J&K: घाटी में सैलानियों की वापसी, बायसरन हमले के बाद बंद हुए पर्यटन स्थल अब फिर से पर्यटकों के लिए खुले
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सुरक्षा समीक्षा के बाद प्रदेश के 12 पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने का फैसला किया, जो 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद बंद कर दिए गए थे। पर्यटक स्थलों के खुलने से सैलानियों में खुशी की लहर है, और पर्यटन गतिविधियों में फिर से रौनक लौटने की उम्मीद है।

विस्तार
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को प्रदेश के 12 पर्यटन स्थलों को खोल दिया जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद बंद कर दिए गए थे। शुक्रवार को यूनिफाइड हेडक्वार्टर मीटिंग के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा जारी निर्देशों के बाद ये पर्यटन स्थल खोले गए।

उपराज्यपाल ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि संयुक्त मुख्यालय बैठक में गहन सुरक्षा समीक्षा और चर्चा के बाद मैंने कश्मीर और जम्मू संभाग में और अधिक पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने का आदेश दिया है जिन्हें एहतियात के तौर पर अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। अब खोले गए पर्यटन स्थलों में रियासी में राफि्टंग समेत सात स्थान हैं। वहीं घाटी में पांच पर्यटन स्थल फिर से खोले गए हैं।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम क्षेत्र के बायसरन में हुए आतंकी हमले के बाद उपराज्यपाल प्रशासन ने लगभग 87 पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था। इस हमले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
उपराज्यपाल ने जम्मू संभाग के पांच पर्यटन स्थलों को भी फिर से खोलने का आदेश दिया था। इनमें रामबन में दागन टॉप, कठुआ में धग्गर और रियासी के सलाल में शिव गुफा शामिल हैं। उपराज्यपाल प्रशासन ने जून में पहलगाम के कुछ हिस्सों सहित 16 पर्यटन स्थलों को फिर से खोल दिया था।
ये पर्यटन स्थल खोले गए
कश्मीर संभाग में जिन 5 पर्यटन स्थलों को फिर से खोला गया उनमें आडू घाटी, राफ्टिंग पॉइंट यन्नर, अक्कड़ पार्क, पादशाही पार्क और कमान पोस्ट शामिल हैं।
इन पर्यटन स्थलों को खोलने को लेकर पर्यटकों ने खुशी का इजहार किया है। पर्यटक निपुण ने कहा कि हम एलजी मनोज सिन्हा का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने इन पर्यटन स्थलों को खोलने का फैसला लिया। यह सब ऐसी जगहें हैं जो काफी खूबसूरत हैं। पर्यटक आएं और यहां का
लुत्फ उठाएं।