West Bengal: चुनावी दंगल में 'फेंसिंग' बना मुद्दा, 10 रिमाइंडर देने पर भी नहीं मिली जमीन, 450 किमी खुला बॉर्डर
बंगाल में चुनाव को लेकर लगातार बयानबाजियां जारी है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी एक बयान सामने आया है। इसमें उन्होंने ममता सरकार पर बांग्लादेश से लगते बॉर्डर पर फेंसिंग नहीं होने का आरोप लगाया है।
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पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बांग्लादेश से लगते बॉर्डर पर फेंसिंग को लेकर ममता सरकार पर तीखा हमला बोला है। शाह ने कहा, पश्चिम बंगाल में टीएमसी की सरकार है, वह जमीन नहीं दे रही। इसके चलते सीमा पर 'फेंसिंग' लगाने का काम नहीं हो पा रहा है। बंगाल के लोग घुसपैठ को लेकर चिंतित हैं। भाजपा सरकार, इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी। हम न केवल घुसपैठियों की पहचान करेंगे, बल्कि उन्हें बाहर भी निकालेंगे। गृह मंत्री ने इसके लिए एक राष्ट्रीय ग्रिड का निर्माण करने की बात भी कही। अगले साल पश्चिम बंगाल के चुनावी दंगल में 'फेंसिंग' एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री संसद में कह चुके हैं कि 10 रिमाइंडर देने पर भी ममता सरकार, फेंसिंग लगाने के लिए जमीन नहीं दे रही। पश्चिम बंगाल से लगता 450 किमी बॉर्डर पूरी तरह से खुला पड़ा है। पिछले 11 वर्ष में बांग्लादेश से लगती सीमा के विभिन्न हिस्सों पर 21000 बांग्लादेशी घुसपैठिये गिरफ्तार किए गए हैं।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ के प्रयास ...

मंगलवार को कोलकाता में एक प्रेसवार्ता के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, पश्चिम बंगाल से घुसपैठ खत्म करने के लिए मजबूत 'ग्रिड' बनेगा। यह ग्रिड ऐसा होगा कि परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। 2026 का विधानसभा चुनाव, राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए दावा किया है कि साल 2026 में यहां पर भाजपा की सरकार बनेगी। टीएमसी सरकार के 15 साल के कार्यकाल में पश्चिम बंगाल ने घुसपैठ के कारण डर, भ्रष्टाचार, कुशासन और नागरिकों के बीच चिंता देखी है।
बांग्लादेश बॉर्डर पर 450 किलोमीटर के क्षेत्र में फेंसिंग नहीं
केंद्रीय गृह मंत्री ने लोकसभा में 'इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल' 2025 पर चर्चा के दौरान बताया था कि पश्चिम बंगाल से लगते बांग्लादेश बॉर्डर पर 450 किलोमीटर के क्षेत्र में फेंसिंग नहीं हुई है। वजह, पश्चिम बंगाल सरकार, जमीन नहीं दे रही है। जब कभी फेंसिंग लगाने की प्रक्रिया आगे बढ़ती है तो टीएमसी के कार्यकर्ता गुंडागर्दी और धार्मिक नारेबाजी करने लगते हैं। पश्चिम बंगाल में 2216 किलोमीटर लंबी सीमा, बांग्लादेश से सटी हुई है। इसमें से 1653 किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर फेंसिंग लग चुकी है। लगभग 563 किलोमीटर लंबा बॉर्डर आज भी खुला है। इसमें से 112 किलोमीटर क्षेत्र में नदी, नाले व ऊँचाई वाली जगह हैं। यहां पर भी फेंसिंग का प्रयास किया गया है, लेकिन 450 किलोमीटर क्षेत्र में फेंसिंग होना बाकी है।
शाह ने लोकसभा में बताया था कि इसके लिए दस रिमाइंडर दिए गए हैं। इसके बाद भी पश्चिम बंगाल सरकार ने फेंसिंग के लिए जमीन नहीं दी। इस बाबत केंद्रीय गृह सचिव और बंगाल के मुख्य सचिव के बीच आधा दर्जन से ज्यादा बार मीटिंग हुई हैं। कई जगह ऐसी हैं, जब वहां फेंसिंग होती है तो सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता हुड़दंग मचाने लगते हैं। बांग्लादेश के साथ पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम राज्य की सीमा लगती है। इसमें से पश्चिम बंगाल की सीमा सबसे लंबी है। भारत-बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा की कुल लंबाई 4096.70 किलोमीटर है। इसमें से 3239.92 किलोमीटर, यानी 79.08 प्रतिशत क्षेत्र पर बाड़ लगाई गई है। इस सीमा पर 856.778 किलोमीटर क्षेत्र, मतलब 20.92 प्रतिशत, ये ऐसा इलाका है, जहां बाड़ नहीं लगी है।
घुसपैठियों ने भारत में घुसने के लिए 7528 प्रयास किए
भारत-बांग्लादेश सीमा के सभी हिस्सों की बात करें तो 2014 से लेकर 2024 तक घुसपैठियों ने भारत में घुसने के लिए 7528 प्रयास किए हैं। इस वर्ष नवंबर तक ऐसे प्रयासों की संख्या 1104 रही है। 11 साल में घुसपैठ के कुल 8632 प्रयास किए गए। 2014 से लेकर 2024 तक बॉर्डर पार करने का प्रयास करने वाले 18851 घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया है। इस वर्ष 2556 घुसपैठिये गिरफ्तार किए गए। ऐसे में पिछले 11 वर्षों के दौरान 21407 घुसपैठियों को पकड़ा गया है। संसद के शीतकालीन सत्र में पूछे गए एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय की तरफ से बताया गया था कि भारत और बांग्लादेश के बीच अभी तक 856 किमी लंबा हिस्सा ऐसा है, जो खुला है। यानी वहां पर 'बाड़' नहीं लगी है।