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Jammu News: सेना की 114 ब्रिगेड छात्रों को दे रही सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की कोचिंग
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संवाद न्यूज एजेंसी
लेह। लद्दाख के दूरस्थ सीमावर्ती क्षेत्रों में युवाओं के विकास को बढ़ावा देने के लिए सेना की 114 ब्रिगेड ने लालोक के छात्रों को सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की कोचिंग देना शुरू किया है। इसमें लगभग 16 छात्रों ने भाग लिया।
इस प्रयास का उद्देश्य स्थानीय बच्चों को उन योग्यताओं और आत्मविश्वास से सशक्त बनाना है जिनकी उन्हें देशभर के प्रतिष्ठित सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए आवश्यकता होती है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों में 14 कोर कमांडर तथा चुशुल, त्सोग-त्सालु और नीमो की ब्रिगेड्स शामिल रहे। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ये ब्रिगेड्स आने वाले शीतकालीन महीनों में कोचिंग सत्र आयोजित करेंगी और आने वाले वर्षों में भी छात्रों को मार्गदर्शन देती रहेंगी।
अपनी व्यापक जनसंपर्क पहल के तहत फायर एंड फ्यूरी कोर ने सीमाओं से परे जाकर सहायता का विस्तार किया है। कोर ने लद्दाख के सुदूर सीमावर्ती गांव थरुक के सरकारी मध्य विद्यालय के छात्रों को स्टेशनरी और अध्ययन सामग्री वितरित की। इसके साथ ही विद्यार्थियों को सैनिक स्कूल प्रवेश प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और इस शिक्षा के दीर्घकालिक लाभों के बारे में जानकारी देने के लिए एक जागरूकता सत्र भी आयोजित किया गया।
सेना अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की पहल युवाओं को अवसरों से सशक्त करती हैं और उनके भविष्य को आकार देने में मदद करती हैं। विशेष रूप से उन समुदायों में जहां गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक संसाधनों की पहुंच अब भी सीमित है।
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लेह। लद्दाख के दूरस्थ सीमावर्ती क्षेत्रों में युवाओं के विकास को बढ़ावा देने के लिए सेना की 114 ब्रिगेड ने लालोक के छात्रों को सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की कोचिंग देना शुरू किया है। इसमें लगभग 16 छात्रों ने भाग लिया।
इस प्रयास का उद्देश्य स्थानीय बच्चों को उन योग्यताओं और आत्मविश्वास से सशक्त बनाना है जिनकी उन्हें देशभर के प्रतिष्ठित सैनिक स्कूलों में प्रवेश के लिए आवश्यकता होती है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों में 14 कोर कमांडर तथा चुशुल, त्सोग-त्सालु और नीमो की ब्रिगेड्स शामिल रहे। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ये ब्रिगेड्स आने वाले शीतकालीन महीनों में कोचिंग सत्र आयोजित करेंगी और आने वाले वर्षों में भी छात्रों को मार्गदर्शन देती रहेंगी।
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अपनी व्यापक जनसंपर्क पहल के तहत फायर एंड फ्यूरी कोर ने सीमाओं से परे जाकर सहायता का विस्तार किया है। कोर ने लद्दाख के सुदूर सीमावर्ती गांव थरुक के सरकारी मध्य विद्यालय के छात्रों को स्टेशनरी और अध्ययन सामग्री वितरित की। इसके साथ ही विद्यार्थियों को सैनिक स्कूल प्रवेश प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और इस शिक्षा के दीर्घकालिक लाभों के बारे में जानकारी देने के लिए एक जागरूकता सत्र भी आयोजित किया गया।
सेना अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की पहल युवाओं को अवसरों से सशक्त करती हैं और उनके भविष्य को आकार देने में मदद करती हैं। विशेष रूप से उन समुदायों में जहां गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक संसाधनों की पहुंच अब भी सीमित है।