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WB: 'संविधान की बात करने वाले भारतीयों को पीटते हैं', बिहारी युवक पर हमले के मामले में ममता सरकार पर भड़की BJP
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता
Published by: श्वेता महतो
Updated Fri, 27 Sep 2024 10:19 AM IST
सार
भाजपा नेता और कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने भी वीडियो पोस्ट किया और आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए लाल कालीन बिछाई जाती है, वहीं बिहार के लोगों को परीक्षा देने पर पीटा जाता है।
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शहजाद पूनावाला
- फोटो : ANI
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विस्तार
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में बिहारी छात्र की पिटाई मामले ने राजनीतिक रुख ले लिया है। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। भाजपा नेता ने छात्र पर हुए हमले का कारण पूछा। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (राजद नेता) तेजस्वी यादव को भी घेरा, जिन्होंने बंगाल में ममता बनर्जी के साथ रैली की थी। उन्होंने कहा कि हमेशा संविधान की बात करने वाले ही भारतीयों को पीटते हैं।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, "जो लोग हमेशा संविधान के बारे में बात करते है, वे अब जवाब दें कि जब कोई बिहारी बंगाल जाता है तो उसे क्यों पीटा जाता है? क्या बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं बची है? क्या वहां संविधान लागू नहीं होता? तेजस्वी यादव, जिन्होंने बंगाल में ममता बनर्जी के साथ रैली की, उन्हें जवाब देना चाहिए कि पश्चिम बंगाल सरकार क्या कर रही है? पश्चिम बंगाल सरकार यूपी-बिहार वालों को बाहरी कहती है। यह एक संविधान वाला एक देश है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली। पश्चिम बंगाल सरकार संविधान की बात करती है और फिर वे भारतीयों को मारेंगे, लेकिन रोहिंग्या को नहीं। घुसपैठियों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।"
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया। वायरल वीडियो में दो लोगों को सोते हुए दिखाया गया है, जब कुछ हमलावर उनके कमरे में घुसते हैं, उन्हें जगाते हैं और बंगाली में पूछते हैं कि वो लोग कहां से आएं हैं। उनसे पूछा जाता है कि क्या वे बंगाली समझते हैं और जब वे कहते हैं कि वे बिहार से हैं, तो उनसे उनके आने का उद्देश्य पूछा जाता है। उनमें से एक लड़के अंकित यादव ने बताया कि वे शारीरिक परीक्षा देने आए हैं। इस पर हमलावरों में से एक व्यक्ति अंकित से पूछता है कि जब वे इस राज्य से नहीं हैं, तो वे बंगाल में परीक्षा कैसे दे सकते हैं।
जब अंकित ने बताया कि उन्हें सिलीगुड़ी केंद्र आवंटित किया गया था, तो हमलावर कहता हैं कि केवल बंगाल के निवासी ही उस केंद्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद हमलावर फिर अंकित से उसके दस्तावेज दिखाने के लिए कहते हैं, दावा करते हैं कि वे पुलिस से हैं। इस दौरान बात-विवाद में आरोपी लड़कों को धमकाना शुरू करते हैं, अंकित उनसे पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहता है। इस दौरान उसे धक्का देकर गिरा दिया जाता है। जिस पर अंकित कहता है कि वह बिहार वापस चला जाएगा। फिर बिहार के दोनों युवकों से उठक-बैठक करवाई जाती है और चेतावनी दी जाती है कि वे फिर से परीक्षा देने के लिए बंगाल न आएं।
गिरिराज सिंह ने की निंदा
भाजपा नेता और कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने भी वीडियो पोस्ट किया और आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए लाल कालीन बिछाई जाती है, वहीं बिहार के लोगों को परीक्षा देने पर पीटा जाता है। उन्होंने कोलकाता में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के साथ-साथ मामले को संभालने के लिए ममता बनर्जी की सरकार की आलोचना का भी जिक्र किया और पूछा कि क्या उन्होंने केवल बलात्कारियों को बचाने का फैसला किया है।
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भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, "जो लोग हमेशा संविधान के बारे में बात करते है, वे अब जवाब दें कि जब कोई बिहारी बंगाल जाता है तो उसे क्यों पीटा जाता है? क्या बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं बची है? क्या वहां संविधान लागू नहीं होता? तेजस्वी यादव, जिन्होंने बंगाल में ममता बनर्जी के साथ रैली की, उन्हें जवाब देना चाहिए कि पश्चिम बंगाल सरकार क्या कर रही है? पश्चिम बंगाल सरकार यूपी-बिहार वालों को बाहरी कहती है। यह एक संविधान वाला एक देश है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली। पश्चिम बंगाल सरकार संविधान की बात करती है और फिर वे भारतीयों को मारेंगे, लेकिन रोहिंग्या को नहीं। घुसपैठियों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।"
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क्या है पूरा मामला?
बता दें कि इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया। वायरल वीडियो में दो लोगों को सोते हुए दिखाया गया है, जब कुछ हमलावर उनके कमरे में घुसते हैं, उन्हें जगाते हैं और बंगाली में पूछते हैं कि वो लोग कहां से आएं हैं। उनसे पूछा जाता है कि क्या वे बंगाली समझते हैं और जब वे कहते हैं कि वे बिहार से हैं, तो उनसे उनके आने का उद्देश्य पूछा जाता है। उनमें से एक लड़के अंकित यादव ने बताया कि वे शारीरिक परीक्षा देने आए हैं। इस पर हमलावरों में से एक व्यक्ति अंकित से पूछता है कि जब वे इस राज्य से नहीं हैं, तो वे बंगाल में परीक्षा कैसे दे सकते हैं।
जब अंकित ने बताया कि उन्हें सिलीगुड़ी केंद्र आवंटित किया गया था, तो हमलावर कहता हैं कि केवल बंगाल के निवासी ही उस केंद्र के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद हमलावर फिर अंकित से उसके दस्तावेज दिखाने के लिए कहते हैं, दावा करते हैं कि वे पुलिस से हैं। इस दौरान बात-विवाद में आरोपी लड़कों को धमकाना शुरू करते हैं, अंकित उनसे पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहता है। इस दौरान उसे धक्का देकर गिरा दिया जाता है। जिस पर अंकित कहता है कि वह बिहार वापस चला जाएगा। फिर बिहार के दोनों युवकों से उठक-बैठक करवाई जाती है और चेतावनी दी जाती है कि वे फिर से परीक्षा देने के लिए बंगाल न आएं।
गिरिराज सिंह ने की निंदा
भाजपा नेता और कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने भी वीडियो पोस्ट किया और आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए लाल कालीन बिछाई जाती है, वहीं बिहार के लोगों को परीक्षा देने पर पीटा जाता है। उन्होंने कोलकाता में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के साथ-साथ मामले को संभालने के लिए ममता बनर्जी की सरकार की आलोचना का भी जिक्र किया और पूछा कि क्या उन्होंने केवल बलात्कारियों को बचाने का फैसला किया है।