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Rajya Sabha: राज्यसभा में चर्चा के दौरान हंगामा, BJP सांसद ने वापस लिया सवाल; विपक्ष ने किया वॉकआउट
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिवम गर्ग
Updated Wed, 10 Dec 2025 04:35 PM IST
सार
राज्यसभा में आज उस समय हंगामा हुआ जब भाजपा सांसद आदित्य प्रसाद ने बिना कारण बताए अपना स्टार्ड प्रश्न वापस ले लिया। कांग्रेस सहित विपक्ष ने स्पष्टीकरण की मांग की और संतोषजनक जवाब न मिलने पर सदन से वॉकआउट किया।
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संसद का शीतकालीन सत्र
- फोटो : Amar Ujala Graphics
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विस्तार
राज्यसभा में बुधवार को उस समय विवाद बढ़ गया जब भाजपा सांसद आदित्य प्रसाद ने बिना किसी स्पष्ट कारण के अपना प्रश्न वापस ले लिया। इस निर्णय से नाराज विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। यह प्रश्न गृह मंत्री अमित शाह से देश में फॉरेंसिक क्षमताओं को बढ़ाने से जुड़े कदमों पर पूछा जाना था। यह प्रश्न बुधवार के प्रश्नकाल में क्रम संख्या 2 पर सूचीबद्ध था और इसे मौखिक रूप से जवाब देने के लिए स्वीकार किया गया था।
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लेकिन प्रश्न सूची में लगे सुधार नोट में लिखा गया प्रश्न को वापस ले लिया जाए। सदन की कार्यवाही के दौरान जब सभापति सी.पी. राधाकृष्णन ने प्रश्न को छोड़कर अगले प्रश्न पर बढ़ गए, तो कांग्रेस नेता जयराम रमेश सहित विपक्षी सांसदों ने स्पष्टीकरण की मांग की। सरकार और सभापति द्वारा स्पष्ट कारण न दिए जाने से नाराज विपक्षी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
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'आप नियम जानते हैं… सांसद जब चाहें प्रश्न वापस ले सकते हैं'
विपक्ष के सवालों पर सभापति ने कहा रूल 53 के तहत कोई भी सदस्य जब चाहे अपना प्रश्न वापस ले सकता है। मैं इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता। उन्होंने विपक्ष को यह भी कहा कि उन्हें इस मुद्दे को उठाने का कोई अधिकार नहीं है और उनके बयान रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किए जाएंगे। सभापति ने विपक्ष को प्रश्नकाल में व्यवधान न डालने को कहा और अगले प्रश्न पर आगे बढ़ गए।
जया बच्चन ने मांगी एम्बुलेंस के लिए अलग आपातकालीन लेन
समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने बुधवार को सदन में देशभर की सड़कों पर एम्बुलेंस के लिए अलग आपातकालीन लेन बनाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि आज के समय में जहां किराना 15 मिनट में और पिज्जा 30 मिनट में घर पहुंच जाता है, वहीं अस्पताल जाते समय एम्बुलेंस ट्रैफिक में फंस जाती है और मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। जया बच्चन ने यह मुद्दा राज्यसभा के जीरो ऑवर में उठाते हुए कहा कि इस देरी के कारण कितने मरीजों की मौत हो जाती है, इसका कोई राष्ट्रीय आंकड़ा तक नहीं है।
उन्होंने बताया कि 60% एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंचतीं। शहरों में औसत देरी 15 से 30 मिनट की होती है। 55% एक्सीडेंट पीड़ितों की गोल्डन ऑवर में इलाज न मिलने के कारण मौत हो जाती है। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एम्बुलेंस कॉरिडोर बनाने का आदेश दिया था, लेकिन अभी तक लागू नहीं हुआ। हाईवे पर भी डेडिकेटेड लेन नहीं हैं, जबकि यह राष्ट्रीय एम्बुलेंस कोड 2016 में अनिवार्य है।
समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने बुधवार को सदन में देशभर की सड़कों पर एम्बुलेंस के लिए अलग आपातकालीन लेन बनाने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि आज के समय में जहां किराना 15 मिनट में और पिज्जा 30 मिनट में घर पहुंच जाता है, वहीं अस्पताल जाते समय एम्बुलेंस ट्रैफिक में फंस जाती है और मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। जया बच्चन ने यह मुद्दा राज्यसभा के जीरो ऑवर में उठाते हुए कहा कि इस देरी के कारण कितने मरीजों की मौत हो जाती है, इसका कोई राष्ट्रीय आंकड़ा तक नहीं है।
उन्होंने बताया कि 60% एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंचतीं। शहरों में औसत देरी 15 से 30 मिनट की होती है। 55% एक्सीडेंट पीड़ितों की गोल्डन ऑवर में इलाज न मिलने के कारण मौत हो जाती है। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में एम्बुलेंस कॉरिडोर बनाने का आदेश दिया था, लेकिन अभी तक लागू नहीं हुआ। हाईवे पर भी डेडिकेटेड लेन नहीं हैं, जबकि यह राष्ट्रीय एम्बुलेंस कोड 2016 में अनिवार्य है।
भाजपा सांसद ने जेंडर-सेंसिटिव केंद्र बनाने की मांग उठाई
राज्यसभा में चर्चा के दौरान भाजपा सांसद रेखा शर्मा ने देश में महिलाओं के लिए जेंडर-सेंसिटिव मानसिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि हिंसा, उत्पीड़न और ट्रॉमा झेल चुकी महिलाओं के लिए सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं बेहद कम हैं और इन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
राज्यसभा में चर्चा के दौरान भाजपा सांसद रेखा शर्मा ने देश में महिलाओं के लिए जेंडर-सेंसिटिव मानसिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि हिंसा, उत्पीड़न और ट्रॉमा झेल चुकी महिलाओं के लिए सुलभ मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं बेहद कम हैं और इन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।