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Baba Siddiqui Case: मुख्य शूटर गौतम का बड़ा खुलासा, इस कारण बाबा सिद्दीकी को मारना चाहता था गैंगेस्टर बिश्नोई
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: शुभम कुमार
Updated Mon, 27 Jan 2025 11:33 PM IST
सार
बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम ने पुलिस को दिए बयान में कई बड़े राज से पर्दा उठाया है। शूटर ने बताया कि आखिर क्यों गैंगेस्टर अनमोल बिश्नोई के निशाने पर एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी या फिर उनके बेटे जीशान सिद्दीकी थे। शूटर ने ये भी बताया कि उसे इस काम के लिए कितने पैसे देने का वादा किया गया था।
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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड
- फोटो : अमर उजाला।
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विस्तार
अजित पवार गुट के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जहां मामले में मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम ने पुलिस को दिए बयान में दावा किया कि गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई ने उसे बाबा सिद्दीकी पर दाऊद इब्राहिम से संबंध और 1993 के बॉम्बे बम धमाकों में शामिल होने के लिए उनपर हमला करने को कहा था। बता दें कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्तूबर को उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पुणे में कबाड़ उठाता था आरोपी गौतम
पुलिस को दिए बयान में आरोपी गौतम ने यह भी दावा किया कि उसे बाबा सिद्दीकी या जीशान सिद्दीकी को मारने के लिए कहा गया था। साथ ही उसे इस काम करने के लिए 15 लाख रुपये का प्रलोभन दिया गया था। उसने पुलिस को बताया है कि वह पुणे में कबाड़ इकट्ठा करता था और सह-आरोपी हरीश कुमार कश्यप को सामान बेचता था। गौतम ने पुलिस को बताया कि हत्या मामले में कश्यप ने ही उनके ठहरने की व्यवस्था की थी और इसी दौरान उसकी जान-पहचान प्रवीण लोनकर और उसके भाई शुभम लोनकर से हुई थी। उसने पुलिस को बताया।
इस कारण सिद्दीकी को मारना चाहता था बिश्नोई
गौतम ने कहा कि शुभम लोनकर ने उसे और धर्मराज कश्यप को बताया कि अगर वे उसका काम करेंगे तो उन्हें 10 से 15 लाख रुपये मिल सकते हैं। शुभम ने उन्हें बताया कि उनका टारगेट बाबा सिद्दीकी या उनके बेटे जीशान सिद्दीकी होंगे, लेकिन इसके बारे में और कोई जानकारी नहीं दी। बाद में शुभम ने उन्हें याद दिलाया कि वे डरने की बजाय काम करें। फिर शुभम ने एक दिन स्नैपचैट ऐप के जरिए अनमोल बिश्नोई से वीडियो कॉल की। गौतम का कहना है कि बिश्नोई ने उन्हें बताया कि सिद्दीकी को वो इसलिए मारना चाहता है क्योंकि वो दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन है और वह 1993 के बॉम्बे बम धमाकों में शामिल था।
स्नैपचैट के जरिए बिश्नोई से जुड़ता था आरोपी
कथित शूटर शिवकुमार गौतम ने अपने बयान में बताया कि उसे और उसके साथी धर्मराज कश्यप को बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी की हत्या करने के लिए कहा गया था। गौतम ने कहा कि शुभम लोनकर ने उन्हें बताया था कि अगर उन्हें पैसे की जरूरत होगी, तो वह उनका इंतजाम कर देंगे। इस बातचीत से यह साफ हो गया कि शुभम और उसका भाई प्रवीण लोनकर बिश्नोई गिरोह के लिए काम करते हैं। इसके बाद गौतम ने स्नैपचैट ऐप डाउनलोड किया और अनमोल बिश्नोई से सीधे संपर्क करना शुरू किया।
गौतम ने बताई हत्या की पूरी कहानी
गौतम ने यह भी कहा कि शुभम ने उन्हें बताया था कि हत्या के बाद गिरोह का कोई सदस्य फेसबुक पर पोस्ट करेगा और हत्या की जिम्मेदारी लेगा। कुछ दिन पहले, गौतम और कश्यप को यह पता चला कि शुभम ने अमृतसर से एक और व्यक्ति, गुरमेल सिंह को मुंबई भेजा था, जो हत्या में शामिल होने वाला था। शुभम ने उन्हें फायरिंग का अभ्यास करने के लिए कहा और तीनों शूटर खोपोली रेलवे स्टेशन के पास के जंगलों में शूटिंग का अभ्यास करते थे। वे इस बारे में अनमोल बिश्नोई और शुभम लोनकर को स्नैपचैट के जरिए जानकारी देते थे।
