J&K: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के 370 बयान से गरमाई सियासत, विपक्ष ने किया तीखा हमला, आरोपों का सिलसिला जारी
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के अनुच्छेद 370 पर बयान से सियासत गरमा गई, पीडीपी और मीरवाइज ने कड़ी आलोचना की।

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मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में अनुच्छेद 370 के बाद हालात में सुधार की बात कही है। इससे जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक गलियारों में हलचल आ गई है। उमर के इस बयान को लेकर विपक्षी दल पीडीपी ने आलोचना की है, वहीं, मीरवाइज उमर फारूक ने भी सवाल उठाए हैं।

पीडीपी नेता एवं विधायक वहीद पर्रा ने एक्स पर लिखा, प्रिय उमर अब्दुल्ला साहब, चूंकि आप अब शांति का समर्थन कर रहे हैं- अगर आज कश्मीर में शांति दिख रही है, तो इसकी वजह यूएपीए, पीएसए, एनआईए, घरों और संपत्तियों की कुर्की, सत्यापन, कड़े कानूनों के तहत कैदियों को बाहर रखना और कर्मियों को नौकरी से निकालना है। यह आपके चुनाव अभियान व घोषणापत्र से पूरी तरह उलट है। आपका समर्थन अब कश्मीरियों के खिलाफ कठोर रुख अपनाने के अलावा और कुछ नहीं है।
पर्रा ने आगे लिखा, अगर आज अलगाववादी गतिविधि नहीं है, तो इसकी वजह अलगाववादियों के खिलाफ कड़े कदम, हुर्रियत और जमात पर प्रतिबंध है। अगर मीरवाइज को सुरक्षा दी गई है, तो यह उनकी सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि इसलिए है, क्योंकि उनकी कमजोरी बढ़ गई है।
मीरवाइज उमर फारूक ने एक्स पर लिखा, उमर अब्दुल्ला - जो एक जिम्मेदार पद पर बैठे हैं और समझदारी से बात करते हैं। उनकी ओर से मीरवाइज को दी गई सुरक्षा के पीछे मकसद बताते हुए और परिस्थितियों को जानते हुए भी बेतुकी टिप्पणी बेहद खेदजनक है। इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों से टिप्पणीकारों की असुरक्षा और मानसिकता के बारे में पहले से ही परेशान व दमित लोगों के बीच अधिक मोहभंग होता है।
और भी बहुत कुछ देखने केलिए तैयार हो जाइए : लोन
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने भी एक्स पर लिखा, सीएम साहब कोई भावना न दिखाते हुए अपनी बात छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं 370 हटाने के लिए अनिच्छा से मौन समर्थन पर आश्चर्यचकित नहीं हूं। यह उनके लिए वोट करने वालों के लिए सिर्फ ट्रेलर है। फिल्म अभी शुरू होनी है। और भी बहुत कुछ देखने के लिए तैयार हो जाइए।