते, तो यह शर्मनाक है। इससे यह भी साफ हो जाता है कि स्वयं समाजवादी पार्टी के अंदर महिलाओं को लेकर कितनी संवेदनशीलता है।
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उन्होंने कहा कि इसके पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव ने दुष्कर्म की घटना के आरोपियों के बचाव में यह बयान दिया था कि 'लड़के हैं, लड़कों से गलती हो जाती है।' आज अखिलेश यादव भी एक महिला सांसद के साथ मारपीट होने को कम जरूरी मुद्दा मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री का एक दूसरे मुख्यमंत्री के आवास में एक सांसद के साथ मारपीट की घटना को कम आवश्यक बताने से यह साफ हो जाता है कि महिलाओं के प्रति उनकी मानसिकता क्या है। यदि गलती से भी इंडिया गठबंधन की सरकार कभी आई, तो उसमें महिलाओं का क्या हाल होगा, यह भी इस बयान से स्पष्ट हो जाता है। भाजपा नेता ने कहा कि इस तरह के बयानों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं होता और इस बयान के लिए अखिलेश यादव को खेद प्रकट करना चाहिए।
विपक्ष के एजेंडे को डिरेल करने की कोशिश कर रही भाजपा: सपा
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद आजम ने अमर उजाला से कहा कि अब तक के चार चरणों में भाजपा को यह एहसास हो गया है कि वह सत्ता से बाहर जा रही है। यही कारण है कि भाजपा नेता बौखला गए हैं। इस बौखलाहट में वे विपक्ष के एजेंडे को रास्ते से भटकाने के लिए इस तरह के अनावश्यक मुद्दों को तूल देने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वाति मालीवाल विवाद को उछालकर भाजपा अपनी नाकामियां छिपाने की कोशिश कर रही है।
सपा नेता मोहम्मद आजम ने कहा कि अभी तक स्वाति मालीवाल ने स्वयं कोई बयान दर्ज नहीं कराया है। पूरी घटना भाजपा नेताओं के बयानों के आसपास सिमटी हुई है। जब तक स्वाति मालीवाल इस घटना पर स्वयं अपनी तरफ से कोई शिकायत नहीं दर्ज करातीं, इस तरह की बात नहीं कही जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान इसी संदर्भ में था कि जब तक इस मामले में कोई ठोस बात सामने नहीं आती, बिना कारण किसी विवाद को नहीं उछाला जाना चाहिए।
क्या हुआ था?
दरअसल, गुरुवार 16 मई को जब अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल लखनऊ में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, आम आदमी पार्टी नेता से स्वाति मालीवाल से हुई हिंसा पर प्रश्न पूछे गए। इस प्रश्न का आम आदमी पार्टी नेता जवाब दे पाते, उसके पहले ही अखिलेश यादव ने कहा, 'उससे ज्यादा जरूरी और चीजें भी हैं।' इसके बाद उन्होंने अपनी जेब से एक कागज निकाला और भाजपा के ऊपर हमले किए। लेकिन यादव की इस टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया। उनके इस बयान को महिलाओं से हिंसा के अपराध को कमतर करके देखने से जोड़कर देखा जा रहा है।