सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   India News ›   west bengal politics Assembly election amit shah claim Trinamool Congress reaction BJP claims Mamata Banerjee

Bengal Politics : शाह के आरोपों पर टीएमसी का पलटवार, आतंकी हमलों को रोकने में नाकाम रहने पर मांगा इस्तीफा

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोलकाता Published by: अमन तिवारी Updated Tue, 30 Dec 2025 05:15 PM IST
विज्ञापन
सार

तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दो तिहाई बहुमत वाले दावों को निराधार बताया है। उन्होंने शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा बंगाल में 50 सीटें भी नहीं जीत पाएगी और उन्हें एक फिर हार का सामना करना पड़ेगा।
 

west bengal politics Assembly election amit shah claim Trinamool Congress reaction BJP claims Mamata Banerjee
बंगाल में चुनाव से पहले सियासी दावे - फोटो : अमर उजाला ग्राफिक्स
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि 2026 के विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में उनकी पार्टी दो-तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी। उनके इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने उन पर झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी चुनावों को लेकर किए गए ये दावे पूरी तरह आधारहीन हैं। 
Trending Videos


ये भी पढ़ें:-  West Bengal: 'एआई तकनीक का इस्तेमाल कर एसआईआर किया जा रहा', बांकुड़ा रैली में ममता बनर्जी का बड़ा आरोप
विज्ञापन
विज्ञापन


शाह के आरोपों पर क्या बोली ममता बनर्जी?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरोपों पर तीखा पलटवार किया। बांकुड़ा के बरजोरा में एक जनसभा में उन्होंने शाह का नाम लिए बिना उन्हें 'दुशासन' बताया। उन्होंने देश में विध्वंसक गतिविधियों को रोकने में विफलता का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। 

घुसपैठ के मुद्दे पर शाह को घेरते हुए ममता ने पूछा कि जब कश्मीर या दिल्ली में घटनाएं होती हैं, तो हर बार बंगाल को ही क्यों दोषी ठहराया जाता है? दिल्ली घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने शाह से सीधा सवाल किया, क्या बंगाल के अतिरिक्त कहीं घुसपैठिए नहीं हैं? भाजपा के दो-तिहाई बहुमत के दावे पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अब भाजपा 'अब की बार, 200 पार' जैसे बड़े दावे नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा को देश की राजनीति से बाहर हो जाना चाहिए।

सीमा पर बाड़ लगाने के लिए जमीन न देने के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने सबूत गिनाए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने तारकेश्वर-बिष्णुपुर रेल मार्ग, ईसीएल (कोयला), बोंगांव, पेट्रापोल, घोजाडांगा व चंगराबांधा सीमा चौकियों और अंडाल व पानागढ़ हवाई अड्डों के लिए जमीन उपलब्ध कराई है।

क्या बोले टीएमसी नेता?
वहीं तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि शाह की टिप्पणियां खोखले दावों पर आधारित हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा चुनावों में 50 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी। बसु ने कहा, 'शाह एक पर्यटक की तरह आते-जाते रहेंगे। ऐसी यात्राओं से कोई फायदा नहीं होगा और उन्हें शर्मनाक हार का सामना करना पड़ेगा।'

शाह पर टीएमसी का पलटवार
शाह की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए, तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और मंत्री शशि पांजा ने केंद्रीय गृह मंत्री से दुर्गा पूजा और क्रिसमस जैसे त्योहारों के समय बंगाल आने का आग्रह किया, जब हजारों महिलाएं आजादी से घूमती हैं। उन्होंने कहा, 'अमित जी को महिला सुरक्षा पर उपदेश नहीं देना चाहिए। आपकी पार्टी के कार्यकर्ता बिल्किस बानो के दोषियों को माला पहनाते हैं और कुलदीप सेंगर व बृजभूषण जैसे लोगों को बचाते हैं।'

पांजा ने शाह और केंद्र सरकार पर अपराजिता विधेयक को पारित होने में बाधा डालने का आरोप भी लगाया। बंगाल में औद्योगिक गिरावट के शाह के दावों पर पांजा ने कहा कि 2011 से राज्य में 13.8 लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। उन्होंने कहा, 'केंद्र के आंकड़ों के अनुसार बंगाल सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में दूसरे स्थान पर है और शाह औद्योगिक विकास के बारे में झूठ फैला रहे हैं।'

ये भी पढ़ें:-  बंगाल की सियासत पर बोले अमित शाह: घुसपैठ रोकने के मुद्दे पर होगा 2026 का चुनाव; यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला

गृह मंत्री ने क्या कहा?
इससे पहले, कोलकाता में ही अमित शाह ने एक प्रेस वार्ता में दावा किया 'भाजपा 2026 में दो-तिहाई बहुमत के साथ राज्य में अगली सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा 'हम न सिर्फ घुसपैठियों की पहचान करेंगे, बल्कि उन्हें बाहर भी निकालेंगे।15 अप्रैल, 2026 के बाद बंगाल में भाजपा की नई सरकार होगी, क्योंकि जनता ने मन बना लिया है।'

शाह ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'यह आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि महिलाओं को शाम सात बजे के बाद अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए। हम किस युग में जी रहे हैं? क्या हम मुगल काल में जी रहे हैं? उन्होंने आगे कहा, 'ममता जी यह एक आजाद भारत है। यह सुनिश्चित करना कि महिलाएं जब चाहें सुरक्षित रूप से बाहर निकल सकें, एक संवैधानिक अधिकार है। आपकी सरकार यह बुनियादी सुरक्षा देने में विफल रही है।'

अन्य वीडियो-

 
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed