आग से नियंत्रण रेखा पर बारूदी सुरंगों में विस्फोट: धुएं की आड़ में घुसपैठ की आशंका, सुरक्षाबलों ने बढ़ाई गश्त
सूत्रों के अनुसार सर्दियों के दिनों में घुसपैठ करने के लिए जंगल में आग लगाने की रणनीति अपनाते हैं। सेना और बीएसएफ ने ऐसी घुसपैठ की कई कोशिशों को पूर्व में नाकाम किए हैं।
विस्तार
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लगी आग रविवार को मेंढर इलाके में नियंत्रण रेखा स्थित बालाकोट सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र के जंगलों में पहुंच गई। आग के कारण कम से कम आधा दर्जन बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो गया। ये बारूदी सुरंगें घुसपैठ रोधी बाधा प्रणाली का हिस्सा होती हैं जो आतंकियों की घुसपैठ को रोकने के लिए लगाई जाती हैं। इलाके में आग और धुएं का फायदा उठाकर आतंकियों के घुसपैठ करने की आशंका जताई जा रही है। इसको लेकर सीमा सुरक्षा बल व सेना ने गश्त बढ़ा दी है।
सूत्रों का कहना है कि बालाकोट क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके के जंगल में शनिवार देर रात आग लगी थी। रविवार सुबह करीब 10 बजे बालाकोट के जंगल को आग ने चपेट में ले लिया। इससे सैन्य प्रतिष्ठानों व संपत्ति को नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि वन संपदा को आग से नुकसान पहुंचा है। आग से घुसपैठ रोकने के लिए बिछाई जाने वाली बारूदी सुरंगों में से करीब छह में विस्फोट हो गया। अधिकारियों ने बताया कि आग को बुझाने के प्रयास जारी हैं।
सूत्रों के अनुसार सर्दियों के दिनों में घुसपैठ करने के लिए जंगल में आग लगाने की रणनीति अपनाते हैं। सेना और बीएसएफ ने ऐसी घुसपैठ की कई कोशिशों को पूर्व में नाकाम किए हैं। कर्नल (रिटायर्ड) सुशील पठानिया आग की घटना को घुसपैठ के लिए रची जाने वाली साजिश के तौर पर देखते हैं। वह कहते हैं कि पूर्व की घटनाओं को देखा जाए तो नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र से लगाई गई आग अक्सर भारतीय क्षेत्र में जंगल और बारूदी सुरंगों को नुकसान पहुंचाती रही हैं। धुएं की आड़ में आतंकी घुसपैठ की कोशिश करते हैं। वह कहते हैं कि हमारी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और हर घुसपैठ को रोकने के लिए तैयार हैं।
एलओसी पर पाकिस्तान के 69 आतंकी लॉन्चपैड सक्रिय
बीएसएफ कश्मीर फ्रंटियर के आईजी अशोक यादव ने बल के 61वें स्थापना दिवस के मौके पर सोमवार को कहा था कि एलओसी पर 69 आतंकी लॉन्चिंग पैड सक्रिय हैं। इन लॉन्चिंग पैड से 100-200 आतंकी घुसपैठ करने की फिराक में हैं। ऐसे में आग को घुसपैठ के लिए आतंकियों की रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है।
पहले कब-कब आग की घटनाएं हुईं
मई 2022 : पुंछ में एलओसी के पास जंगल में आग लगी। इसमें कई बारूदी सुरंगें फटी थीं।
नवंबर 2024 : कृष्णा घाटी में एलओसी पर आग लगी थी। बारूदी सुरंगों में धमाके हुए थे।
जनवरी 2025 : पुंछ जिले में एलओसी के धारी डबसी और मनकोट सेक्टर में जंगल में आग लगने के कारण कई बारूदी सुरंगें फटी थीं।