Pahalgam Terror Attack: पैसों के बिना संभव नहीं पहलगाम जैसा हमला, राज्य प्रायोजित आतंकी फंडिंग की होगी जांच
एफएटीएफ ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे हमले फंडिंग के बिना संभव नहीं हैं और राज्य प्रायोजित आतंकवाद की जांच सख्ती से की जाएगी। भारत, पाकिस्तान के आतंकी समर्थन के सबूत एफएटीएफ को सौंपेगा, जिससे पाकिस्तान फिर से ग्रे लिस्ट में आ सकता है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले की निंदा करते हुए वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) ने कहा कि बिना पैसों के यह हमला संभव नहीं। एफएटीएफ ने राज्य प्रायोजित आतंकवाद के वित्तपोषण की जांच को और सख्त करने की बात की है। साथ ही कहा कि वह आतंकी फंडिंग से निपटने के लिए देशों के उठाए गए कदमों पर गौर करेगा और जल्द ही राज्य प्रायोजित आतंकवाद समेत आतंकी वित्तपोषण मामलों पर रिपोर्ट जारी करेगा।
एफएटीएफ की निंदा अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर इस हमले की गंभीरता का प्रमाण है।एफएटीएफ ने कहा कि आतंकवादी हमले दुनिया भर में लोगों की जान लेते हैं, उन्हें घायल करते हैं और भय पैदा करते हैं। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ क्रूर आतंकवादी हमला गहरी चिंता का विषय है। इसकी निंदा की जानी चाहिए। ऐसे हमले बिना पैसे और आतंकवादी समर्थकों की फंडिंग के नहीं हो सकते थे।
एफएटीएफ ने एक दशक में तीसरी
बार किसी हमले की निंदा की हैसूत्रों के मुताबिक एफएटीएफ ने बीते एक दशक में तीसरी बार किसी आतंकी हमले की निंदा करते हुए बयान जारी किया है। यह इस हमले की गंभीरता को दिखाता है। एफएटीएफ ने इससे पहले 2015 और 2019 में गंभीर आतंकी हमलों को लेकर निंदा की थी।
फिर ग्रे सूची में जा सकता है पाकिस्तान
एफएटीएफ का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान के आतंकवाद को लगातार समर्थन दिए जाने और हथियारों की खरीद के लिए बहुपक्षीय धनराशि उपलब्ध कराए जाने को उजागर किया है। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की ऐसी कार्रवाई के कारण उसे एफएटीएफ की ‘ग्रे लिस्ट’ में डाल दिया जाना चाहिए।
एफएटीएफ की एशिया में 25 अगस्त कीबैठक से पहले भारत सौंपेगा डोजियर
भारत लगातार यह कहता रहा है कि पाकिस्तान ने नामित आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह दी है और यह बात तब स्पष्ट हुई जब 7 मई को भारतीय सैन्य हमलों में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे। 25 अगस्त को एफएटीएफ के एशिया प्रशांत समूह (एपीजी) की अगली बैठक और 20 अक्तूबर को एफएटीएफ की अगली पूर्ण और कार्य समूह बैठक से पहले, भारत एफएटीएफ को एक डोजियर सौंपेगा। इसमें बताया जाएगा कि कैसे पाकिस्तान ने एफएटीएफ के नियमों का उल्लंघन किया है।