{"_id":"68fe8d20e5095b20a40ae824","slug":"cultural-program-jammu-news-c-10-jmu1052-747218-2025-10-27","type":"story","status":"publish","title_hn":"भारत के साथ जम्मू-कश्मीर के बंधन का प्रतीक है विलय दिवस : गुप्ता","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
भारत के साथ जम्मू-कश्मीर के बंधन का प्रतीक है विलय दिवस : गुप्ता
विज्ञापन
उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता अधिविलन उत्सव में भाग लेते
विज्ञापन
- एलजी ने कहा - महाराजा हरि सिंह के ऐतिहासिक निर्णय ने प्रदेश को भारत के साथ हमेशा के लिए एक कर दिया
- लद्दाख को दशकों तक भेदभाव और विकासात्मक अभाव का सामना करना पड़ा
अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। विलय दिवस भारत के जम्मू कश्मीर के बंधन का प्रतीक है। महाराजा हरि सिंह के ऐतिहासिक निर्णय ने जम्मू-कश्मीर को भारत के साथ हमेशा के लिए एक कर दिया। ये बातें लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने समाधान फाउंडेशन की ओर से रविवार को महाराजा हरि सिंह पार्क में करवाए गए अधिमिलन उत्सव डुग्गर रंग कार्यक्रम कहीं। उन्होंने कहा कि विलय दिवस हमेशा महाराजा हरि सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व, देशभक्ति और साहस की याद दिलाता है। 1947 में भारत संघ में प्रदेश का विलय हुआ था। महाराजा हरि सिंह एक सुधारक, आधुनिकीकरणकर्ता और भारत की एकता के प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने अपने लोगों और राष्ट्र के सर्वोत्तम हित में कार्य करने के लिए राजनीतिक बाध्यताओं से ऊपर उठकर कार्य किया। महाराजा के उल्लेखनीय योगदान को याद करते हुए एलजी ने कहा कि उनके शासनकाल ने एक आधुनिक और प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर की नींव रखी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला देते हुए गुप्ता ने कहा कि भारत केवल जमीन का एक टुकड़ा नहीं बल्कि एक जीवित इकाई है जिसका हम भारत माता के रूप में सम्मान करते हैं। जम्मू-कश्मीर के विलय ने राष्ट्र की आध्यात्मिक और सभ्यतागत एकता को पूरा किया। उन्होंने कहा कि दशकों से लद्दाख के लोगों को राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा में उनके अपार योगदान के बावजूद भेदभाव और विकासात्मक अभाव का सामना करना पड़ा है। वर्षों तक लद्दाख राजनीतिक प्राथमिकताओं में उपेक्षित रहा। इसके लोग प्रतिनिधित्व और मान्यता के लिए संघर्ष करते रहे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भेदभाव को समाप्त किया है। उपराज्यपाल ने कहा कि लद्दाख में अब अभूतपूर्व विकास हो रहा है। जहां बुनियादी ढांचे, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और शिक्षा क्षेत्रों में करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। जोजिला सुरंग परियोजना के पूरा होने से कनेक्टिविटी में और बदलाव आएगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले उपराज्यपाल ने महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
-- -- --
आज के ही दिन अधिमिलन पत्र पर महाराजा
हरि सिंह ने किए थे हस्ताक्षर : कुसुम
इस मौके पर काॅलेज डेवलपमेंट काउंसिल की पूर्व निदेशक मीनाक्षी कीलम ने कहा कि आज के ही दिन 1947 में अंतिम डोरा शासक महाराजा हरि सिंह ने भारतीय संघ के साथ अधिमिलन पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। जेएंडके को भारत भारत में मिलाया था। इस ऐतिहासिक निर्णय से न केवल हमारी क्षेत्रीय अस्मिता और अखंडता का प्रतीक बना, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय उत्थान की नींव भी रखी। इस दौरान कलाकारों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों का मनोरंजन किया।
-- -- --
उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता को किया सम्मानित
