{"_id":"6949abad32ce53825b03ad17","slug":"srinagar-dr-farooq-abdullah-mourn-death-of-abdul-ahad-farhad-srinagar-news-c-10-lko1027-792804-2025-12-23","type":"story","status":"publish","title_hn":"Srinagar News: डॉ. फारूक ने अब्दुल अहद फरहाद के निधन पर शोक जताया","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Srinagar News: डॉ. फारूक ने अब्दुल अहद फरहाद के निधन पर शोक जताया
विज्ञापन
विज्ञापन
अमर उजाला ब्यूरो
श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को जाने-माने ब्रॉडकास्टर, लेखक और कवि अब्दुल अहद फरहाद के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने उनके निधन को कश्मीर की साहित्यिक, सांस्कृतिक और पत्रकारिता विरासत के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया।
अपने शोक संदेश में डॉ. फारूक ने कहा कि अब्दुल अहद फरहाद एक महान सांस्कृतिक हस्ती थे जिनकी आवाज रेडियो कश्मीर श्रीनगर की पहचान बन गई थी जहां उन्होंने मुख्य न्यूजकास्टर के रूप में काम किया। बाद में उन्होंने साहित्य, सूफीवाद और संतों की विरासत को समर्पित कार्यक्रमों के माध्यम से रेडियो को समृद्ध किया।
डॉ. फारूक ने कहा कि फरहाद का योगदान ब्रॉडकास्टिंग से कहीं आगे था क्योंकि उनकी लेखनी ने दुर्लभ संवेदनशीलता और ईमानदारी के साथ कश्मीर के सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को लगातार बनाए रखा। उन्होंने कहा, अब्दुल अहद फरहाद न केवल एक प्रतिभाशाली ब्रॉडकास्टर और लेखक थे बल्कि एक कर्तव्यनिष्ठ बुद्धिजीवी भी थे जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को गरिमा और शालीनता के साथ निभाया।
Trending Videos
श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को जाने-माने ब्रॉडकास्टर, लेखक और कवि अब्दुल अहद फरहाद के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने उनके निधन को कश्मीर की साहित्यिक, सांस्कृतिक और पत्रकारिता विरासत के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया।
अपने शोक संदेश में डॉ. फारूक ने कहा कि अब्दुल अहद फरहाद एक महान सांस्कृतिक हस्ती थे जिनकी आवाज रेडियो कश्मीर श्रीनगर की पहचान बन गई थी जहां उन्होंने मुख्य न्यूजकास्टर के रूप में काम किया। बाद में उन्होंने साहित्य, सूफीवाद और संतों की विरासत को समर्पित कार्यक्रमों के माध्यम से रेडियो को समृद्ध किया।
विज्ञापन
विज्ञापन
डॉ. फारूक ने कहा कि फरहाद का योगदान ब्रॉडकास्टिंग से कहीं आगे था क्योंकि उनकी लेखनी ने दुर्लभ संवेदनशीलता और ईमानदारी के साथ कश्मीर के सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं को लगातार बनाए रखा। उन्होंने कहा, अब्दुल अहद फरहाद न केवल एक प्रतिभाशाली ब्रॉडकास्टर और लेखक थे बल्कि एक कर्तव्यनिष्ठ बुद्धिजीवी भी थे जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को गरिमा और शालीनता के साथ निभाया।