शूटर ने ऐसे की थी बाबा सिद्दीकी की पहचान
गौतम ने आगे बताया कि बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान की पहचान उन्हें गूगल और उनके ऑफिस के बाहर लगे पोस्टरों से हुई। उन्होंने यह भी दावा किया कि सिद्दीकी का पता अनमोल बिश्नोई और शुभम लोनकर ने स्नैपचैट पर बातचीत करते हुए उन्हें भेजा था। गौतम के अलावा, इस मामले में छह और लोगों के बयान भी शामिल हैं, जो 26 आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट का हिस्सा हैं, जिसमें 4500 पन्ने हैं।
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पुणे में कबाड़ उठाता था आरोपी गौतम
पुलिस को दिए बयान में आरोपी गौतम ने यह भी दावा किया कि उसे बाबा सिद्दीकी या जीशान सिद्दीकी को मारने के लिए कहा गया था। साथ ही उसे इस काम करने के लिए 15 लाख रुपये का प्रलोभन दिया गया था। उसने पुलिस को बताया है कि वह पुणे में कबाड़ इकट्ठा करता था और सह-आरोपी हरीश कुमार कश्यप को सामान बेचता था। गौतम ने पुलिस को बताया कि हत्या मामले में कश्यप ने ही उनके ठहरने की व्यवस्था की थी और इसी दौरान उसकी जान-पहचान प्रवीण लोनकर और उसके भाई शुभम लोनकर से हुई थी। उसने पुलिस को बताया।
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इस कारण सिद्दीकी को मारना चाहता था बिश्नोई
गौतम ने कहा कि शुभम लोनकर ने उसे और धर्मराज कश्यप को बताया कि अगर वे उसका काम करेंगे तो उन्हें 10 से 15 लाख रुपये मिल सकते हैं। शुभम ने उन्हें बताया कि उनका टारगेट बाबा सिद्दीकी या उनके बेटे जीशान सिद्दीकी होंगे, लेकिन इसके बारे में और कोई जानकारी नहीं दी। बाद में शुभम ने उन्हें याद दिलाया कि वे डरने की बजाय काम करें। फिर शुभम ने एक दिन स्नैपचैट ऐप के जरिए अनमोल बिश्नोई से वीडियो कॉल की। गौतम का कहना है कि बिश्नोई ने उन्हें बताया कि सिद्दीकी को वो इसलिए मारना चाहता है क्योंकि वो दाऊद इब्राहिम से कनेक्शन है और वह 1993 के बॉम्बे बम धमाकों में शामिल था।
स्नैपचैट के जरिए बिश्नोई से जुड़ता था आरोपी
कथित शूटर शिवकुमार गौतम ने अपने बयान में बताया कि उसे और उसके साथी धर्मराज कश्यप को बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी की हत्या करने के लिए कहा गया था। गौतम ने कहा कि शुभम लोनकर ने उन्हें बताया था कि अगर उन्हें पैसे की जरूरत होगी, तो वह उनका इंतजाम कर देंगे। इस बातचीत से यह साफ हो गया कि शुभम और उसका भाई प्रवीण लोनकर बिश्नोई गिरोह के लिए काम करते हैं। इसके बाद गौतम ने स्नैपचैट ऐप डाउनलोड किया और अनमोल बिश्नोई से सीधे संपर्क करना शुरू किया।
गौतम ने बताई हत्या की पूरी कहानी
गौतम ने यह भी कहा कि शुभम ने उन्हें बताया था कि हत्या के बाद गिरोह का कोई सदस्य फेसबुक पर पोस्ट करेगा और हत्या की जिम्मेदारी लेगा। कुछ दिन पहले, गौतम और कश्यप को यह पता चला कि शुभम ने अमृतसर से एक और व्यक्ति, गुरमेल सिंह को मुंबई भेजा था, जो हत्या में शामिल होने वाला था। शुभम ने उन्हें फायरिंग का अभ्यास करने के लिए कहा और तीनों शूटर खोपोली रेलवे स्टेशन के पास के जंगलों में शूटिंग का अभ्यास करते थे। वे इस बारे में अनमोल बिश्नोई और शुभम लोनकर को स्नैपचैट के जरिए जानकारी देते थे।
शूटर ने ऐसे की थी बाबा सिद्दीकी की पहचान
गौतम ने आगे बताया कि बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान की पहचान उन्हें गूगल और उनके ऑफिस के बाहर लगे पोस्टरों से हुई। उन्होंने यह भी दावा किया कि सिद्दीकी का पता अनमोल बिश्नोई और शुभम लोनकर ने स्नैपचैट पर बातचीत करते हुए उन्हें भेजा था। गौतम के अलावा, इस मामले में छह और लोगों के बयान भी शामिल हैं, जो 26 आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट का हिस्सा हैं, जिसमें 4500 पन्ने हैं।