जम्मू। नानक नगर और त्रिकुटा नगर के लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता से मिला। उन्होंने उपराज्यपाल को सरौपा और तलवार भेंट की। सभी ने जम्मू के विकास के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। गुप्ता ने आश्वासन दिया कि वह जम्मू-कश्मीर और विशेष रूप से लेह के विकास और प्रगति के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मौके पर शिक्षाविद् डॉ. केसीएस मेहता, सुरजीत सिंह, रजत खोंसला, भाजपा नेता सुरजीत सिंह चोपड़ा और अमित गुप्ता मौजूद रहे। ब्यूरो
- लद्दाख को दशकों तक भेदभाव और विकासात्मक अभाव का सामना करना पड़ा
अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। विलय दिवस भारत के जम्मू कश्मीर के बंधन का प्रतीक है। महाराजा हरि सिंह के ऐतिहासिक निर्णय ने जम्मू-कश्मीर को भारत के साथ हमेशा के लिए एक कर दिया। ये बातें लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता ने समाधान फाउंडेशन की ओर से रविवार को महाराजा हरि सिंह पार्क में करवाए गए अधिमिलन उत्सव डुग्गर रंग कार्यक्रम कहीं। उन्होंने कहा कि विलय दिवस हमेशा महाराजा हरि सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व, देशभक्ति और साहस की याद दिलाता है। 1947 में भारत संघ में प्रदेश का विलय हुआ था। महाराजा हरि सिंह एक सुधारक, आधुनिकीकरणकर्ता और भारत की एकता के प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने अपने लोगों और राष्ट्र के सर्वोत्तम हित में कार्य करने के लिए राजनीतिक बाध्यताओं से ऊपर उठकर कार्य किया। महाराजा के उल्लेखनीय योगदान को याद करते हुए एलजी ने कहा कि उनके शासनकाल ने एक आधुनिक और प्रगतिशील जम्मू-कश्मीर की नींव रखी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हवाला देते हुए गुप्ता ने कहा कि भारत केवल जमीन का एक टुकड़ा नहीं बल्कि एक जीवित इकाई है जिसका हम भारत माता के रूप में सम्मान करते हैं। जम्मू-कश्मीर के विलय ने राष्ट्र की आध्यात्मिक और सभ्यतागत एकता को पूरा किया। उन्होंने कहा कि दशकों से लद्दाख के लोगों को राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा में उनके अपार योगदान के बावजूद भेदभाव और विकासात्मक अभाव का सामना करना पड़ा है। वर्षों तक लद्दाख राजनीतिक प्राथमिकताओं में उपेक्षित रहा। इसके लोग प्रतिनिधित्व और मान्यता के लिए संघर्ष करते रहे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भेदभाव को समाप्त किया है। उपराज्यपाल ने कहा कि लद्दाख में अब अभूतपूर्व विकास हो रहा है। जहां बुनियादी ढांचे, पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और शिक्षा क्षेत्रों में करोड़ रुपये की परियोजनाएं चल रही हैं। जोजिला सुरंग परियोजना के पूरा होने से कनेक्टिविटी में और बदलाव आएगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे पहले उपराज्यपाल ने महाराजा हरि सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
विज्ञापन
विज्ञापन
आज के ही दिन अधिमिलन पत्र पर महाराजा
हरि सिंह ने किए थे हस्ताक्षर : कुसुम
इस मौके पर काॅलेज डेवलपमेंट काउंसिल की पूर्व निदेशक मीनाक्षी कीलम ने कहा कि आज के ही दिन 1947 में अंतिम डोरा शासक महाराजा हरि सिंह ने भारतीय संघ के साथ अधिमिलन पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। जेएंडके को भारत भारत में मिलाया था। इस ऐतिहासिक निर्णय से न केवल हमारी क्षेत्रीय अस्मिता और अखंडता का प्रतीक बना, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय उत्थान की नींव भी रखी। इस दौरान कलाकारों ने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम लोगों का मनोरंजन किया।
उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता को किया सम्मानित
जम्मू। नानक नगर और त्रिकुटा नगर के लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल लद्दाख के उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता से मिला। उन्होंने उपराज्यपाल को सरौपा और तलवार भेंट की। सभी ने जम्मू के विकास के लिए उनके प्रयासों की सराहना की। गुप्ता ने आश्वासन दिया कि वह जम्मू-कश्मीर और विशेष रूप से लेह के विकास और प्रगति के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मौके पर शिक्षाविद् डॉ. केसीएस मेहता, सुरजीत सिंह, रजत खोंसला, भाजपा नेता सुरजीत सिंह चोपड़ा और अमित गुप्ता मौजूद रहे। ब्यूरो