{"_id":"694445746b3c1ef81a0364d4","slug":"jammu-kashmir-news-udhampur-news-c-202-1-sjam1015-130745-2025-12-18","type":"story","status":"publish","title_hn":"Udhampur News: कैटल पांड खाली, मवेशी सड़कों पर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Udhampur News: कैटल पांड खाली, मवेशी सड़कों पर
विज्ञापन
खाली पड़ा कैटल पांड।
- फोटो : udhampur news
विज्ञापन
उधमपुर। शहर में लावारिस मवेशियों की बढ़ती संख्या शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बनती जा रही है। यह सड़कों पर जाम और हादसों की वजह बन रहे हैं। शहर में कैटल पांड बना है, मगर नगर परिषद न तो खुद इसका संचालन कर रही है और न ही इसे अभी तक ठेके पर दिया गया है। इसे बनाने का उद्देश्य शहर में पशुपालकों द्वारा लावारिस रूप से खुले में घुमने के लिए छोड़े जाने मवेशियों की धरपकड़ करना और उनसे जुर्माना वसूल करना है ताकि शहर में लावारिस मवेशियों की बढ़ती संख्या से होने से वाली परेशानी से राहत मिल सके। इससे नगर परिषद को राजस्व भी प्राप्त होना है लेकिन इसका संचालन नहीं होने से शहरवासी भी परेशान हैं। उनका कहना है कि प्रशासन मवेशियों की वजह से होने वाले किसी गंभीर हादसे का इंतजार कर रहा है।
उधमपुर पुलिस स्टेशन के साथ काफी समय पहले कैटल पांड का निर्माण किया गया था, लेकिन विभाग की अनदेखी की वजह से पिछले एक दशक से पांड की हालत खस्ता हो चुकी थी। इसमें मवेशियों को रखने के लिए कोई भी व्यवस्था न होने की वजह से यह बंद पड़ा था। नगर परिषद की ओर से साल 2023 में तैयार किए गए प्रोजेक्ट के तहत लगभग 15.5 लाख रुपये की लागत से कैटल पांड फिर से तैयार किया गया। इसमें मवेशियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए बिना फिसलन वाला फर्श, 20 फुट चौड़ा और 32 फुट लंबा नया शेड, पुराने शेड की मरम्मत, पीने के पानी की व्यवस्था, ओवर हेड टैंक, चारा रखने की जगह, पंखे, गेट का उचित प्रबंध किया गया। वर्ष 2023 के अंत में इसका उद्धाटन भी कर दिया गया। पांड को तैयार हुए लगभग दो साल का समय हो गया है लेकिन इसका संचालन अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
महिला सहित दो लोग गंवा चुके हैं जान, कई हुए हैं जख्मी
कुछ साल पहले हुई दो घटनाओं में बैल या फिर गायों के आपस में भिड़ने की वजह आदर्श काॅलोनी स्थित रामलीला मैदान के पास एक महिला उनकी चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई। इसके अलावा धार रोड पर भी हुई एक अन्य घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उन्हीं दिनों में पहले वार्ड नंबर एक में बैल हर किसी पर हमला करता पाया गया। कई लोग जख्मी हुए और कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचाया था। हादसे के बाद लावारिस मवेशियों की धरपकड़ को लेकर कार्रवाई में कुछ दिन तेजी लाई गई थी लेकिन अब स्थिति पहले जैसी हो गई है। शहरवासियों के मुताबिक प्रशासन अब फिर से कोई गंभीर हादसे का इंतजार कर रहा है।
कोट
वर्तमान समय में इस कैटल पांड का इस्तेमाल पुलिस द्वारा तस्करी की घटनाओं में मुक्त करवाए जाने वाले मवेशियों को रखने में किया जा रहा है। फिलहाल नगर परिषद, फंड की कमी और कर्मचारियों की कमी के कारण स्वयं इसका संचालन नहीं कर पा रहा है। इसको ठेके पर देने को लेकर भी अभी कोई योजना नहीं बन पाई है।
-सद्दाम हुसैन, सीईओ नगर परिषद उधमपुर
Trending Videos
उधमपुर पुलिस स्टेशन के साथ काफी समय पहले कैटल पांड का निर्माण किया गया था, लेकिन विभाग की अनदेखी की वजह से पिछले एक दशक से पांड की हालत खस्ता हो चुकी थी। इसमें मवेशियों को रखने के लिए कोई भी व्यवस्था न होने की वजह से यह बंद पड़ा था। नगर परिषद की ओर से साल 2023 में तैयार किए गए प्रोजेक्ट के तहत लगभग 15.5 लाख रुपये की लागत से कैटल पांड फिर से तैयार किया गया। इसमें मवेशियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए बिना फिसलन वाला फर्श, 20 फुट चौड़ा और 32 फुट लंबा नया शेड, पुराने शेड की मरम्मत, पीने के पानी की व्यवस्था, ओवर हेड टैंक, चारा रखने की जगह, पंखे, गेट का उचित प्रबंध किया गया। वर्ष 2023 के अंत में इसका उद्धाटन भी कर दिया गया। पांड को तैयार हुए लगभग दो साल का समय हो गया है लेकिन इसका संचालन अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
महिला सहित दो लोग गंवा चुके हैं जान, कई हुए हैं जख्मी
कुछ साल पहले हुई दो घटनाओं में बैल या फिर गायों के आपस में भिड़ने की वजह आदर्श काॅलोनी स्थित रामलीला मैदान के पास एक महिला उनकी चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई। इसके अलावा धार रोड पर भी हुई एक अन्य घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। उन्हीं दिनों में पहले वार्ड नंबर एक में बैल हर किसी पर हमला करता पाया गया। कई लोग जख्मी हुए और कुछ वाहनों को नुकसान पहुंचाया था। हादसे के बाद लावारिस मवेशियों की धरपकड़ को लेकर कार्रवाई में कुछ दिन तेजी लाई गई थी लेकिन अब स्थिति पहले जैसी हो गई है। शहरवासियों के मुताबिक प्रशासन अब फिर से कोई गंभीर हादसे का इंतजार कर रहा है।
कोट
वर्तमान समय में इस कैटल पांड का इस्तेमाल पुलिस द्वारा तस्करी की घटनाओं में मुक्त करवाए जाने वाले मवेशियों को रखने में किया जा रहा है। फिलहाल नगर परिषद, फंड की कमी और कर्मचारियों की कमी के कारण स्वयं इसका संचालन नहीं कर पा रहा है। इसको ठेके पर देने को लेकर भी अभी कोई योजना नहीं बन पाई है।
-सद्दाम हुसैन, सीईओ नगर परिषद उधमपुर